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21 November 2024एनडीटीवी समूह ने हाल ही में अपने कर्मचारियों के लिए एक अनूठी और परिवार-केंद्रित पहल की शुरुआत की है। कंपनी ने अपने कार्यस्थल पर 'इनहाउस डेकेयर सुविधा' प्रदान करने का फैसला किया है, जो न केवल कर्मचारियों के बच्चों की देखभाल को आसान बनाएगी, बल्कि माता-पिता को अपने बच्चों के साथ अधिक समय बिताने का अवसर भी प्रदान करेगी। यह कदम कंपनी की कर्मचारी भलाई को प्राथमिकता देने वाली नीतियों का हिस्सा है और कॉर्पोरेट जगत में वर्क-लाइफ बैलेंस को प्रोत्साहित करने के लिए एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करता है।
इनहाउस डेकेयर या क्रेच सुविधा का मतलब है कि कंपनी अपने कार्यालय परिसर के भीतर बच्चों के लिए एक देखभाल केंद्र स्थापित करती है, जहां कर्मचारी अपने बच्चों को सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से छोड़ सकते हैं। एनडीटीवी की यह पहल विशेष रूप से कर्मचारियों के परिवारों की जरूरतों का ध्यान रखते हुए डिज़ाइन की गई है।
एनडीटीवी के अनुसार, इस सुविधा के तहत कर्मचारी अपने 14 साल तक के बच्चों को ऑफिस में लेकर आ सकते हैं और वे डेकेयर की सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इससे न केवल बच्चों को उनकी जरूरतों के अनुसार देखभाल, भोजन और मनोरंजन मिलेगा, बल्कि उन्हें अपने माता-पिता के कार्यस्थल का अनुभव भी प्राप्त होगा, जो उनके विकास में मदद कर सकता है।
यह पहल कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करने की सुविधा देती है कि वे अपने बच्चों के साथ रहकर कार्य कर सकते हैं, जिससे उनका मानसिक तनाव कम होता है और वे अपने काम में पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
इस इनहाउस डेकेयर सेवा से कर्मचारियों को कई तरह के लाभ हो सकते हैं, जो उनके कामकाजी जीवन और व्यक्तिगत जीवन को संतुलित करने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं उन प्रमुख लाभों के बारे में, जो एनडीटीवी की इस नई पहल से कर्मचारियों को प्राप्त हो सकते हैं।
बच्चों की देखभाल एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है, खासकर जब माता-पिता दोनों कामकाजी होते हैं। एनडीटीवी की इस पहल से कर्मचारियों को बच्चों की देखभाल के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। वे अपने बच्चों को अपने पास ऑफिस लेकर आ सकते हैं और उन्हें एक सुरक्षित, सुविधा संपन्न वातावरण में देख सकते हैं। इससे कर्मचारियों को मानसिक शांति मिलती है और वे काम के दौरान पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
वर्क-लाइफ बैलेंस अब किसी भी कंपनी के लिए एक अहम पहलू बन चुका है। कर्मचारियों के निजी जीवन और कार्य जीवन के बीच संतुलन बनाना न केवल उनकी मानसिक भलाई के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उनकी उत्पादकता और कार्यक्षमता पर भी सकारात्मक असर डालता है। इनहाउस डेकेयर सेवा के माध्यम से एनडीटीवी अपने कर्मचारियों को एक बेहतर संतुलन बनाने का अवसर प्रदान कर रहा है। वे बिना किसी चिंता के काम पर ध्यान दे सकते हैं, क्योंकि उनके बच्चे पास ही हैं और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी का भार भी हल्का हो जाता है।
यह सुविधा बच्चों को उनके माता-पिता के कार्यस्थल का पहला अनुभव प्रदान करती है। छोटे बच्चों के लिए यह अनुभव उनके भविष्य की समझ को गहरा करने में मदद कर सकता है। वे देख सकते हैं कि उनके माता-पिता का कार्यस्थल कैसा होता है, उनकी दिनचर्या कैसी होती है, और काम करने के क्या मायने होते हैं। यह अनुभव उन्हें भविष्य में उनके करियर के बारे में विचार करने में मदद कर सकता है।
एक बड़ा लाभ यह है कि कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों को लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी। जब माता-पिता को यह विश्वास होता है कि उनके बच्चे सुरक्षित और अच्छे हाथों में हैं, तो वे अपने कार्य में अधिक ध्यान केंद्रित कर पाते हैं। इस प्रकार, कर्मचारियों की कार्यक्षमता में सुधार होता है और वे अपने काम को अधिक प्रभावी ढंग से पूरा कर सकते हैं।
यह पहल एनडीटीवी के कार्यस्थल में एक सकारात्मक और परिवार-केंद्रित संस्कृति को बढ़ावा देती है। जब कर्मचारियों को लगता है कि कंपनी उनके व्यक्तिगत जीवन को समझती है और उन्हें परिवार के सदस्यों के साथ संतुलन बनाने का मौका देती है, तो उनकी निष्ठा और योगदान कंपनी के प्रति बढ़ता है। इससे कर्मचारियों में एक अच्छा संबंध स्थापित होता है और उनकी मेहनत और वफादारी में इजाफा होता है।
एनडीटीवी की इस पहल का संदेश स्पष्ट है: कर्मचारियों का भला करना न केवल उनके जीवन को बेहतर बनाता है, बल्कि यह कंपनी के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है। यह पहल उन कंपनियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत हो सकती है, जो अपने कर्मचारियों के कामकाजी और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए नए उपायों पर विचार कर रही हैं।
वर्कप्लेस में कर्मचारियों की भलाई को लेकर लगातार बढ़ती जागरूकता के साथ, अब कई कंपनियां इस दिशा में कदम उठा रही हैं। एनडीटीवी की इनहाउस डेकेयर सेवा एक उदाहरण प्रस्तुत करती है कि कैसे एक कंपनी अपने कर्मचारियों की व्यक्तिगत और पारिवारिक जरूरतों का सम्मान करती है और उन्हें काम और परिवार दोनों के बीच संतुलन बनाने में मदद करती है।
By: Sumit Giri
Dakhal News
18 November 2024
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