मंदिर को शादी के लिए किराए पर देने का मामला सियासत का विषय बना
इंदौर के गोपाल मंदिर को शादी के लिए किराए पर देने का मामला अब सूबे की सियासत में गरमा गया है। इस मुद्दे ने न केवल धार्मिक भावनाओं को उकसाया है, बल्कि राजनीतिक बयानबाजी भी तेज कर दी है। कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे पर बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि अब धर्म के ठेकेदार मंदिरों को भी किराए पर देने लगे हैं, जो कि एक गलत परंपरा है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार के शासनकाल में मंदिरों को इस तरह से किराए पर देना एक अनुचित कदम है। उनका कहना है कि इस मामले में न केवल मंदिर को शादी के लिए किराए पर दिया गया, बल्कि वहां भोजन की व्यवस्था भी की गई, जो धार्मिक स्थल के सम्मान के खिलाफ है। कांग्रेस ने बीजेपी से इस पूरे मामले में जवाब मांगा है, और पूछा कि मंदिर को किसके इशारे पर किराए पर दिया गया।
यह मामला अब प्रदेश में चर्चा का विषय बन चुका है, और दोनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी को इस मुद्दे पर पूरी सफाई देनी चाहिए और यह स्पष्ट करना चाहिए कि धार्मिक स्थलों का इस तरह से व्यापारिक उपयोग क्यों किया गया।