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डीडी फ्री डिश (DD Free Dish) से प्रमुख ब्रॉडकास्टर्स के बाहर निकलने की अटकलों के बीच, सोमवार को MPEG-2 ई-नीलामी के पहले ही दिन कई जनरल एंटरटेनमेंट चैनल्स (GECs) ने फ्री-टू-एयर (FTA) प्लेटफॉर्म पर अपने स्लॉट सुरक्षित कर लिए।
JioStar के Colors Rishtey, Zee Entertainment के Zee Anmol, Sony के Sony Pal और Sun TV के Sun Neo ने इस नीलामी में स्लॉट हासिल किए। Zee Anmol, Sony Pal और Colors Rishtey ने DD Free Dish पर एक-एक स्लॉट लिया है। हाल ही में जारी नए RIOs (Reference Interconnect Offer) में इन चैनल्स को "पे चैनल" के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, सार्वजनिक सेवा प्रसारक प्रसार भारती ने Bucket A+ कैटेगरी के स्लॉट की बिक्री से पहले दिन ही 50 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। इस कैटेगरी में हिंदी/उर्दू GEC चैनल शामिल हैं।
ये स्लॉट 1 अप्रैल 2025 से 31 मार्च 2026 की अवधि के लिए आवंटित किए गए हैं, जिसके लिए प्रसार भारती ने जनवरी में आवेदन आमंत्रित किए थे।
नीलामी मंगलवार को भी जारी रही और पहले दिन की कमाई पिछले साल की पहली-दिन की कमाई से अधिक रही।
सूत्रों के अनुसार, Sony Pal ने 18.55 करोड़ रुपये, Colors Rishtey ने 18.35 करोड़ रुपये और Sun Neo ने 18.5 करोड़ रुपये में स्लॉट हासिल किए। Zee Entertainment ने Zee Anmol के लिए 18.55 करोड़ रुपये का भुगतान किया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल की शुरुआती स्लॉट नीलामी ने पिछले साल की तुलना में 20% अधिक प्रीमियम हासिल किया, जबकि बेस प्राइस 15 करोड़ रुपये रखा गया था।
Bucket A+ में हिंदी और उर्दू के GEC चैनल शामिल होते हैं, जबकि Bucket A में इन्हीं भाषाओं के मूवी चैनल होते हैं।
Bucket B में हिंदी और उर्दू के म्यूजिक और स्पोर्ट्स चैनल, भोजपुरी भाषा के चैनल और वे अन्य हिंदी/उर्दू चैनल शामिल होते हैं जो अन्य कैटेगरीज में नहीं आते।
Bucket C में हिंदी और उर्दू के न्यूज और करंट अफेयर्स चैनल आते हैं।
Bucket D में धार्मिक, आध्यात्मिक या आयुष चैनल, मराठी और पंजाबी चैनल, अंग्रेजी न्यूज और करंट अफेयर्स चैनल, और वे क्षेत्रीय भाषा के चैनल शामिल होते हैं (हिंदी, उर्दू, मराठी और पंजाबी को छोड़कर) जो नए लॉन्च किए गए हैं या दोबारा लॉन्च किए गए हैं और विशिष्ट मानदंडों को पूरा करते हैं।
Bucket R में हिंदी, उर्दू, मराठी और पंजाबी के अलावा अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के चैनल शामिल होते हैं, बशर्ते वे परिचालन और प्लेटफॉर्म पात्रता आवश्यकताओं को पूरा करते हों।
इस वर्गीकरण का उद्देश्य विभिन्न जॉनर्स और भाषाई समूहों में चैनल्स के लिए संतुलित और व्यवस्थित आवंटन सुनिश्चित करना है।
पहले ऐसी अटकलें थीं कि Star, Sony और Colors जैसे प्रमुख ब्रॉडकास्टर्स DD Free Dish से अपने चैनल हटाने की योजना बना रहे थे। इसका कारण TRAI के नए टैरिफ नियमों को लेकर विवाद था।
TRAI के 8 जुलाई के नियम के अनुसार, यदि कोई पे-टीवी चैनल DD Free Dish जैसे फ्री प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, तो उसे सभी प्लेटफॉर्म्स पर फ्री-टू-एयर (FTA) बनना होगा।
ब्रॉडकास्टर्स ने इस नियम को चुनौती दी थी, लेकिन TDSAT ने इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, जिससे इस नियम का पालन अनिवार्य हो गया।
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