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भारत सरकार द्वारा जारी की गई एकीकृत पेंशन स्कीम (UPS) के खिलाफ सीहोर जिले में कर्मचारियों ने 28 जनवरी 2025 को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में केंद्रीय और राज्य विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों ने एकजुट होकर UPS और NPS (नई पेंशन स्कीम) के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। उनका मुख्य उद्देश्य पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली है, जिसे उन्होंने अपने भविष्य के लिए ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद माना है।
विरोध का कारण और कर्मचारी की चिंता
सीहोर जिले के कर्मचारियों का कहना है कि UPS और NPS जैसी नई पेंशन योजनाएं उनके भविष्य के लिए अंधकारमय हो सकती हैं। उनका मानना है कि इन योजनाओं में कर्मचारियों को जो पेंशन मिल रही है, वह अपर्याप्त और असुरक्षित है। इसके बजाय, कर्मचारियों की मांग है कि पुरानी पेंशन योजना को फिर से बहाल किया जाए, जो उनके लिए वित्तीय सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करती थी।
नारे और विरोध के तरीके
विरोध प्रदर्शन के दौरान, कर्मचारियों ने 'UPS वापस जाओ, NPS वापस जाओ' के नारे लगाए और पेंशन स्कीम के खिलाफ पोस्टर जलाए। यह प्रदर्शन सीहोर जिले के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में हुआ, जहां कर्मचारियों ने एकजुट होकर अपनी आवाज़ उठाई। उनका स्पष्ट संदेश था कि वे अपनी मेहनत और योगदान के लिए उचित और सुरक्षित पेंशन योजना चाहते हैं।
कर्मचारियों की पुरानी पेंशन स्कीम के प्रति उम्मीदें
कर्मचारियों का कहना है कि पुरानी पेंशन स्कीम में उन्हें पेंशन का भुगतान सुनिश्चित रूप से और बिना किसी कटौती के मिलता था, जो उनकी जीवनयापन की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त था। वर्तमान में UPS और NPS के तहत मिलने वाली पेंशन राशि कर्मचारियों के लिए अपर्याप्त है, और इसके अलावा, भविष्य में इसके मिलने की कोई गारंटी भी नहीं है, जिससे कर्मचारियों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।
क्या होगा आगे?
अब यह देखना होगा कि इस विरोध के बाद सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है। कर्मचारियों ने अपनी मांग को स्पष्ट रूप से पेश किया है, और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली का फैसला नहीं किया जाता।
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