मध्यप्रदेश की आर्थिक रेटिंग "ए" श्रेणी की हुई
मुख्यमंत्री चौहान ने इन्दौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों की समीक्षामुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर, इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2014 की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री के साथ उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया भी थीं।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि समिट के आयोजन से विश्व-स्तर पर मध्यप्रदेश की पहचान बन रही है। समिट की देश में ही नहीं वरन विश्व-स्तर पर भी चर्चाएँ हो रही हैं। उन्होंने बताया कि भोपाल में आज आस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर ने मुलाकात कर प्रदेश में डेयरी उद्योग में निवेश की संभावनाओं के संबंध में चर्चा की। कनाडा से भी समिट के पूर्व, दौरे का प्रस्ताव आया है। इस प्रकार पूरा विश्व हमारी ओर संभावनाओं की दृष्टि से देख रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश असीम संभावनाओं का प्रदेश है। प्रकृति ने अपनी अनमोल संपदा से हमें परिपूर्ण किया है। प्रदेश की आर्थिक रेटिंग भी ए ग्रेड में है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को प्रदेश के विकास से जोड़ेंगे और प्रदेश की जनता को भी विकास में सहभागी बनायेंगे।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि समिट देश में ही नहीं वरन पूरे मध्यप्रदेश के उद्योगपतियों को भी अन्य देशों में व्यापक बाजार उपलब्ध करवायेगी। इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में सात से अधिक देश अपने प्रेजेन्टेशन देंगे। ये देश मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं तथा अपने देशों में निवेश की संभावनाओं पर अपना दृष्टिकोण रखेंगे। अभी तक 3000 से अधिक डेलीगे अपना पंजीयन करा चुके हैं और 250 से अधिक डेलीगेट् के आवेदन लंबित हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समिट विश्व-स्तर की होना चाहिये। आने वाले सभी डेलीगेट् को हर तरह से बेहतर माहौल मिले।इसके पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 9 अक्टूबर के आगमन की तैयारियों का जायजा लिया। पुराना एयरपोर्ट के बाहर कॉरिडोर का निरीक्षण किया। एयरपोर्ट से एमआर-10 से होते हुए ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर तक के मार्ग का निरीक्षण किया और निर्देश दिये कि मार्ग के दोनों ओर सभी व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद हों। आकर्षक होर्डिंग लगे जिनमें मध्यप्रदेश के पर्यटन, उद्योग, संस्कृति, कृषि एवं प्राकृतिक विषय अंकित हों।मुख्यमंत्री चौहान ने ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर के मुख्य हाल और व्यवस्थाओं की जानकारी ली। वहाँ के अन्य कक्षों का भी निरीक्षण किया और बैठक व्यवस्था देखी। उन्होंने निर्देश दिये कि निवेशकों और मंच पर उपस्थित अन्य लोगों के लिये एक समान व्यवस्था की जाये। मुख्यमंत्री ने प्रेस ब्रीफिंग कक्ष, मीडिया कक्ष के संबंध में भी चर्चा की और वहाँ सभी आधुनिक व्यवस्थाएँ उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। पार्किंग, होटलों और बैठक व्यवस्था पूर्ण होने पर पुनः प्रेजेन्टेशन के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि इस दौरान आम जनता को कोई परेशानी न हो।मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव एंटोनी डिसा, विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी पुलिस सुरेन्द्र सिंह, ट्रायफेक के एमडी डी.पी. आहूजा सहित इंदौर के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।