ऑर्गनिक खेती का दिया संदेश
भोपाल गैस कांड की तीसवीं बरसी पर गैस पीड़ितों के न्याय की लड़ाई लड़ रहे सामाजिक संगठनों ने इकबाल मैदान में विकल्प मेला लगाया है। मेले में भोपाल सहित देश भर के सामाजिक संगठन आर्गनिक खेती पर बल दे रहे हैं। पंजाब के खेती विरासत मिशन के सदस्य अजय त्रिपाठी ने आॅर्गनिक खेती के बारे में कहा कि गैस त्रासदी जैसे हादसे फिर नहीं होंगे। त्रिपाठी पंजाब में आॅर्गनिक खेती का अभियान चला रहे हैं। वे कहते हैं कि भोपाल के पीड़ितों का दर्द कीटनाशक दवाओं से जुड़ा है, इसलिए आए हैं। कीटनाशक दवाओं के उत्पादन से ही हादसा हुआ और हमारी कोशिश है कि कीटनाशक दवाओं का उपयोग ही बंद हो जाए। इस मौके पर पीएचडी स्कॉलर लवलीन ने कहा कि मप्र का गेहूं हम बेहद अच्छा मानते थे, लेकिन पंजाब की तरह यहां भी अत्यधिक कीटनाशकों का उपयोग होता है। मप्र में पंजाब की तरह दवाओं का इस्तेमाल न हो, ये संदेश देने आए हैं। इसके अलावा मेले में पवन ऊर्जा के मॉडल भी दिखाए जा रहे हैं। मेले में गैस कांड पर एक फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इसमें हादसे के बाद लोगों का जीवन दर्शाया गया है।