अधूरी नल-जल योजना से परेशान ग्रामीण, ठेका कंपनी की लापरवाही से हादसों का खतरा
खातेगांव के सुकेड़ी गांव में दो साल से नल-जल योजना अधूरी पड़ी हुई है, जिससे ग्रामीणों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस योजना के तहत गांव में घर-घर पानी पहुंचाने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक यह योजना पूरी नहीं हो पाई है। शिकायतों के बावजूद विभाग और ठेका कंपनी इस मामले पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे ग्रामीणों की परेशानियाँ बढ़ गई हैं।
लापरवाही से खतरे का माहौल
खातेगांव के सुकेड़ी गांव में ठेका कंपनी ने पाइपलाइन डालने के लिए सड़कें खोदीं, लेकिन इन गड्ढों को भरने की कोई कोशिश नहीं की गई। इससे सड़क पर चलना अत्यंत मुश्किल हो गया है, और राहगीरों के लिए खतरे का कारण बन गया है। कई बार ग्रामीणों ने विभाग से शिकायत की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। इसके परिणामस्वरूप लोग न केवल पानी के लिए तरस रहे हैं, बल्कि रोजमर्रा के आवागमन में भी गंभीर दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
सिस्टम की लापरवाही
नल-जल योजना का उद्देश्य था कि हर घर में पानी पहुंचे, लेकिन योजना के अधूरे रहने से ग्रामीणों की बुनियादी ज़रूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं। विभाग और ठेका कंपनी की लापरवाही ने सुकेड़ी गांव के लोगों के लिए समस्याओं का पहाड़ खड़ा कर दिया है, जिनका समाधान शीघ्र किया जाना चाहिए।
ग्रामीणों ने अब प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की उम्मीद जताई है, ताकि उनका जल संकट भी हल हो सके और सड़क से जुड़ी समस्याएं भी दूर हो सकें।