मुकुंदपुर में 797 साल से चल रही उर्स की परंपरा
amarpatan,  tradition of Urs , Mukundpur

अमरपाटन के मुकुंदपुर में चल रहे हजरत शाहताज मुहिब्बे अली सरकार की दरगाह पर 797वें उर्स में देशभर से करीब सवा लाख श्रद्धालु हिस्सा बने...लोगों का मानना है जो भी इस दरगाह में मुराद मांगता है वह जरूर पूरी होती है...दरगाह की 800 साल पुरानी विरासत एक रोचक कहानी से जुड़ी है...

 

अमरपाटन से 35 किलोमीटर दूर स्थित इस दरगाह में एक बार एक बाबा ने सुबह के समय एक बुजुर्ग को शेर पर सवार होकर आते देखा...बाबा ने पास के चबूतरे को बुजुर्ग की अगवानी के लिए चार कदम आगे बढ़ने को कहा...चमत्कारिक रूप से वह चबूतरा पांच कदम आगे बढ़ गया...जिसके बाद वहां हजरत शाहताज मुहिब्बे अली की दरगाह की स्थापना हुई....दरगाह कमेटी के अध्यक्ष मोहसिन खान ने बताया कि इस उर्स में भोपाललखनऊ और प्रयागराज से आए कव्वालों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं... हर साल की तरह इस बार भी सभी धर्मों के लोगों ने दरगाह पर चादर चढ़ाई और दुआएं मांगी...यह परंपरा पिछले 797 सालों से निरंतर चली आ रही है...यहां की चमत्कारिक मान्यताओं के कारण दूर-दूर से लोग यहां अपनी मन्नतें पूरी करने आते हैं...

Dakhal News 21 March 2025

Comments

Be First To Comment....

Video
x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved © 2025 Dakhal News.