 
									Dakhal News
 30 October 2025
									30 October 2025
									 
								
								हर साल 28 सितंबर को दुनिया भर में रेबीज डे मनाया जाता है : ताकि लोगों को इस घातक बीमारी के बारे में जागरूक किया जा सके : रेबीज की वैक्सीन सबसे पहले वैज्ञानिक लुई पाश्चर ने बनाई थी : यही वैक्सीन समय पर लग जाए तो जान बच सकती है : लेकिन देर हुई, तो मौत तय है : ज्यादातर लोग सोचते हैं कि रेबीज सिर्फ कुत्ते के काटने से फैलता है : लेकिन सच्चाई इससे कहीं ज़्यादा खतरनाक है : बिल्ली, खरगोश, बंदर, सियार : यहां तक कि चमगादड़, रकून, स्कंक, गिलहरी और लोमड़ी भी रेबीज फैला सकती हैं : यानी सिर्फ कुत्ता ही नहीं, कई और जानवर इस वायरस के वाहक हैं : अब सवाल है इसकी पहचान कैसे करें : तो अगर किसी जानवर के काटने के बाद आपको बुखार, सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश या उल्टी-दस्त जैसे लक्षण दिखें : तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं :याद रखिए : रेबीज का कोई इलाज नहीं है, बचाव ही एकमात्र उपाय है : और बचाव का सबसे पक्का तरीका है : समय पर वैक्सीन लगवाना : तो इस विश्व रेबीज डे पर अपना और अपने परिवार का ख्याल रखिए : और जागरूकता फैलाइए
 
							
							
							
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 28 September 2025
								28 September 2025
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