भोपाल में आल्टरनेट प्रोजेक्ट फायनेंसिंग पर कार्यशाला का मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया शुभारंभ
भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ और योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने मंगलवार को राजधानी भोपाल स्थित मिंटो हाल में आल्टरनेट प्रोजेक्ट फायनेंसिंग पर कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला में विभिन्न बैंकों के प्रमुख, वित्तीय विशेषज्ञ, औद्योगिक घरानों, अधोसंरचना निर्माण संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ शासन के विभागीय अधिकारी भी मौजूद है। आल्टरनेट प्रोजेक्ट फायनेंसिंग कार्यशाला में वैकल्पिक वित्तीय प्रबंधन के संबंध विचार-विमर्श में होगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मैं यहां कुछ बताने नहीं बल्कि यहां पर जो निचोड़ निकलेगा उसको जानने आया हूं। यह हर सरकार के लिए चैलेंज है। परिवर्तनों को हमें स्वीकार करना होगा। युवा इस देश के निर्माण करने वाले हैं उनके लिए हमें ऐसा वातावरण बनाना होगा कि ज्यादा से ज्यादा इकोनामी जनरेट हो। हमें अपने खनिज संसाधनों का सही से उपयोग करना है। आगे सीएम कमलनाथ ने कहा कि हमें वित्तीय प्रबंधन के लिए ऑउट ऑफ बॉक्स जाकर सोचना होगा, हमारे परंपरागत तौर तरीकों को बदलना होगा। हमारे पास जमीन है, हम उसका उपयोग कैसे कर सकते हैं। उद्यानिकी के क्षेत्र में हम सबसे बेहतर कर सकते हैं, इस मामले में हम देश में मध्य प्रदेश का नाम सबसे ऊपर कर सकते हैं। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री तरुण भनोत ने कहा कि हमने वैकल्पिक आय के स्रोतों के मद्देनजर रेत नीति में बदलाव किया। सड़क निर्माण के लिए सिर्फ बजट के माध्यम से ही नहीं बल्कि पीपीपी मॉडल से भी राशि जुटाई जा रही है। कार्यशाला में जो सुझाव आएंगे सरकार उन पर अमल करेगी।
उल्लेखनीय है कि इस वर्कशॉप में विकास परियोजनाओं के लिए बजट के परंपरागत स्रोतों पर निर्भरता कम कर वैकल्पिक वित्तीय स्रोत तलाशे जाएंगे। योजनाओं को स्व-वित्त पोषित करने के तरीकों पर भी विचार किया जाएगा। इसमें मोंटेक सिंह अहलूवालिया अपने टिप्स देंगे। मध्य प्रदेश का बजट तैयार करने से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहल पर सरकार उन सभी विकल्पों पर विचार करेगी, जहां से वित्तीय संसाधन जुटाए जा सकते हैं।