मोहन भारती के दशनाम जूना अखाड़ा के महंत बनने पर आयोजित समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
bhopal, Chief Minister, attended the ceremony
भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विश्‍व में सनातन ही एकमात्र धर्म है, जो प्रकृति को समाहित करता है। सनातन को समझने के लिये साधु-संतों के जीवन और उनके अनुभवों को समझना आवश्यक है। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरुवार को तराना स्थित तिलभांडेश्वर महादेव मन्दिर में श्री दशनाम जूना अखाड़ा के मोहन भारती महाराज के महंत बनने पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कही।

इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घोषणा की कि तिल भांडेश्वर मंदिर को धार्मिक लोक के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उज्जैन को धार्मिक-सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि राज्य सरकार गौ-शालाओं के लिए विशेष प्रावधान कर रही है। सभी गौ-शालाओं में एक गौ-वंश के लिए प्रतिदिन 40 रुपये की अनुदान राशि दी जा रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि साधु-संत सनातन की धुरी हैं। सनातन धर्म साधु-संतों के मार्गदर्शन में काम करता रहा है। उन्होंने उज्जैन में आयोजित होने जा रहे सिंहस्थ-2028 के लिये साधु-संतों को आमंत्रित करते हुए कहा कि सिंहस्थ के लिये उज्जैन में साधु-संतों को स्थाई प्रकृति के निर्माण की भी स्वीकृति मिलेगी। इससे साधु-संतों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आयेगी।

कार्यक्रम में प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना पलक पटवर्धन के निर्देशन में बालिकाओं ने नर्मदा क्षिप्रा स्तुति पर आधारित नृत्य नाटिका की आकर्षक प्रस्तुति दी। आयोजन में अखाड़े के मुख्य संरक्षक महंत हरि गिरि महाराज एवं अन्य संतों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को चांदी की गौ-माता स्मृति-चिन्ह के रूप में भेंट की। समारोह में सांसद अनिल फिरोजिया, उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, स्थानीय पार्षद महेश जोशी, साधु संत उपस्थित रहे।

 

Dakhal News 20 March 2025

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