भोपाल। केंद्र की मोदी सरकार के हर काम पर टीका-टिप्पणी करना पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के लिये सबसे जरूरी कामों में से एक है। अब उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिये गठित ट्रस्ट को लेकर आपत्ति जताई है। जिस तरह से सरकार ने इस ट्रस्ट का गठन किया है, उसे दिग्विजय सिंह ने सनातन धर्म की परंपराओं पर चोट बताया है।
केंद्र सरकार द्वारा राम मंदिर ट्रस्ट के गठन का जहां प्रदेश के भाजपा नेताओं ने स्वागत किया है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि इस ट्रस्ट में एक भी मान्यता प्राप्त शंकराचार्य या रामानन्दी संप्रदाय के संत शामिल नहीं हैं। उन्होंने पूछा है कि पूर्व से स्थापित रामालय ट्रस्ट को मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी दिये जाने में क्या परेशानी है, जिसका गठन सनातन धर्म के सभी संतों की सहमति से किया गया था। उन्होंने कहा है कि मोदी-शाह सरकार राजनीतिक स्वार्थ के लिये सनातन धर्म की परंपरागत मान्यताओं को भी नष्ट कर रही है।