भोपाल । कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से अलर्ट नजर आ रही है। इस मामले में स्वास्थ विभाग की एडवायजरी जारी होने के बाद अब इस वायरस से संक्रमित हो चुके बिमारों या जिन पर इस वायरस के प्रकोप का अंदेशा है, उन सब के लिए सरकार ने राज्य में सभी जगह अपनी तैयारी कर ली है। स्वास्थ विभाग देवी अहिल्या हवाई अड्डे(इंदौर) और राजाभोज विमानतल ( भोपाल) पर प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों का चेकअप और स्क्रीनिंग करवा रहा है। वहीं, गांधी नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी)में विशेष वार्ड बनाने के साथ ही हमीदिया अस्पताल में छह बिस्तर का विशेष वार्ड बनवाया गया है।
इस संबंध में राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में कोरोना वायरस के लिए नोडल ऑफिसर बनाए गए छाती व श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. पराग शर्मा ने शुक्रवार बताया कि हमारे विभाग द्वारा इस वायरस से निपटने की पूरी तैयारी कर ली गई है। वायरस के संक्रमण को आगे रोकने के लिए हमारे पास एन-95 मास्क, सैंपल लेने के लिए पीपीई किट और वायरस ट्रांसपोर्ट मीडिया (वीटीएम) किट और वेंटिलेटर की पर्याप्त उपलब्धता है । उन्होंने बताया कि संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. उल्का श्रीवास्तव ने भोपाल के बड़े शासकीय हमीदिया अस्पताल के अलावा प्रदेश के सभी 13 सरकारी मेडिकल महाविद्यालयों में अलग से वार्ड बनाकर कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जरूरी संसाधन रखने संबंधी सभी डीन को पत्र लिखा जा चुका है। जिसके बाद यहां तक जानकारी है, प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों ने इस वायरस को रोकने के लिए आवश्यक जरूरतों को पूरा कर लिया है।
डॉ. पराग शर्मा ने साथ में यह भी कहा कि अभी एक भी संदिग्ध मरीज हमारे पास नहीं आया है। मध्य प्रदेश सरकार पहले ही स्वास्थ विभाग को एडवायजरी जारी कर चुकी है। इसके बाद से ही स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए वायरस को लेकर लोगों में जागरूकता लाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि इस जानलेवा कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है। प्रदेश के सभी निजी और शासकीय अस्पतालों के साथ साथ एयरपोर्ट पर भी अलर्ट जारी किया जा चुका है। मैं प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, कमिश्नर हेल्थ के अलावा प्रदेशभर के प्रमुख स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ इस मामले को लेकर मीटिंग ले चुका हूं । सभी जगह निर्देशित कर दिया गया है कि इस वायरस से निपटने और रोकथाम के लिए जो भी संभव कदम उठाना पड़ें उसे उठाएं। उन्होंने कहा कि वायरस की रोकथाम को लेकर व्यापक प्रचार भी किया जा रहा है । सभी मेडिकल कॉलेज डीन, जिला अस्पताल अधीक्षकों को संदिग्ध मरीज के इलाज के लिए सभी अस्पतालों में आईसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
डॉ. प्रवीण जड़िया के अनुसार कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण के रूप में सिरदर्द, नाक बहना, खांसी आना, गले में खराश होना, बुखार आना, बार-बार अस्वस्थ्य होना, छींक आना, थकान महसूस होने के साथ, निमोनिया, फेफड़ों में सूजन दिखाई देना है । यदि किसी व्यक्ति में इस प्रकार के लक्षण हों तो वे तुरंत अस्पताल में जांच कराए। मीट और अंडों को अच्छे से पकाएं। जंगल और खेतों में रहने वाले जानवरों के साथ असुरक्षित संपर्क न बनाएं।
उधर, डॉ. पराग शर्मा का कहना है कि यह वायरस विषाणुओं का एक बड़ा वंश है। अभी तक इस वायरस से बचाव के लिए कोई टीका नहीं बना है। संभवत: यह पशुओं से उत्पन्न हुआ। अब मनुष्य से मनुष्य में फैल रहा है। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका संक्रमण से बचाव है। जिन देशों यह फैला है वहां की यात्रा से बचें खासतौर पर चीन जाने से। व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान दें। साबुन से बार-बार हाथ धोएं। खांसते या छींकते वक्त मुंह को ढक लें। भीड़ में जाने से बचें। उन्होंने कहा कि बुखार, खांसी-जुकाम और सांस लेने में परेशानी होने पर फौरन डॉक्टर को दिखाएं।अपने हाथ साबुन और पानी या अल्कोहल युक्त हैंड रब से साफ करें। खांसते या छींकते वक्त अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुड़ी हुई कोहनी से ढकें। जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हों, उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचें।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस चीन से अब दुनियाभर में फेल रहा है । यह एक नया वायरस है जो पहली बार चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में पाया गया है। अब तक यह चीन में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन में कोरोना वायरस से अब तक 259 लोगों की मौत हो गई है और करीब 11800 लोग इसकी चपेट में हैं। भारत के केरल में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया हैजिसकी अधिकारिक पुष्टि हो चुकी है। इसी तरह से यह चीन से होते हुए वायरस विश्व के कई देशों में जा पहुंचा है।