अंधेरी रात में रात्रि तीन बजे कलेक्टर कोचर सफाई का जायजा लेने निकले
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दमोह ।  मध्यप्रदेश की स्थापना दिवस की रात दमोह में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब जिले के कलेक्टर कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर अचानक शहर की सड़कों पर दिखाई दिए। रात का समय करीब तीन बजे था, जब अधिकांश लोग नींद में थे, लेकिन शहर के कलेक्टर सड़कों पर सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। यह सब “एक दिन चकाचक” अभियान के तहत किया गया, जिसकी शुरुआत स्वयं कलेक्टर ने राज्य स्थापना दिवस (1 नवम्बर) शनिवार से की है।

कलेक्टर कोचर रात में नगर के अनेक तिराहों और चौराहों पर पहुंचे और सफाईकर्मियों से बातचीत की। उन्होंने उनसे पूछा कि सफाई के दौरान उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए क्या किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने सफाईकर्मियों का हौसला भी बढ़ाया और उनके कार्य की सराहना की।

‘एक दिन चकाचक’ अभियान की अनूठी सोच

दरअसल, कलेक्टर कोचर ने एक दिन पहले ही संकेत दिए थे कि वे स्वयं माह में एक दिन रात तीन बजे से सड़कों पर उतरकर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे। इस अभियान का उद्देश्य है कि जिले की सफाई व्यवस्था को जन आंदोलन का रूप दिया जाए और लोगों में स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा की जाए। कलेक्टर ने बताया कि “हमने यह संकल्प लिया है कि इस बार दमोह को स्वच्छता रैंकिंग में सम्मानजनक स्थान दिलाया जाएगा। एक नवम्बर, यानी आज का दिन जो मध्यप्रदेश की स्थापना का दिन है, इसी दिन से हमने ‘एक दिन चकाचक’ अभियान की शुरुआत की है। यह केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सतत प्रयास होगा।”

सभी निकायों में विशेष सफाई अभियान

इसके साथ ही कलेक्टर कोचर ने निर्देश दिए हैं कि जिले के सभी नगरीय निकायों में माह में एक दिन विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। इस दिन अधिकारी और कर्मचारी मिलकर शहर की सड़कों, गलियों और सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई करेंगे। उन्होंने कहा कि “हम जनता के सामने यह उदाहरण प्रस्तुत करना चाहते हैं कि प्रशासन स्वच्छता को लेकर कितना गंभीर है।” निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने पाया कि अधिकांश स्थानों पर सफाई व्यवस्था संतोषजनक है, हालांकि कुछ जगहों पर सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां भी कमी दिखे, वहां तुरंत सुधारात्मक कदम उठाए जाएं।

जनता से सहयोग और अनुशासन की अपील

कलेक्टर कोचर ने कहा कि जनता हमेशा सहयोग के लिए तैयार रहती है, बस उन्हें सही दिशा में प्रेरित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “हमें नागरिकों को यह बताना होगा कि साफ-सफाई केवल नगरपालिका की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। जो लोग नहीं मानते, उन्हें पहले समझाना चाहिए, और फिर भी यदि वे नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।” उन्होंने यह भी बताया कि सफाई के बाद संबंधित क्षेत्र में एक-दो सफाईकर्मी नियमित रूप से निगरानी के लिए रहेंगे, ताकि क्षेत्र दोबारा गंदा न हो।

शहर में चर्चा का विषय बना कलेक्टर का दौरा

कलेक्टर कोचर के इस अप्रत्याशित दौरे की जानकारी जैसे ही शहर में फैली, लोगों में इसे लेकर सकारात्मक चर्चा शुरू हो गई। सुबह से ही नगर में हर तरफ “कलेक्टर रात में निकले सफाई देखने” की बात चर्चा का विषय बनी रही। लोगों ने इस पहल की सराहना की और इसे प्रशासनिक प्रतिबद्धता का उदाहरण बताया। नगरवासियों का कहना है कि यदि अधिकारी खुद मैदान में उतरें, तो कर्मचारियों और नागरिकों दोनों में जिम्मेदारी की भावना और बढ़ती है।

स्वच्छ दमोह की दिशा में बड़ा कदम

कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर की इस पहल को स्वच्छ भारत मिशन की भावना से जोड़ते हुए देखा जा रहा है। उनका कहना है कि यह अभियान केवल एक दिन का नहीं होगा, बल्कि हर महीने इसे निरंतर रूप से किया जाएगा ताकि दमोह को स्वच्छ और सुंदर शहर बनाया जा सके। अभियान की शुरुआत जिस समर्पण और व्यवहारिक दृष्टिकोण के साथ हुई है, उसने दमोह में प्रशासन के प्रति जनता का विश्वास और भी मजबूत किया है। यह उम्मीद की जा रही है कि “एक दिन चकाचक” अभियान न केवल दमोह, बल्कि अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।

 

Dakhal News 1 November 2025

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