सादा आटा या मल्टीग्रेन कौन सा सही?
bhopal,Plain flour or multigrain, which is right?

कभी सोचा है : रोज़ की थाली में रखी रोटी आखिर हमारी सेहत के लिए कितनी मायने रखती है : रोटी हर घर में बनती है : कभी सादी, कभी घी लगी, कभी गर्मागर्म तवा से उतरते ही प्लेट में : पर आज सवाल ये है कि रोटी के लिए :  गेहूं का सादा आटा या मल्टीग्रेन आटा : किसमें ज़्यादा दम है : तो समझिये इसे :  हर शरीर की ज़रूरत अलग होती है : अगर आपकी डाइट बैलेंस्ड है, पाचन दुरुस्त है, तो साधा गेहूं का आटा ही काफी है : इसमें वो सब है जो शरीर को चाहिए : कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स : लेकिन अगर खानपान गड़बड़ है, या आप मोटापा, शुगर या हार्ट डिजीज जैसी दिक्कतों से जूझ रहे हैं : तो मल्टीग्रेन आटा आपके लिए फायदेमंद हो सकता है : बस डॉक्टर की सलाह के साथ : हाँ : एक बात याद रखिए  : मार्केट में मिलने वाले “मल्टीग्रेन” आटे में ज़्यादातर सिर्फ 5 से 15% ही दूसरे अनाज मिलते हैं : यानि नाम बड़ा, पर  काम उतना नहीं : और अगर आपका पाचन कमजोर है या बुज़ुर्ग हैं घर में  : तो बहुत ज़्यादा फाइबर वाला आटा उल्टा नुकसान भी कर सकता है : तो सीधी बात ये है  : सभी के लिए एक ही आटा सही नहीं होता : जिसे ताकत चाहिए, उसे गेहूं का आटा काफी है : और संतुलित नियंत्रण चाहिए तो समझदारी से मल्टीग्रेन  आटा का इस्तेमाल कर सकते हैं : तो रोटी वही खाइए जो शरीर को सुकून दे, सिर्फ ट्रेंड को नहीं 

Dakhal News 7 October 2025

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