लाल किले की प्राचीर से भी मनाया गया ऑपरेशन 'सिंदूर' की सफलता का जश्न
new delhi,   success of Operation
नई दिल्ली । लाल किले की प्राचीर से देश के मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह के साथ-साथ पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य बलों के ऑपरेशन 'सिंदूर' की सफलता का खास जश्न मनाया गया। फूलों की सजावट में भी इसी ऑपरेशन के आधार पर की गई। वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों से की गई पुष्प वर्षा के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में भी ऑपरेशन 'सिंदूर' के दौरान इस्तेमाल किए गए हथियारों में 'आत्मनिर्भर भारत' का जिक्र किया।
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह सबसे पहले राजघाट पहुंचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया। इसके बाद उनका काफिला लाल किला पर पहुंचा, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने किया। इसके बाद रक्षा सचिव ने दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार का परिचय प्रधानमंत्री से कराया। दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री को समारोह के सलामी मंच तक ले गए, जहां अंतर-सेवा और दिल्ली पुलिस गार्ड की संयुक्त टुकड़ी ने प्रधानमंत्री को सलामी दी। प्रधानमंत्री के लिए गार्ड ऑफ ऑनर दस्ते में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के 24-24 जवान थे।
 
भारतीय वायु सेना ने इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह का समन्वय किया। गार्ड ऑफ ऑनर की कमान विंग कमांडर एएस सेखों ने संभाली। प्रधानमंत्री के गार्ड में सेना दस्ते की कमान मेजर अर्जुन सिंह, नौसेना दस्ते की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर कोमलदीप सिंह और वायु सेना दस्ते की कमान स्क्वाड्रन लीडर राजन अरोड़ा ने संभाली। दिल्ली पुलिस दस्ते की कमान अतिरिक्त डीसीपी रोहित राजबीर सिंह के हाथ में रही। सलामी गारद का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर गए, जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेनाध्यक्ष एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने उनका स्वागत किया।
 
इसके बाद दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर पर स्थित मंच तक ले गए। वहां मौजूद फ्लाइंग ऑफिसर रशिका शर्मा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री को सहयोग दिया। इसी समय 1721 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के वीर तोपचियों ने 21 तोपों की सलामी दी। स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन का उपयोग करने वाली इस औपचारिक बैटरी की कमान मेजर पवन सिंह शेखावत ने संभाली। ध्वजारोहण के बाद थल सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के 128 कर्मियों ने तिरंगे को 'राष्ट्रीय सलामी' दी। विंग कमांडर तरुण डागर ने इस अंतर-सेवा रक्षक और पुलिस रक्षक दल की कमान संभाली।
 
राष्ट्रीय ध्वज रक्षक दल में थल सेना की टुकड़ी की कमान मेजर प्रकाश सिंह, नौसेना की टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर मोहम्मद परवेज और वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर वीवी शरवन के हाथों में रही। दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की कमान अतिरिक्त डीसीपी अभिमन्यु पोसवाल ने संभाली। 'राष्ट्रीय सलामी' देने के दौरान वायु सेना के बैंड ने राष्ट्रगान की धुन बजाई, जिसका संचालन जूनियर वारंट ऑफिसर एम डेका ने किया। ऐसा पहली बार हुआ, जब 11 अग्निवीर वायु संगीतकार भी राष्ट्रगान बजाने वाले बैंड का हिस्सा बने। प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय ध्वज फहराते ही भारतीय वायु सेना के दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर एक राष्ट्रीय ध्वज के साथ आयोजन स्थल पर फूलों की वर्षा की। विंग कमांडर विनय पूनिया और विंग कमांडर आदित्य जायसवाल इन हेलीकॉप्टरों के कैप्टन थे।
Dakhal News 15 August 2025

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