क्या ‘न्यूज नेशन’ को बेचने की है तैयारी? छंटनी और कॉस्ट कटिंग से उठ रहे कई सवाल
देश के प्रमुख हिंदी न्यूज चैनलों

देश के प्रमुख हिंदी न्यूज चैनलों में से एक ‘न्यूज नेशन’ में इन दिनों हालात ठीक नहीं चल रहे हैं। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चैनल में बड़े स्तर पर छंटनी की गई है, जिसमें टीवी, डिजिटल और नेशनल टीम के कई पत्रकारों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।खबर है कि कुछ समय पहले चैनल में छंटनी हुई थी, हालांकि बीच में यह रुक गई थी और पिछले महीने इंक्रीमेंट भी हुए थे, लेकिन 13 दिसंबर को अचानक से कई पत्रकारों को मेल कर, फोन कर और बुलाकर नौकरी से हटाने की सूचना दी गई। इनमें आउटपुट, इनपुट, रिसर्च, टेक्निकल, कैमरा, एंकर्स की भी नौकरी गई।

नाम न छापने की शर्त पर दखल से बातचीत में कई पत्रकारों ने बताया कि मैनेजमेंट ने मौखिक रूप से कई एंप्लॉयीज को इस्तीफा देने के लिए कहा और कुछ मामलों में उनसे जबरन इस्तीफा भी ले लिया गया। हालांकि, इस मुद्दे पर अब तक मैनेजमेंट की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि यह छंटनी चैनल के आंतरिक संकट और लागत को कम करने की योजना का हिस्सा है। यह भी कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में छंटनी का यह सिलसिला और तेज हो सकता है, जिससे कई और एंप्लॉयीज पर गाज गिरने की आशंका है।

चैनल को बेचे जाने की चर्चाओं ने पकड़ा जोर: इंडस्ट्री में इस तरह की चर्चाएं भी तेजी से चल रही हैं कि ‘न्यूज नेशन’ नेटवर्क को बेचने की तैयारी है। इसको लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए चैनल प्रबंधन द्वारा बड़े पैमाने पर कॉस्ट कटिंग की जा रही है। ऐसे में वर्कफोर्स को कम करने का निर्णय लिया गया है, जिसके तहत छंटनी की जा रही है और इसकी चपेट में टीवी, डिजिटल और अन्य टीमों के कई पत्रकार आए हैं, जबकि कई पर अभी नौकरी जाने की तलवार लटकी हुई है।

पत्रकारों में चिंता और असुरक्षा का माहौल: छंटनी की इस लहर के चलते न्यूज़ नेशन के एंप्लॉयीज में असुरक्षा और भय का माहौल बन गया है। कई पत्रकार जो लंबे समय से चैनल से जुड़े हुए थे, उन्हें अचानक बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इससे इंडस्ट्री में भी हलचल मच गई है और लोग इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।

 

प्रबंधन से संपर्क का प्रयास जारी: इस पूरे मामले पर दख़ल द्वारा न्यूज नेशन के मैनेजमेंट से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन खबर लिखे जाने तक उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। हालांकि, संस्थान से जुड़े उच्च स्तरीय सूत्रों का कहना है कि कॉस्ट कटिंग की जा रही है और इसलिए वर्कफोर्स को कम किया जा रहा है। वहीं, चैनल को बेचे जाने की चर्चाओं को उन्होंने महज अफवाह करार दिया है।  ‘न्यूज नेशन नेटवर्क’ की ओर से कुछ एंप्लॉयीज को भेजे गए मेल का स्क्रीन शॉट (विश्वसनीय सूत्रों द्वारा समाचार4मीडिया को उपलब्ध कराई गई कॉपी) आप यहां देख सकते हैं।

Dakhal News 15 December 2024

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