जबलपुर । मध्य प्रदेश में पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा के निर्देशानुसार पुलिस द्वारा राज्य में चोरी, नकबजनी, लूट और झपटमारी जैसे संपत्ति संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सघन और सतत अभियान निरंतर चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत जबलपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता दर्ज करते हुए पूर्व मकान मालकिन के घर चोरी करने वाले आरोपित को गिरफ्तार कर उसके पास से 41 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के जेवर और 61 हजार रुपये नकदी बरामद की है। यह कार्रवाई थाना गोरखपुर पुलिस टीम द्वारा पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (जोन-2) पल्लवी शुक्ला और नगर पुलिस अधीक्षक एमडी नागोतिया के मार्गदर्शन में की गई।
पुलिस मुख्यालय द्वारा शनिवार को जानकारी दी गई कि जबलपुर के गोरखपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत इंद्रा स्कूल के पास रहने वाली 77 वर्षीय लक्ष्मी शर्मा के घर से सोने-चांदी के जेवर और नकदी चोरी की गई थी। पुलिस ने वैज्ञानिक एवं तकनीकी साक्ष्यों, सीसीटीवी फुटेज और खुफिया जानकारी के आधार पर आरोपी की पहचान की। आरोपी को छत्तीसगढ़ के कोंडा जिले से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार करते हुए चोरी किया गया माल अपने नानी के घर ग्राम केमला में छिपाने की बात कबूल की। उसकी निशानदेही पर सोना, चांदी और नकदी सहित संपूर्ण माल बरामद किया गया। पुलिस टीम की पेशेवर दक्षता और तत्परता से न केवल आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित हुई, बल्कि चोरी गया पूरा माल बरामद किया जा सका।
उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह में मध्य प्रदेश पुलिस ने मुरैना और आगर मालवा जिलों में भी संपत्ति संबंधी अपराधों के विरुद्ध बड़ी सफलताएँ हासिल की हैं। जिनमें मुरैना पुलिस ने थाना स्टेशन रोड क्षेत्र में घटित सनसनीखेज चोरी की घटना का खुलासा करते हुए 30,000-30,000 रुपये के इनामी सात अंतरराज्यीय अपराधियों को गिरफ्तार कर 4.53 लाख रुपये नकद, पांच तोले सोना, 750 ग्राम चांदी, घटना में प्रयुक्त वाहन, हथियार और मोबाइल फोन सहित कुल 20 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति बरामद की। वहीं आगर मालवा पुलिस ने दो अलग-अलग चोरी की वारदातों का पर्दाफाश करते हुए एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया और 12 लाख रुपये से अधिक मूल्य का मशरूका (सोना, चांदी और नकदी) बरामद किया।
ज्ञात हो कि प्रदेश में अक्टूबर माह के दौरान पुलिस की मुस्तैद कार्रवाई से अब तक 13 करोड़ 37 लाख रुपये से अधिक मूल्य की चोरी गई संपत्ति बरामद की जा चुकी है। इसमें सोना, चांदी, नकदी, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अन्य बहुमूल्य वस्तुएँ शामिल हैं। डीजीपी कैलाश मकवाणा ने कहा कि संपत्ति संबंधी अपराधों पर पुलिस की प्रतिक्रिया त्वरित, सटीक और निर्णायक होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया है कि न केवल अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए, बल्कि चोरी गई संपत्ति की अधिकतम बरामदगी भी प्राथमिकता पर हो। साथ ही, इस प्रकार के अपराधों की पुनरावृत्ति रोकने हेतु निगरानी और इंटेलिजेंस नेटवर्क को और सुदृढ़ किया जाए। मध्य प्रदेश पुलिस की यह कार्यशैली स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि राज्य में कानून-व्यवस्था मजबूत है और पुलिस बल नागरिकों की सुरक्षा व विश्वास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है।