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45 लोगों से पूछताछ किया गया
सैकड़ों CCTV खंगालने के बाद पकड़े गये कातिल,इंदौर के वंदना मर्डर केस को सुलझाने में आखिरकार एरोड्रम पुलिस को सफलता मिल गई. पुलिस ने वंदना की हत्या के मामले एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. वंदना के मर्डर की मास्टरमांइड उसके यहां काम करने वाली साथी नैना उर्फ सलोनी परमार निकली. दरअसल, पिछले दिनों एरोड्रम थाना क्षेत्र के विद्या पैलेस कॉलोनी में 34 वर्षीय वंदना रघुवंशी की अज्ञात बदमाशों ने आंखों में मिर्ची झोंकने के बाद गला रेतकर हत्या कर दी थी. पुलिस ने इस केस में देवास से नैना सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी है कि पाटनीपुरा निवासी वंदना ने कुछ दिन पहले ही विद्या पैलेस में मकान किराये से लिया था. यहां वंदना माही और नैना उर्फ सलोनी परमार के साथ देह व्यापार का काम करवाती थी। हत्या के बाद से पुलिस की शक की सुई वंदना की साथी नैना उर्फ सलोनी परमार की ओर थी। पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे के साथ 45 से अधिक लोगों के बयान लिए थे। 30 मिनट के सीसीटीवी फुटेज में नैना कई बार आती जाती दिखी उसके साथ उसका मुंहबोला भाई अशोक सूर्यवंशी और गोलू सूर्यवंशी भी दिखा पुलिस ने जब नैना से से सख्ती से पूछा तो उसने हत्या करवाना स्वीकार लिया।
जानकारी है कि मृतका वंदना देह व्यापार का संचालन करती थी. वह देवास की महिला सलोनी उर्फ नैना से अपने यहां देह व्यापार के लिए उसे ग्राहकों के पास भेजती थी, किसी ग्राहक के साथ संबंध बनाने के दौरान ही वंदना ने पूर्व में कभी नैना और ग्राहक का वीडियो बना लिया था. नैना देवास की रहने वाली थी, वह घरपर बुटीक पर कामकरने जाने कहकर देवास से इंदौर आती थी,और वंदना द्वारा बताये गए ग्राहकों के पास जाती थे, वंदना उसी वीडियो के आधार पर उसे ब्लेकमेल करती थी, नैना नहीं चाहती थी कि उसके इस कृत्य की जानकारी उसकी माँ को लगे, क्यूंकि वह अपनी माँ की इकलौती संतान थी, उसे आशंका थी कि यदि गलती से भी उसकी माँ को जानकारी लगी तो वह कुछ गलत कदम उठा सकती थी, इसी का फायदा लगातार वंदना उठाती थी, वह देहव्यापार के दलदल में उसे फंसाती थी।
जब नैना बहुत ज्यादा तंग आ गई तो उसने वंदना को रास्ते से हटाने का निर्णय लिया औरअपने एक मुंह बोले भाई से जानकारी साझा की. उसे बताया कि वंदना ने उसे फंसा लिया है, और अब वह वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करती है, उसे रास्ते से हटाना है. वंदना को रास्ते से हटाने के लिए नैना का मुंह बोला भाई अशोक राजी हो गया, इसलिए नैना ने काम खत्म होने के बाद एक लाख से अधिक रूपये देने की बात भी कही थी।
घटना वाले दिन रविवार को नैना अपने भाई के साथ दोपहिया वाहन से इंदौर पहुंची. नैना ने वंदना का दूर से इशारा कर घर बताया और वह नाश्ता लेने चली गई. जब वह नाश्ता लेकर लगभग 30 मिनट बाद लौटी तो वंदना खून से लथपथ जमीन पर लेटी थी और दम तोड़ चुकी थी. पुलिस को भी नैना ने ही जानकारी दी. पुलिस ने जब प्रारम्भिक पूछताछ की तो उसने कसी भी तरह की जानकारी होने से इंकार कर दिया, लेकिन पुलिस को जब सबूत मिले तो सख्ती से पूछताछ की तो नैना और उसके भाई ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त किया धारदार हथियार जब्त कर लिया है।
रिपोर्ट- शैफाली गुप्ता
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