भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य सरकार से कोरोना संकटकाल में उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से बिजली के तीन माह के बिल माफ करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार के बिजली बिलों को लेकर लिये गये निर्णय पर सवाल भी उठाये हैं।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोमवार को ट्वीट किया है कि - ‘कोरोना महामारी में खराब अर्थव्यवस्था को देखते हुए आज जरूरत है कि प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को छूट प्रदान करते हुए उनके तीन माह के बिजली के बिल पूरी तरह से माफ किये जाएं।’ उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है कि - ‘मांग के विपरीत राज्य सरकार द्वारा अजीबोगरीब निर्णय लिया गया कि किसी के इतने आये तो इतने भरना, इतने आये तो उतने भरना, बाकी हम जांच करेंगे, लेकिन बिल तो भरना पड़ेगा। फायदा भी सभी को नहीं, कोई माफी नहीं?’
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा है कि ‘उद्योग मांग कर रहे थे कि लॉकडाउन की अवधि के उनके फिक्स चार्ज से लेकर न्यूनतम यूनिट चार्ज, लाइन लॉस चार्ज, विलंब चार्ज सहित अन्य चार्ज में सरकार उन्हें छूट देकर ‘जितनी खपत उतना बिल’ प्रदान करे, लेकिन निर्णय सभी चार्जों में छूट का नहीं, सिर्फ फिक्स चार्ज की वसूली को अभी स्थगित का लिया गया, इसे भी बाद में भरना पड़ेगा।
कमलनाथ ने कहा है कि गरीब, छोटे व्यवसायी, प्रवासी मजदूर एकमुश्त 10 हजार रुपये के राहत पैकेज की मांग कर रहे हैं, लेकिन निर्णय लिया गया कि मजदूरों के पंजीयन होंगे, छोटे व्यवसायियों को 10 हजार रुपये तक का कर्ज बैंक से दिलवाया जाएगा। जब इस महामारी में काम नहीं, आमदनी नहीं, खाने को नहीं तो कर्ज कहां से भरेंगे?’ उन्होंने राज्य सरकार के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह सिर्फ शिवराज सरकार की आंकड़ों की बाजीगरी है, रियायत के नाम पर कुछ भी नहीं।’