Dakhal News
21 January 2025मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री **कमल नाथ** और **राहुल गांधी**, जो कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, के बीच मंगलवार को नई दिल्ली में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई, जिसमें चुनावी रणनीतियों और संगठनात्मक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
चर्चा का मुख्य बिंदु
कमल नाथ के पास विधानसभा चुनाव के बाद से कोई संगठनात्मक दायित्व नहीं था। इस संदर्भ में, संभावनाएं जताई जा रही हैं कि उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में सहयोगी दलों के साथ समन्वय बनाने का महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा जा सकता है। चर्चा के दौरान यह भी बताया गया कि प्रदेश कांग्रेस के अन्य पदाधिकारियों ने भी इस बैठक में भाग लिया, जो संगठन की सक्रियता बढ़ाने और आगामी चुनाव की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करने में सहायक हो सकते हैं।
कमल नाथ की अध्यक्षता में कांग्रेस ने कई चुनावी रणनीतियाँ अपनाई थीं, लेकिन 2020 में उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था, जिसके बाद **जीतू पटवारी** को अध्यक्ष बनाया गया। पिछले लोकसभा चुनाव में भी, कमल नाथ छिंदवाड़ा तक ही सीमित रहे, लेकिन उनकी पहल पर यहां के ब्लाक कांग्रेस और विधानसभा अध्यक्षों में परिवर्तन हुआ।
पार्टी में बदलाव
इसी क्रम में, उमंग सिंघार को महाराष्ट्र चुनाव के लिए विदर्भ क्षेत्र का वरिष्ठ समन्वयक नियुक्त किया गया है। इससे पहले, प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता **कुणाल चौधरी** को राष्ट्रीय सचिव बनाकर महाराष्ट्र का प्रभारी बनाया गया। यह सभी बदलाव पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में उठाए गए कदम हैं।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस सेवादल ने नौ जिला अध्यक्षों का भी बदलाव किया है। यह कदम संगठन में सक्रियता को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है। प्रदेश कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष **योगेश यादव** ने इस बात की पुष्टि की कि जिन पदाधिकारियों ने संगठन के कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी नहीं दिखाई, उनके स्थान पर नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है।
नए चेहरों की नियुक्ति
इनमें से कुछ नए जिला अध्यक्षों के नाम हैं:
- सीधी जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह
- उज्जैन शहर के अध्यक्ष कुलदीप जाट
- दतिया के अध्यक्ष मोहनसिंह कुशवाहा
- दमोह के अध्यक्ष संजय चौरसिया
- आगर के अध्यक्ष देवकरण पाटीदार
- धार के अध्यक्ष जितेन्द्र जोशी
- सतना शहर के अध्यक्ष आनंद सेन
- सतना ग्रामीण के अध्यक्ष बरमेन्द्र सिंह परिहार
- मैहर के जिला अध्यक्ष अरुण तनय मिश्रा
इसके साथ ही, विभिन्न स्थानों पर प्रदेश सचिव और सह सचिवों की नियुक्तियां भी की गई हैं, जिसमें इंदौर, ग्वालियर, मुरैना और अन्य जिलों के नाम शामिल हैं।
जिला अध्यक्षों का बदलाव
सूत्रों के अनुसार, प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी घोषित होने के बाद कुछ जिला कांग्रेस अध्यक्षों के भी बदले जाने की संभावना है। नए चेहरों को आगे लाने की कोशिश की जाएगी, ताकि वे सभी नेताओं के साथ सामंजस्य बनाकर संगठन की गतिविधियों का विस्तार कर सकें।
पटवारी का बयान
इस बीच, विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव से पहले, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष **जीतू पटवारी** ने एक जनसभा में चुनावी प्रक्रिया को लेकर चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव में अधिकारी और कर्मचारी गड़बड़ी करते हैं, तो उनकी हैसियत का पता लगाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कलेक्टर्स ने दलितों के प्रति आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया है, जो निंदनीय है।
पटवारी ने कहा कि अगर जनता इस उपचुनाव में कांग्रेस का साथ देगी, तो वे गुंडाराज को समाप्त करने में सफल होंगे। उन्होंने शाजापुर कलेक्टर **किशोर कन्याल** पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके द्वारा की गई टिप्पणी के आधार पर ही उन्हें यहाँ नियुक्त किया गया था।
निष्कर्ष
कमल नाथ और राहुल गांधी की मुलाकात और उसके बाद के घटनाक्रमों ने यह स्पष्ट किया है कि कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए गंभीरता से रणनीति बनाने में जुटी हुई है। पार्टी में नए चेहरों की नियुक्ति और चुनावी तैयारियों के साथ-साथ, नेतृत्व में बदलावों की चर्चाएं यह संकेत देती हैं कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में अपनी स्थिति को मजबूती से स्थापित करने के लिए तैयार है।
कांग्रेस का लक्ष्य केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि संगठन को फिर से सक्रिय करना और कार्यकर्ताओं में उत्साह जगाना भी है। ऐसे में, आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा साबित हो सकते हैं।
Dakhal News
16 October 2024
All Rights Reserved © 2025 Dakhal News.
Created By: Medha Innovation & Development
|