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जबलपुर । मध्य प्रदेश के जिला अस्पताल विक्टोरिया में स्थित सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ रिकॉर्ड कीपर को आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने ₹20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गुरूवार को द्वारका होटल के सामने से रंगे हाथों पकड़ा है।
ज्वालामुखी वार्ड सिहोरा निवासी शिकायतकर्ता मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि वह सिहोरा में ब्लड कलेक्शन का कार्य करता है और ब्लड कलेक्ट करके जबलपुर लैब में भेजता है। जहां आकाश गुप्ता के द्वारा लैब के संबंध में शिकायतों की जांच लंबित होने की बात कह कर जांच बंद करने के एवज में ₹60 हजार की रिश्वत की मांग की जा रही थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि लंबे समय से लिपिक आकाश गुप्ता और सुमित के द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा था और रिश्वत की मांग की जा रही थी। इस रिश्वत की मांग में एक दलाल सुमित नामक व्यक्ति को भी शामिल कर रखा था। जो कि जिला अस्पताल विक्टोरिया में दलाली का कार्य करता है।
जिससे परेशान होकर उसने पूरे मामले की शिकायत ईओडब्लू से की थी। जिसके बाद गुरूवार को ईओडब्ल्यू की टीम के द्वारा कार्रवाई करते हुए बीस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए लिपिक आकाश गुप्ता को पकड़ा है। आरोपी आकाश गुप्ता पद रिकॉर्ड कीपर एवं लीगल शाखा प्रभारी, कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, विक्टोरिया अस्पताल, जबलपुर के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधन 2018 की धारा 7 (ए) के अंतर्गत मौते पर रंगे हाथो पकड़ा जाकर अपराध कायम किया गया है।
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