Patrakar Priyanshi Chaturvedi
पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राजनीति गरमा गई है। इसी बीच तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक मदन मित्रा के एक बयान ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। मदन मित्रा ने दावा किया कि भगवान राम मुस्लिम थे, जिसका वीडियो सामने आने के बाद सियासी हलकों में हड़कंप मच गया। उनके इस बयान को सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाला बताते हुए विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने इसे हिंदू आस्था पर सीधा हमला करार दिया है।
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने मदन मित्रा के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह हिंदू धर्म का सुनियोजित अपमान है। पश्चिम बंगाल बीजेपी इकाई ने भी आरोप लगाया कि टीएमसी नेताओं को हिंदू देवी-देवताओं और मान्यताओं का अपमान करने की आदत हो गई है। पार्टी ने कहा कि इस तरह के बयान केवल जुबान फिसलने नहीं, बल्कि हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने की सोच को दर्शाते हैं। भाजपा ने टीएमसी को “हिंदू विरोधी पार्टी” बताते हुए कहा कि जनता आने वाले चुनाव में इसका जवाब देगी।
विवाद बढ़ने के बाद मदन मित्रा ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनका मकसद हिंदू धर्म पर हमला करना नहीं, बल्कि बीजेपी नेताओं की हिंदू धर्म की “सतही समझ” पर सवाल उठाना था। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में एक निजी बातचीत के दौरान उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को चुनौती दी थी कि वे साबित करें कि भगवान राम हिंदू थे, लेकिन कोई जवाब नहीं दे पाया। मित्रा ने कहा कि वे अपने बयान के राजनीतिक नतीजों से नहीं डरते और भाजपा जो करना चाहे कर सकती है। उनके इस बयान ने बंगाल की राजनीति में धार्मिक मुद्दों पर नई बहस छेड़ दी है।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
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