
Dakhal News

पिछले तीन सालों में किसी एक महीने में सोना अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते जहां बॉन्ड यील्ड बढ़ी है वहीं नॉन-यील्डिंग सोने के प्रति रूचि कम नजर आई है।इससे पहले सोना नवंबर में 8 प्रतिशत के लगभग गिरा था जिसका मुख्य कारण था डॉलर में उछाल और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बदलाव का दबाव। इसके चलते गोल्ड आधारित ट्रेडेड फंड्स से भारी निकासी नजर आई जिनमें से सबसे ज्यादा न्यूयॉर्क में लिस्टेड एचपीडीआर गोल्ड शेयर की थी जिसने बताया कि उसके होल्डिंग्स नवंबर में 60 प्रतिशत तक गिर गई जो कि मई 2013 के बाद किसी भी एक महीने में सबसे ज्यादा थी।
जहां तक स्पॉट गोल्ड की बात है तो इसकी कीमत 0.4 प्रतिशत गिरकर 1,168.27 डॉलर प्रति ओंस पर पहुंच गई वहीं यूएस डॉलर की फरवरी की डिलेवरी कीमत 4 डॉलर गिरकर 1,169.90 डॉलर प्रति ओंस तक पहुंच गई। एनालिस्ट जुलियस बायर के अनुसार सोने के लिए खास बात अब भी मजबूत डॉलर और बढ़ती ट्रेजरी यील्ड है इनमें से एक या दोनों ही सोने को इस वक्त कोई मदद नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने अमेरिकी चुनाव के बाद से सोने में 5 मिलियन ओंस का आउटफ्लो देखा है और इनमें से मुख्यत: अमेरिकी लिस्टेड प्रोडक्ट्स में से है। यह निवेश के लिए सुरक्षित मानी जाने वाली इस धातु से काफी दूर है और फिलहाल विकास की और दिखने वाले असेट्स की तरह है।
राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद से ही अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में तेजी देखी गई जिसके बाद यह कयास जोर पकड़ने लगे कि उनका इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रति कमिटमेंट और खर्च महंगाई को बढ़ाएगा। इसने डॉलर को तेजी दे दी जिसके चलते अमेरिकी यूनिट्स पिछले हफ्ते 2003 के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है।
दूसरी तरफ जर्मनी के नेतृत्व वाली यूरो जोन सरकार का बॉन्ड यील्ड भी गुरुवार को अधिक था क्योंकि 2008 के बाद से बड़ी तेल उत्पादक कंपनी द्वारा पहले आउटपुट कट के चलते तेल की कीमतों में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखी जिसने महंगाई की आशंकाओं को बल दे दिया।
सोना बढ़ती ब्याज दरों के प्रति काफी संवेदनशील होता है क्योंकि इससे नॉन-यील्डिंग बुलियन होल्डिंग की कीमतें बढ़ाने का अवसर मिलता है। चांदी की बात करें तो 0.7 प्रतिशत गिरकर 16.35 डॉलर एक ओंस पर थी वहीं प्लेटिनम 0.7 प्रतिशत गिरकर 904.75 डॉलर पर थी जो इसका फरवरी के बाद सबसे निचले स्तर पर थी।
Dakhal News
All Rights Reserved © 2025 Dakhal News.
Created By:
![]() |