ज्ञानवापी और उमा भारती

ज्ञानवापी सुनवाई पर बोलीं उमा भारती, याचिका पर हमें उत्तेजित नहीं होना है

 

ज्ञानवापी पर सुनवाई को लेकर उमा भारती ने कहा कि पितृ पक्ष में हमें महत्वपूर्ण निर्णय सुनने को मिला है कि ज्ञानवापी पर याचिका सुनवाई के योग्य है 

 ये प्रसन्नता का विषय है काशी मथुरा अयोध्या हमारे हृदय के विषय हैं1991 के एक्ट का पालन हो रहा है जब ये विधेयक आया तो मैं इसमें प्रमुख वक्ता थीम मैंने तब भी कहा था इसमें अयोध्या को जोड़ा गया है कृपया मथुरा और काशी को जोड़ा जाए तब ऐसा नहीं होने पर हमने इसका बहिष्कार किया था 

भाजपा ने ता  पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने  कहा  ज्ञानवापी याचिका शुरुआत है जब राम मंदिर की बात हुई तो फैसला सबने सुना आगे भी ऐसा हो मेरी अपील है कि ये जो याचिका है इसपर हमें उत्तेजित नहीं होना है काशी मथुरा अयोध्या हमारे हृदय के विषय हैं 1991 के एक्ट का पालन हो रहा है जब ये विधेयक आया तो मैं इसमें प्रमुख वक्ता थी मैंने तब भी कहा था इसमें अयोध्या को जोड़ा गया है कृपया मथुरा और काशी को जोड़ा जाए  तब ऐसा नहीं होने पर हमने इसका बहिष्कार किया था। 

उमा भारती ने कहा मुस्लिम और हिंदू समाज में अंतर है हिंदू समाज देवी देवताओं के खिलाफ सुन सकता है मुस्लिम अपने नबी के खिलाफ नहीं सुन सकता इस देश में मुस्लिम बड़ी संख्या में रहते हैं मेरे पास जो संख्या है उसके हिसाब से वो अल्पसंख्यक नहीं कहलाएंगे लेकिन वो हैं मैंने कहा था कि आक्रांताओं की यादें जब तक रहेगी, तब तक शांति नहीं रह सकतीं मैं चाहती हूं कि मथुरा का मामला भी सामने आए ये मामला भी न्यायालय में सुना जाए और उसका भी निर्णय हो। 

Dakhal News 13 September 2022

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