विशेष

चार दिन से अमेरिका का सबसे घातक माना जाने वाला फाइटर जेट F-35B भारत की ज़मीन पर खड़ा है, और वजह जानकर हर भारतीय गर्व से भर जाएगा। पहले बहाना बना कि फ्यूल खत्म हो गया, फिर कहा गया कि हाइड्रोलिक सिस्टम फेल हो गया। ... लेकिन सच्चाई कुछ और है!भारतीय एयर डिफेंस रडार ने इस मेड-इन-अमेरिका स्टील्थ फाइटर को जैसे ही ट्रैक किया, उसे सटीक तरीके से लॉक कर लिया गया। अब हालत ये है कि न अमेरिकी पायलट इसे अनलॉक कर पा रहे हैं, न ही टेक्निशियन! 5वीं पीढ़ी का ये ‘game-changer’ जेट अब भारत में खड़ा है—लाचार और बेबस।भारतीय तकनीक की ये विजय किसी मिसाइल से कम नहीं। अब दुनिया समझ गई है कि भारत सिर्फ बातें नहीं करता—भारत कर दिखाता है!

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Dakhal News 21 June 2025

उधमपुर । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने योग के प्रति सशस्त्र बल जवानों के रुझान की सराहना करते हुए कहा कि यह अभ्यास सैनिकों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करता है और युद्ध के मैदान में इसका लाभ देखा जा सकता है।   रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उधमपुर के उत्तरी कमान मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार को सामूहिक योग प्रदर्शन का नेतृत्व किया जिसमें 2,500 सैनिकों के साथ विभिन्न आसन और श्वांस अभ्यास किए गए। कार्यक्रम में थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा भी शामिल हुए। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के चुनौतीपूर्ण इलाकों में कई अग्रिम स्थानों पर भी योग सत्र आयोजित किए गए जिसमें सैनिकों की प्रतिबद्धता और उत्साह को दिखाया गया।   रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बल जवानों के योग के प्रति रुझान की सराहना की और कहा कि इसका उनके अनुशासन और ध्यान पर सीधा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने सैनिकों को रोजाना इसका अभ्यास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि योग एक सैनिक को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करता है। यह अभ्यास स्वास्थ्य और कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है। उन्होंने योग को आज की तेज गति वाली दुनिया में लोगों के सामने आने वाली समस्याओं जैसे तनाव, चिंता और अवसाद का सार्वभौमिक समाधान बताया।   उन्होंने कहा कि योग अराजकता में लोगों को स्पष्टता देता है। यह एक कला, एक विज्ञान, एक दर्शन और आध्यात्मिकता है। जो लोग अपने दैनिक जीवन में योग का अभ्यास करते हैं वह अपने शरीर और मन पर नियंत्रण रखते हैं। यह हमें प्रतिक्रियाशील नहीं बल्कि सक्रिय बनाता है। ऑपरेशन सिंदूर को उस नियंत्रण का एक शानदार उदाहरण बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन के दौरान संयम, संतुलन और सटीकता का प्रदर्शन किया जो योग के अभ्यास से प्राप्त उनकी आंतरिक शक्ति का प्रतिबिंब है।   उन्होंने कहा कि जब राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है तो उसे इस अभ्यास का सही अर्थ याद रखना चाहिए जो समाज के हर वर्ग को भारत की संस्कृति और आत्मा से जोड़ना है। अगर एक भी वर्ग पीछे छूट जाता है तो एकता और सुरक्षा का पहिया टूट जाता है। इसलिए आज हमें योग को समाज और विचार के स्तर पर करना चाहिए, न कि केवल शरीर के स्तर पर। उन्होंने कहा कि योग के माध्यम से भारत ने दुनिया को ऐसा साधन दिया है जो किसी भी सीमा, धर्म और संस्कृति से परे है।   उन्होंने बताया कि हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम एक वैश्विक संदेश देती है कि भारत केवल अपने लिए नहीं बल्कि दुनिया के कल्याण के बारे में सोचता है। इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य है। पूरा विश्व एक परिवार है और इसके लिए काम करना हमारी सोच का हिस्सा है। योग इस सोच की व्यावहारिक अभिव्यक्ति है, यह चुपचाप दुनिया को बदल रहा है और हर नागरिक को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि भारत की प्राचीन परंपरा को वैश्विक स्तर पर मान्यता और स्वीकृति मिल रही है।   उन्होंने इसे एक जिम्मेदारी बताया कि योग को सिर्फ़ एक चलन के तौर पर न अपनाया जाए बल्कि इसे जीवन जीने का तरीका बनाया जाए। हमारे जीवन में योग को एक संकल्प के तौर पर शामिल करने की ज़रूरत है। इसे हमारी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए क्योंकि यह हर किसी के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।   राजनाथ सिंह ने कहा कि योग अब सिर्फ़ एक व्यक्तिगत अभ्यास नहीं रह गया है बल्कि यह एक वैश्विक आंदोलन बन गया है जिसमें संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य अंतरराष्ट्रीय समूह इसे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के दायरे में शामिल कर रहे हैं।

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Dakhal News 21 June 2025

राजनीति

नई दिल्ली । केंद्रीय कृषि,किसान कल्याण और ग्रामीण विकासमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अधिकारियों- कर्मचारियों तथा लखपति दीदियों के साथ आज नई दिल्ली स्थित पूसा कैंपस में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग किया। सिंह ने कहा कि शरीर को स्थिर और स्वस्थ रखना ही आसन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमारे सामने उदाहरण स्वरूप हैं, जो 24 घंटे, सातों दिन और 12 महीने सक्रिय रूप से काम में व्यस्त रहते हैं। बिना थके, बिना रुके एक देश से दूसरे देश और एक राज्य से दूसरे राज्य का दौरा करते हैं। यह योग का ही चमत्कार है।   केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि प्राणायाम के जरिए यदि श्वास पर नियंत्रण किया जाए तो चमत्कारी परिणाम मिलते हैं। हमारे यहां कहा गया है- “पहला सुख निरोगी काया”। शरीर स्वस्थ रहना जरूरी है, तभी आप काम कर पाएंगे नहीं तो कुछ भी संभव नहीं। हमें याद रखना होगा ‘शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्!’ यानी शरीर माध्यम है सभी धर्मों का पालन करने का। शरीर को मंदिर मानते हुए, शरीर की भी पूजा और साधना कीजिए। अस्वस्थ शरीर के साथ ना तो इहलौकिक सुख ना ही पारलौकिक सुख की प्राप्ति हो सकती है, इसलिए प्रधानमंत्री मोदी फिट इंडिया की बात करते हैं।   उन्होंने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए बताया कि वर्ष 1998 में एक भयानक दुर्घटना के कारण मैं गंभीर रूप से घायल हो गया था। शरीर के आठ हिस्सों में चोट आई थीं। मैं कल्पना भी नहीं कर पा रहा था कि मैं दोबारा सामान्य रूप से कभी चल भी पाऊंगा, तब योग ने ही मेरे जीवन में परिवर्तनीय भूमिका निभाई। योग के लाभ से ही आज सामान्य रूप से स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहा हूं। पुरानी चोट का कोई प्रभाव महसूस नहीं होता।   चौहान ने आह्वान किया कि बाकी चीजों की तरफ ना भी जाएं तो स्वस्थ और प्रसन्न रहने के लिए ही सही, योग को सिर्फ एक दिन औपचारिकता मात्र नहीं बल्कि अपनी प्रतिदिन की दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। योग जीवन का अंग बने, इस प्रयास की ओर बढ़ें। उन्होंने कहा कि योगासन करते वक्त थोड़ी सतर्कता भी रखें। सही प्रशिक्षक और विशेषज्ञ की देखरेख में ही आसन करने को प्राथमिकता दें। उचित जानकारी के अभाव में कोई विपरीत प्रभाव ना पड़े, इसका ध्यान रखें।   शिवराज सिंह ने कहा कि किसान भाई-बहन भी स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, खेती भी तभी ठीक से हो पाएगी, जब शरीर स्वस्थ होगा। योग के कई आसन ऐसे हैं, जो कृषि कार्यों में भी मददगार हैं। लखपति दीदियों पर अपने जीवन के साथ-साथ परिवार की बागडोर का दायित्व है, जिसके लिए उन्हें भी योग को महत्व देना चाहिए।   केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक छोटा सा सूत्र देना चाहूंगा- क्रिकेट में बात होती है 20-20 शृंखला की। मैं 20-20-20 का सूत्र देना चाहूंगा। पहले 20 मिनट आसन करिए, फिर 20 मिनट प्राणायाम और अगले 20 मिनट अपनी पूरी दिनचर्या के बारे में विचार करें, तय करें कि पूरे दिन क्या करना है। प्रातः में दिनभर की कार्ययोजना बनाना और रात्रि में तय योजना के अनुसार कितना लक्ष्य अर्जित कर पाए इस पर विचार कर लिया, जो जीवन सफल और सार्थक बन सकता है। आयोजन में कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. एमएल जाट ने भी भाग लिया।  

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Dakhal News 21 June 2025

जशपुरनगर / रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज शनिवार काे जिला मुख्यालय जशपुर में हजारों लोगों के साथ योगाभ्यास किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।   मुख्यमंत्री ने कहा की योग हमारे देश के लिए कोई नई विधा नहीं है। सनातन काल से योग हमारे जीवन में चला आ रहा है। हमारे ऋषि मुनियों ने इसका इजाद किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पटल पर योग की महत्ता को स्थापित किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा में वर्ष 2014 में आवाज उठाई और इसे विश्व स्तर पर स्वीकृति दिलाई। वर्ष 2015 से प्रति 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जा रहा है। हम सब लोगों के लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा सहित 175 देशों में योग की आवाज गूंज रही है। मुख्यमंत्री के साथ जनप्रतिनिधिगण, स्कूलों बच्चों, आम नागरिकों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्साह से योगाभ्यास किया। योग प्रशिक्षक के दौरा चक्र आसन, अर्ध चक्र आसन, कपाल भारती, अनुलोम-विलोम, प्राणायाम, वज्राशन सहित विभिन्न आसन से योगाभ्यास करवाया गया। साय ने कहा कि सभी लोग योग को अपने दिनचर्या में शामिल करें। योग से मन और आत्मा संतुलित रहता है। दिन-रात के 24 घंटे में से कुछ समय योग के लिए जरूर निकाले। इससे बड़ी-बड़ी बीमारियां ठीक हो जाती हैं। शरीर स्वस्थ रहने के साथ ही भविष्य में बीमारियां होने की संभावना भी नहीं रहती। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में दवाई की जरूरत पड़ने पर जेनेरिक दवाइयां के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह भी ब्रांडेड दवाइयों जैसे ही असर करती हैं। इनका दाम बहुत कम होता है। गरीबों की पहुंच की सीमा में और ज्यादा फायदेमंद है। इसका उपयोग जरूर सभी करें। बड़ी संख्या में बच्चे भी आज के योग कार्यक्रम में शामिल हुए। इससे बच्चों का मन शांत व स्थिर रहता है और पढ़ने पर मन लगता है।मुख्यमंत्री ने किया नालंदा परिसर का भूमिपूजन मुख्यमंत्री ने आज नालंदा परिसर का भूमि पूजन भी किया। 500 सीटर इस परिसर की लागत 11 करोड़ 29 लाख रुपये है। 2 एकड़ में या बनेगा। इसमें गार्डन भी विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों को परिसर का ज्यादा लाभ मिलेगा। अब जागरूकता के कारण गांव और गरीब लोग भी बड़े-बड़े परीक्षा दे रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं। सब लोग बड़े शहर आकर पढ़ाई नहीं कर सकते। इसलिए राज्य सरकार ने सभी जिला मुख्यालय व बड़े शहरों में नालंदा परिसर का निर्माण का जिम्मा लिया है।107 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर 107.81 करोड़ के 64 कार्यो का भूमिपूजन-लोकार्पण किया। इनमें जशपुर विधानसभा क्षेत्र के 61 करोड़ 20 लाख के 85 कार्यों का भूमिपूजन और 15 करोड़ 80 लाख के 6 कार्यों का लोकार्पण किया। इसी प्रकार कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत फरसाबहार विकासखंड के 24 करोड़ 90 लाख के 15 कार्यों का भूमिपूजन और 5 करोड़ 91 लाख के 4 कार्यों का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में एक पेड़ मां के नाम लगाने का आग्रह भी किया।   इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, योग आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण सिन्हा ,कलेक्टर रोहित व्यास , पूर्व सांसद रणविजय सिंह जूदेव, पद्मश्री जागेश्वर राम यादव, जशपुर विधायक रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्कूली बच्चे और योग संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।      

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Dakhal News 21 June 2025

मीडिया

चेन्नई। सन टीवी नेटवर्क (Sun TV Network Limited) ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया, जिनमें कंपनी के प्रमोटर कलानिधि मारन और उनके भाई, डीएमके सांसद दयानिधि मारन के बीच कानूनी टकराव का जिक्र किया गया था। यह बयान ऐसे समय में आया है जब एक मीडिया रिपोर्ट के चलते कंपनी के शेयरों में करीब 4% की गिरावट दर्ज की गई।   Sun TV ने साफ किया है कि यह विवाद कोई नया नहीं है, बल्कि करीब 22 साल पुराना है, जब कंपनी एक निजी लिमिटेड फर्म के तौर पर काम कर रही थी। कंपनी ने मीडिया में चल रही खबरों को “तथ्यहीन, भ्रामक और मानहानिकारक” बताया है और कहा कि इनमें लगाए गए आरोपों का कोई कानूनी या तथ्यात्मक आधार नहीं है।     बयान में कहा गया है, “हमारी सभी गतिविधियां पूरी तरह विधिक दायरे में रही हैं। सार्वजनिक निर्गम (IPO) से पहले सभी जरूरी मंजूरियों और नियामकीय जांचों से कंपनी गुजर चुकी है। यह विवाद पूर्णतः पारिवारिक और निजी प्रकृति का है, जिसका Sun TV Network के कारोबारी संचालन से कोई संबंध नहीं है।”   कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि उसे प्रमोटर परिवार के बीच किसी सुलह या समझौते की कोई जानकारी नहीं है और न ही ऐसी कोई सूचना है, जिसे लिस्टिंग नियमों के तहत स्टॉक एक्सचेंज को बताना जरूरी हो।     यह स्पष्टीकरण उस नोटिस के जवाब में जारी किया गया है जिसे NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ने 20 जून को जारी किया था। NSE ने ‘The Hindu’ में प्रकाशित उस रिपोर्ट का हवाला दिया था जिसमें कहा गया था कि दयानिधि मारन ने अपने भाई कलानिधि मारन को Sun TV की शेयरधारिता को लेकर कानूनी नोटिस भेजा, जिसके बाद शेयरों में गिरावट देखी गई।   Sun TV Network ने अंत में दोहराया कि कंपनी का संचालन पूरी तरह सामान्य है और कारोबार पहले की तरह ही सुचारू रूप से जारी है।

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रायपुर- पत्रकारिता जगत से एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें पत्रकार रवि साहू ने एशियन न्यूज़ चैनल प्रबंधन पर मानसिक प्रताड़ना, बकाया वेतन रोके जाने और बिना पूर्व सूचना के सेवा समाप्त करने जैसे आरोप लगाए हैं।   रवि साहू, जो लगभग डेढ़ वर्ष से चैनल में कार्यरत थे, ने बताया कि उन्हें 22 मई 2025 को एक ईमेल के माध्यम से सूचित किया गया कि उन्हें 30 मई तक आईडी कार्ड और अन्य संस्थागत सामग्री जमा करनी होगी, और उसी दिन से उनकी सेवाएं समाप्त मानी जाएंगी। यह कदम बिना किसी पूर्व नोटिस के उठाया गया, जबकि श्रम कानूनों के अनुसार कर्मचारियों को 30 दिन का नोटिस पीरियड दिया जाना अनिवार्य है।     उन्होंने बताया कि 13 जून को अन्य कर्मचारियों को वेतन का भुगतान कर दिया गया, लेकिन उनकी सैलरी रोक दी गई। कई बार संपर्क करने के बाद सिर्फ ₹21,967 का भुगतान किया गया जबकि कुल बकाया ₹25,000 था। शेष ₹4,133 की रकम के लिए उन्हें कई बार एचआर और चैनल के सीएमडी श्री सुबोध सिंघानिया से संपर्क करना पड़ा। रवि साहू का दावा है कि उन्हें लगातार आश्वासन और फिर धमकियां दी गईं, जिसकी रिकॉर्डिंग्स उनके पास मौजूद हैं।   रवि ने आगे बताया कि जब उन्होंने श्रम आयुक्त को शिकायत देने की बात कही, तब शेष बकाया राशि का भुगतान किया गया, लेकिन उसके बाद भी उन्हें फोन कॉल पर धमकाया गया। उनका कहना है कि यह सिर्फ उनके साथ नहीं हुआ, बल्कि चैनल में अन्य कर्मचारियों के साथ भी इसी तरह का शोषण हो रहा है — बिना कारण और बिना पूर्ण भुगतान के बाहर निकाल देना, जो कि श्रम कानूनों का खुला उल्लंघन है।     रवि साहू ने अपनी शिकायत विभिन्न सबूतों के साथ संबंधित मीडिया संस्थानों को भेजी है और अपील की है कि इस मामले को उजागर कर शोषित कर्मचारियों को न्याय दिलाया जाए।

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समाज

राजगढ़ । बोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम निपानियागढ़ी स्थित खेत में शनिवार सुबह मोटरपंप चलाने के दौरान 37 वर्षीय युवक करंट की चपेट में आ गया, बेेसुध हालत में परिजन उसे सिविल अस्पताल नरसिंहगढ़ लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा और मर्ग कायम कर मामले में जांच शुरु की।   पुलिस के अनुसार ग्राम निपानियागढ़ी निवासी रामेश्वर(37)पुत्र रामबगस चंद्रवशी खेत में मोटर चलाने के लिए गया था तभी वह करंट की चपेट में आ गया। गंभीर हालत में परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने परिक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले में जांच शुरु की।        

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बुंदेलखंड के केदारनाथ कहे जाने वाले जटाशंकर धाम में मौसम ने मेहरबानी दिखाई और मूसलाधार बारिश से मंदिर परिसर जलमग्न हो गया...खास बात तो ये रही ली बारिश ने भगवान भोलेनाथ का प्राकृतिक जलाभिषेक भी किया  । बुंदेलखंड के बीचों-बीच, पहाड़ियों की गोद में बसे जटाशंकर धाम में जमकर बारिश हुई। मंदिर परिसर में पानी घुसने से शिवलिंग पर प्राकृतिक जलाभिषेक हुआ । बारिश के बीच श्रद्धालुओं ने भीगते हुए भोलेनाथ के दर्शन किए .. और मौसम ने भी मानो भक्तों की आस्था को सलाम किया। हर-हर महादेव के जयकारों से गूंज उठा जटाशंकर धाम।    

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पेज 3

जायद खान और ईशा देओल कई फिल्मों में साथ नजर आ चुके हैं। ये कलाकार 'चुरा लिया है तुमने', 'दस', 'कैश' जैसी कई फिल्मों में साथ नजर आ चुके हैं। कई फिल्मों में साथ काम करने के दौरान ऐसी अफवाहें उड़ीं कि ये दोनों एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं। अब हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में जायद खान ने इस पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये सारी बातें झूठी हैं। मैं अपनी पत्नी के साथ लंबे समय तक रिलेशनशिप में था, जो अब मेरी पत्नी हैं। ईशा देओल मेरी बहुत अच्छी दोस्त हैं।   जायद ने कहा, \"मैं कभी भी ईशा देओल के साथ रिलेशनशिप में नहीं था। हमने साथ में कई फिल्में की हैं। उस समय मेरी पत्नी मलाइका मेरी गर्लफ्रेंड थीं और मलाइका और ईशा हमेशा से अच्छी दोस्त रही हैं। ईशा बहुत प्यारी लड़की हैं। वह मेरी जिंदगी की सबसे अच्छी दोस्त है।\"   इसी इंटरव्यू में जायद खान ने ऐश्वर्या राय के साथ काम करने के अनुभव के बारे में भी बताया। उन्होंने फिल्म 'शब्द' में साथ काम किया है। अभिनेता ने कहा, \"शब्द एक ऐसी फिल्म थी, जिसमें एक शादीशुदा महिला एक जवान लड़के से प्यार करती है। मैंने जो भी फिल्में चुनीं, वे अपने समय से आगे की थीं। 'शब्द' की कहानी अच्छी थी। फिल्म उस समय रिलीज हुई थी, जब लोग ऐसी कहानी वाली फिल्में देखने के लिए तैयार नहीं थे।\"   अभिनेता ने आगे कहा, \"जब ऐश्वर्या मिस वर्ल्ड बनीं तो मैं उनका बहुत बड़ा प्रशंसक था। मेरे लॉकर रूम में उनकी तस्वीर हुआ करती थी। जब मैंने फिल्म की स्क्रिप्ट सुनी और मुझे पता चला कि ऐश्वर्या फिल्म में हैं, तो मैंने तुरंत निर्माताओं से पूछा कि मुझे अनुबंध कहां पर साइन करना चाहिए, मैं उनका बहुत बड़ा प्रशंसक था। उनके साथ काम करने का मेरा अनुभव शानदार रहा।\"   जायद खान ने कहा, \"ऐश्वर्या राय को इस बात की अच्छी समझ है कि किससे कैसे पेश आना है। मैं उनका फैन था, इसलिए सोच रहा था कि उनसे बातचीत कैसे शुरू करूं। लेकिन उन्होंने खुद ही बड़ी सहजता से मुझसे बात करनी शुरू कर दी। उन्होंने मुझसे पूछा, 'क्या तुम किसी सीन की रिहर्सल करना चाहोगे?' वह वाकई बेहद खूबसूरत हैं। आजकल लोग तस्वीरों में फिल्टर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ऐश्वर्या के पास तो खुद का नेचुरल फिल्टर है।\"   इस बीच अगर जायद के काम की बात करें तो इतनी सारी फिल्मों में काम करने के बावजूद उन्हें गिरावट का सामना करना पड़ा। 2009 में फिल्म 'ब्लू' की असफलता के बाद एक्टर फिल्मों में ज्यादा नजर नहीं आए। उसके बाद उन्हें 2015 में फिल्म 'शराफत गई तेल लेने' में बड़े पर्दे पर देखा गया।

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Dakhal News 21 June 2025

मुंबई । मराठी फिल्म अभिनेता तुषार घाड़ीगांवकर (३२) ने शुक्रवार देर रात अपने भांडुप स्थित आवास पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने तुषार के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है तुषार ने काम न मिलने से परेशान होकर यह कदम उठाया। चलो हवा आने दो (चला हवा येऊ द्या) फेम एक्टर अंकुर वधे ने इंस्टाग्राम पर तुषार घाडीगांवकर की फोटो शेयर कर उनके निधन की खबर शेयर की है। उन्होंने पोस्ट में लिखा, ''क्यों दोस्त? किसलिए? काम आता है और चला जाता है! हमें कोई रास्ता निकालना चाहिए लेकिन आत्महत्या कोई रास्ता नहीं है! मैं मानता हूं कि मौजूदा हालात अजीब हैं लेकिन यह फैसला नहीं किया जा सकता। तुषार घाडीगांवकर, अगर तुम हारे तो हम सब हारे।''   अभिनेता तुषार घाडीगांवकर ने नाटक, धारावाहिक और फिल्म तीनों माध्यमों में काम किया है। उन्होंने हिंदी में भी काम किया है। वे कुछ विज्ञापनों में भी नजर आए हैं। उन्होंने लवंगी मिर्ची, मन कस्तूरी रे, बाहुबली, उनाद, ज़ोम्बीली, हे मन बावरे, संगीत बिबत आख्यान जैसे प्रोजेक्ट में काम किया है।

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Dakhal News 21 June 2025

दखल क्यों

जबलपुर । मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की मुख्य पीठ जबलपुर में नर्सिंग घोटाले की सुनवाई अब जस्टिस अतुल श्रीधरन की डिविजनल बेंच करेगी। 37 याचिकाओं पर सुनवाई जारी है, जिसमें कॉलेजों से संबंधित मामले शामिल हैं। याचिकाकर्ताओं ने घोटाले की जानकारी दी, जिसे सुनकर न्यायाधीश भी आश्चर्यचकित हो गए। लॉ स्टूडेंट एसोसिएशन के द्वारा दायर की गई इस जनहित याचिका के साथ अन्य याचिकाएं भी सुनवाई के लिए लिस्टेड थी।अधिवक्ता विशाल बघेल के अनुसार नर्सिंग फर्जीवाड़े को उजागर करने वाली लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन की याचिका क्रमांक 1080/2020 को जस्टिस अतुल श्रीधरन ने आदेश देते हुए मुख्य याचिका बनाया है और नर्सिंग मामलों से जुड़े अन्य सभी मामले अब इसके साथ ही लिंक किए जाएंगे।जनहित याचिका 1080/2020 के बारे में जानकारी देते हुए अधिवक्ता आलोक बगरेचा और अधिवक्ता विशाल बघेल ने कोर्ट को इस मामले की ब्रीफ करते हुए जानकारी दी। एक कमरे में चल रहे कॉलेज सहित फर्जी दस्तावेजों पर रजिस्टर्ड कॉलेज और सीबीआई की जांच के बाद रिश्वत लेते पकडे गए सीबीआई अधिकारियों सहित नर्सिंग काउंसिल के द्वारा सीसीटीवी तक गायब कर देने की जानकारी जब कोर्ट को मिली तो इसके तथ्य और सबूत देखकर न्यायालय भी हैरान हो गया। इस मामले में हुई पिछली सुनवाई में जस्टिस संजय द्विवेदी की डिविजनल बेंच ने एमपी नर्सिंग काउंसिल के डायरेक्टर और रजिस्टर सहित इंडियन नर्सिंग काउंसिल के सचिव को भी व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित रहने का आदेश दिया था। जब जस्टिस अतुल श्रीधरन ने इस बारे में नर्सिंग काउंसिल की ओर से पेश हुए वकील से पूछा तो उन्होंने उपस्थिति में छूट के आवेदन की बात की, जिस पर कोर्ट ने तल्ख लहजे में कहा कि ऐसे लोगों को सख्ती से लेकर आए।  अब इस मामले की विस्तृत सुनवाई 3 जुलाई 2025 को तय की गई है। कोर्ट के आदेश के अनुसार इस मामले को टॉप ऑफ द लिस्ट रखा गया है।  

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Dakhal News 21 June 2025

हरदा । जिले में विद्युत मंडल द्वारा बकाया वसूली में मनमानी की जा रही है। जहां एक और काफी बड़ा चढ़ाकर बिल भेजा गया है वहीं दूसरी ओर बकाया वसूली का नोटिस अंग्रेजी में दिया जा रहा है। अधिकांश किसान कम पढे-लिखे हैं। उन्हें अंग्रेजी भाषा में दिया गया नोटिस समझ में नहीं आ रहा है। आसपास के लोगों को दिखाते हैं तो अंग्रेजी भाषा समझ में नहीं आ रही है। स्थानीय लोगों की मांग है कि मप्र का जब शासकीय कार्य हिन्‍दी में होता है, तब फिर ये अंग्रेजी में नोटिस क्‍यों थमाया जा रहा है। कम से कम गांव वालों को तो अंग्रेजी में इस तरह से नोटिस देने की परंपरा खत्म कर दी जाए, हमें हिन्‍दी आती है, अंग्रेजी नहीं समझ आती, ऐसे में हमें पता तो होना चाहिए आखिर जो नोटिस आया है, उसमें लिखा क्‍या है।   अंग्रेजी के बजाय हिंदी में भेजा जाये नोटिस – राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के पूर्व जिलाध्यक्ष रामनिवास खोरे ने विद्युत मंडल के उच्चाधिकारी का ध्यान इस और आकृष्ट करते हुए बिल संबंधी नोटिस हिंदी भाषा में देने की मांग की है। अंग्रेजी भाषा में दिया गया नोटिस कम पढ़े-लिखे किसान समझ नहीं पाते हैं और उन्हें इधर-उधर परेशान होना पड़ता है। किसानों को बिल संबंधी सही सटीक जानकारी नहीं मिल पाती है। बिल पेनाल्टी आदि समझ में नहीं आती है। इस लिहाज से नोटिस देने की कार्यवाही हिंदी भाषा में देने की पहल की जाय। उन्‍होंने कहा है कि किसानों की मांग आवश्यकता और समस्या को ध्यान में रखते हुए इस तरह का कदम उठाये जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। किंतु उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण समस्या आज भी बनी हुई है।   हिंदी पखवाड़ा में लिया गया संकल्प महज दिखावा – 1 सितंबर से 14 सितंबर तक हर वर्ष हिंदी पखवाड़ा और 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। इस दिन हिंदी भाषा को बढ़ावा देने का संकल्प तो लिया जाता है किंतु उस पर अमल नहीं किया जाता है। मुकेश भसीन का कहना है कि हिंदी की बात तो सभी करते हैं किंतु कामकाज हिंदी के बजाय अंग्रेजी में करते हैं।   कार्यालय के कर्मचारी नहीं दे पाते जानकारी - अंग्रेजी में किसानों को दिया जा रहा बकाया बिल वसूली के नोटिस के संबंध में किसानों को कार्यालय के ही अधिकांश कर्मचारी नहीं दे पाते हैं। अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान विद्युत मंडल के ही अधिकांश कर्मचारियों में नहीं है। अंग्रेजी के नोटिस को हिंदी में अनुवाद सही-सही नहीं कर पाते हैं। ऐसे में किसानों को अंग्रेजी में दिया जा रहा नोटिस किस हद तक उचित है। किसान नेता रामजीवन वाष्ट का कहना है कि किसानों को बकाया बिल वसूली के संबंध में अंग्रेजी में नोटिस देने से किसान खफा है। नोटिस समझने में आ रही समस्या को गंभीरता से लेते हुए अभिलंब समुचित कार्यवाही नहीं की गई तो खफा किसान इसका विरोध करने पर मजबूर हो जायेंगे ।   इस संबंध में हरदा जिला कलेक्टर सिद्धार्थ जैन से जब बात की गई तो उनका कहना यही रहा कि 5 एचपी तक पंप कनेक्शन, बीपीएल कार्डधारी और एक कनेक्शन माफ होने का प्रावधान है। ऐसे किसानों को बिल माफ किया जायेगा और बकाया बिल नोटिस को हिंदी में भेजने की कार्यवाही की जायेगी । हिन्‍दुस्‍थान समाचार/प्रमोद सोमानी  

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Dakhal News 21 June 2025

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