मुरैना । दबंगों ने ग्रामीण व किसानों का आवागमन बंद करने के लिये गांव का गंदा पानी दगरे (कच्चा रास्ता) में छोड़ दिया। इससे लगभग एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीण व किसान को मरीजों के लाने-ले जाने के साथ-साथ स्वयं के आवागमन का संकट पैदा हो गया है। समस्या के निराकरण के लिये जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में गुहार लगाई गई है।
स्थानीय प्रशासन व मौके की जांच के लिये राजस्व विभाग के प्रतिनिधि को गांव में भेजा है। वस्तुस्थिति का अवलोकन कर रास्ता सुगम बनाने का दावा प्रशासन द्वारा किया तो जा रहा है, लेकिन कब तक समस्या का निराकरण होगा यह कहा नहीं जा सकता है। जिले की ग्राम पंचायत हांसई मेवदा का मजरा श्रीचंद का पुरा क्वारी नदी के बीहड़ में है। ग्राम पंचायत मुख्यालय से लगभग 2 किलोमीटर दूर एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीण श्रीचंद का पुरा में निवास करते हैं। कई दशक पूर्व से ग्रामीण व उनके पूर्वज ग्राम पंचायत मुख्यालय के लिये आवागमन करने के लिए जिस दगरे (कच्चा रास्ता) का उपयोग करते चले आ रहे हैं अब वह संभव दिखाई नहीं दे रहा है।
ग्राम पंचायत हांसई मेवदा का गंदा पानी जिस रास्ते से बीहड़ों में 20 दिन पहले जा रहा था गांव के दबंग लोगों ने गंदे पानी का रास्ता बदलकर श्रीचंद का पुरा के ग्रामीणजन के आवागमन वाले दगरे (कच्चा रास्ता) की ओर कर दिया। जिससे दगरे (कच्चा रास्ता) में दो से ढाई फीट पानी लगभग 100 से डेढ़ सौ मीटर की लम्बाई में भर गया है। स्थिति बिगड़ती देख ग्रामीणजन खेतों की मेड़ से होकर आवागमन कर रहे हैं। खेतों में बोई गई गेंहू की फसल के बड़े होते ही कुछ दिवस बाद इन मेड़ों से निकलना बंद हो जायेगा। खेत मालिक मेड़ का रास्ता बेरीकेड्स से बंद कर देंगे। इससे किसानों को आवागमन का संकट पैदा हो जायेगा। दल दल बना रास्ता ग्राम पंचायत मुख्यालय हांसई मेवदा से श्रीचंद का पुरा के लिये आवागमन करने के लिए दगरा (कच्चा रास्ता) में गंदा पानी भर जाने से दल-दल हो गया है। शिक्षा के लिये प्राथमिक, माध्यमिक कक्षाओं के विद्यार्थी अध्ययन के लिये स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं।
वहीं उच्च कक्षाओं के विद्यार्थियों को ही आवागमन का संकट हो गया है क्योंकि नाले के गंदे पानी को पार कर जाना पड़ रहा है। कुछ दिवस बाद खेत की मेड का रास्ता बंद होने पर विद्यार्थी अध्ययन के लिये नहीं निकल पायेंगे। इसी तरह गांव श्रीचंद का पुरा से कैंसर मरीज को इलाज के लिये लाना ले जाना संकटग्रस्त हो गया है।
पटवारी को जांच के लिए भेजा ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन द्वारा मौके की जांच के लिये पटवारी को भेज तो दिया है, लेकिन ग्रामीण रास्ता सुगम हो जाने के लिये आशान्वित दिखाई नहीं दे रहे। किसान नहीं कर पा रहे बोवनी नाले का पानी दगरा (कच्चा रास्ता) में भर जाने से हांसई व श्रीचंद का पुरा के सैकड़ों किसान खेतों में बोबनी नहीं कर पा रहे हैं। डेढ़ सैकड़ा बीघा से अधिक कृषि भूमि में फसल न होना किसान बता रहे हैं। हांसई गांव के दलित किसान भी इस समस्या से पीडि़त हैं। कुछ किसानों द्वारा कड़े संघर्ष के बाद बोबनी तो कर दी है, लेकिन फसल की संभावना दिखाई नहीं दे रही। खरीफ के बाद रबी की फसल पर अतिवर्षा के कारण आई प्राकृतिक आपदा से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे समस्याग्रस्त किसान अब संकट में दिखाई दे रहा है।
इस संबंध में मुरैना एसडीएम भूपेन्द्र सिंह कुशवाह का कहना है कि मामला मेरी संज्ञान में आया है। जांच के लिए पटवारी को भेजा है। रास्ता खुलवाकर निर्माण भी कराया जाएगा।