नईदुनिया संसदीय पुरस्कार 11 मंत्री-विधायक सम्मानित
नईदुनिया के समृद्ध और गौरवशाली पत्रकारिता के 70 साल के इतिहास पर देश-प्रदेश को गर्व है। इस अखबार ने राहुल बारपुते, राजेन्द्र माथुर और प्रभाष जोशी जैसे दिग्गज संपादक दिए हैं। नईदुनिया के 70वें स्थापना दिवस पर गुरुवार को विधानसभा के मानसरोवर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये बात कही। मुख्यमंत्री बोले- नईदुनिया अब नई सोच और नए अंदाज के साथ नए कलेवर में और लोकप्रिय होगा।
इससे पूर्व संसदीय पुरस्कार समारोह का आगाज जागरण परिवार के पितृपुरुष पूर्णचंद गुप्त और नरेंद्र मोहन गुप्त के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पण के साथ किया गया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा, जागरण प्रकाशन समूह के सीएमडी महेंद्र मोहन गुप्त, एग्जीक्यूटिव प्रेसीडेंट देवेश गुप्त ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए। नईदुनिया के सीईओ संजय शुक्ला ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
जनप्रतिनिधियों को अच्छे काम के लिए प्रेरित करेगा नईदुनिया संसदीय पुरस्कार: तोमर
केंद्रीय इस्पात व खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नईदुनिया के कार्यक्रम को मन को अविभूत करने वाला बताया। उन्होंने नईदुनिया/जागरण परिवार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह संसदीय पुरस्कार मध्यप्रदेश के जनप्रतिनिधियों को अच्छा काम करने की प्रेरणा प्रदान करेगा। 1975 में आपातकाल के दौर में नईदुनिया/नवदुनिया ने अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात का पुरजोर विरोध किया था और संपादकीय पेज को विरोध स्वरूप कोरा प्रकाशित किया था। उत्तर प्रदेश में यही काम जागरण ने किया। मुझे याद है कि महेंद्र मोहन गुप्त अपातकाल में जेल भी गए थे। लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी के प्रति दोनों का योगदान नजीर माना जाता रहेगा।
विश्वसनीयता नईदुनिया की पहचान: सीतासरन शर्मा
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने कहा कि आज देश में 88 हजार अखबार प्रकाशित हो रहे हैं। किसी अखबार को निरंतर 70 साल प्रकाशित करना बहुत कठिन काम हैं। इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के दौर में प्रिंट मीडिया के लिए अपना अस्तित्व बनाए रखना चुनौती भरा है। 1977 के चुनाव में नईदुनिया मध्यप्रदेश में सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला और भरोसेमंद माने जाना वाला अखबार रहा। नईदुनिया की विश्वसनीयता बरकरार रही। नईदुनिया ने वही भूमिका निभाई जो एक सच्चा देशभक्त और लोकतंत्र का प्रहरी निभाता है।
समारोह में इन्होंने की शिरकत
नईदुनिया संसदीय पुरस्कार समारोह में मप्र के 170 से ज्यादा विधायक और गणमान्य लोग मौजूद रहे। समारोह में मंत्री गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, डॉ. गौरी शंकर शेजवार, गौरी शंकर बिसेन, पारस जैन, माया सिंह, भूपेंद्र सिंह, राजेंद्र शुक्ल, ज्ञान सिंह, अंतर सिंह आर्य, लाल सिंह आर्य, दीपक जोशी, सुरेंद्र पटवा और डॉ. नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी उल्लेखनीय रही।
हर साल निभाएंगे संसदीय पुरस्कार की परंपरा: महेंद्र मोहन गुप्त
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषण के दौरान संसदीय पुरस्कार की इस परंपरा को जारी रखने के लिए कहा। इस पर नईदुनिया / जागरण प्रकाशन समूह के सीएमडी महेंद्र मोहन गुप्त ने हर साल वर्षगांठ के अवसर पर संसदीय पुरस्कारों की ये परंपरा जारी रखने की घोषणा की।
श्री गुप्त ने कहा कि चार साल पहले छजलानी परिवार आर्थिक नुकसान की वजह से नईदुनिया अखबार को बंद करने जा रहा था, तब हमने नईदुनिया की गौरवशाली परंपरा का ख्याल रखते हुए विनय छजलानी से कहा कि इस विरासत को आप हमें दे दीजिए, हम इस उत्कृष्ट परंपरा को आगे बढ़ाएंगे। श्री गुप्त ने कहा कि हम विश्वास दिलाते हैं कि पत्रकारिता के उन्हीं मानदंडों को कायम रखेंगे, जो 70 साल में नईदुनिया ने स्थापित किए हैं।
लोकतंत्र में ब्रम्हास्त्र है मीडिया : राजेंद्र सिंह
विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र सिंह ने कहा कि यह एक सुखद अवसर है जब हम देख रहे हैं कि कोई अखबार जनप्रतिनिधियों की प्रशंसा कर रहा है। दरअसल, आलोचना करना बड़ा सरल है, लेकिन प्रशंसा के लिए उदार हृदय की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए नईदुनिया साधुवाद का पात्र है। पुरस्कार समारोह से विधायक विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए और अधिक ईमानदारी से प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि बाल्यकाल से ही वे नईदुनिया से जुड़े रहे हैं। उन्होंने मीडिया की ताकत को लोकतंत्र का ब्रम्हास्त्र निरूपित किया।
हम आज भी प्रोडक्ट नहीं अखबार हैं : आनंद पांडे
नईदुनिया के समूह संपादक आनंद पांडे ने कहा कि ड्राइंग रूम में बैठकर लोकतंत्र और राजनीति को कोसने से कुछ नहीं होगा, जब हम जनप्रतिनिधियों की कमियों को रेखांकित करते हैं, तो हमारा धर्म है कि अच्छा काम करने वालों को प्रशंसा के साथ पुरस्कृत भी करें। नईदुनिया, नवदुनिया आज भी प्रोडक्ट नहीं, बल्कि अखबार की तरह ही प्रकाशित होता है।
इनका हुआ सम्मान
- सदन में सर्वाधिक उपस्थिति एवं सर्वाधिक सवालों के जवाब देने वाले मंत्री
नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य और विधि एवं विधायी कार्य मंत्री
- विधानसभा में सर्वाधिक ध्यानाकर्षण सूचना लगाने के लिए
- पुरुष वर्ग - डॉ. गोविंद सिंह, लहार
- महिला वर्ग - सरस्वती सिंह
बजट सत्र के सदन में सर्वाधिक भागीदारी
- पुरुष वर्ग - बहादुर सिंह चौहान, (उज्जैन) - महिला वर्ग - झूमा सोलंकी, विधायक कनगांव (खरगोन)
सर्वाधिक प्रश्न पूछने वाले विधायक
- पुरुष वर्ग - कालू सिंह ठाकुर
- महिला वर्ग - ऊषा चौधरी
सदन में सर्वाधिक उपस्थिति
- पुरुष वर्ग - प्रताप सिंह, विधायक जवेरा (दमोह) ह महिला वर्ग - ममता मीणा, विधायक चाचौड़ा (गुना)
विधेयक चर्चा में सर्वाधिक भागीदारी
- पुरुष वर्ग - डॉ. रामनिवास रावत विधायक - विजयपुर (श्योपुर)
- महिला वर्ग - शीला त्यागी, विधायक मनगवां (रीवा)