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नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शुक्रवार को केंद्रीय कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी को लेकर राजद समेत इंडी गठबंधन पर तीखा हमला बोला। भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी एवं तेजस्वी यादव को बिहार की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। गौरव भाटिया ने कहा कि एसआईआर मामले में सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी ने स्पष्ट कर दिया है कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) वोटिंग में पारदर्शिता एवं निष्पक्षता लाने की प्रक्रिया है। सर्वोच्च न्यायालय की यह टिप्पणी कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के लिए करारा जवाब है। तेजस्वी यादव को जवाब देना चाहिए कि वे सर्वोच्च न्यायालय का फैसला मानेंगे या नहीं? राहुल गांधी को बताना चाहिए कि सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई से एक दिन पहले पटना की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन क्यों कर रहे थे? इससे स्पष्ट होता है कि इन नेताओं की सर्वोच्च न्यायालय के प्रति कोई आस्था नहीं है। न्यायालय के टिप्पणी आने के बाद तेजस्वी यादव और राहुल गांधी को आत्मचिंतन करना चाहिए। कर्नाटक में कांग्रेस की भीतरी कलह पर गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश सरकार से कर्नाटक की जनता त्रस्त है। जनता सुशासन चाहती है लेकिन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया व उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार केवल सत्ता सुख भोगना चाहते हैं। एक नेता कुर्सी पर बैठे रहना चाहता है, तो दूसरा नेता उस कुर्सी को प्राप्त करना चाहता है। कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में जिस तरह की ओछी राजनीति कर रही है, इसमें सबसे ज्यादा नुकसान कर्नाटक की जनता का हो रहा है और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
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नई दिल्ली । भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तेलंगाना विधानसभा से विधायक टी राजा सिंह का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। शुक्रवार को भाजपा महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह द्वारा जारी पत्र के अनुसार टी राजा सिंह के सभी विषयस्तु अप्रासंगिक बताते हुए इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से स्वीकार लिया गया है। शुक्रवार को अरुण कुमार द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि टी राजा सिंह लोध ने 30 जून को तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष जी किशन रेड्डी को इस्तीफा भेजा था, जिसे भाजपा अध्यक्ष के संज्ञान में लाया गया। जेपी नड्डा ने टी राजा द्वारा उठाए गए विषयवस्तु को अप्रासंगिक और पार्टी की कार्यप्रणाली, विचारधारा और सिद्धांतों के खिलाफ बताया।
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भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित \"मध्य प्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025\" अन्तर्गत कल के शहरों का निर्माण थीम पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में विकास के लिए संचालित विभिन्न प्रोजेक्ट्स के माध्यम से विकसित सुदृढ़ अधोसंरचना, नवाचारों, निवेश प्रोत्साहन नीतियों एवं योजनाओं से संबंधित प्रकल्प प्रदर्शित किए गए। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर सराहना की। इंदौर विकास के मॉडल की झलक प्रदर्शनी में इंदौर विकास प्राधिकरण की अधोसंरचना विकास के लिए अपनाए गए मॉडल जिसमें पीपीपी मोड पर आधारित बहुउद्देशीय स्पोर्ट्स पार्क के निर्माण, एयरपोर्ट के पास कन्वेंशन सेंटर, इंदौर में स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देने के लिए निर्माणाधीन स्टार्टअप पार्क को प्रकाशित किया गया। प्रदर्शनी में सारे प्रोजेक्ट्स की जानकारी को डिजिटली उपलब्ध कराने के लिए क्यूआर कोड की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने डिजिटल व्यवस्था देखकर प्रसन्नता व्यक्त की। कल के शहरों में मेट्रो रेल की भूमिका \"कल के शहरों\" के निर्माण में मेट्रो रेल की भूमिका को दर्शाने वाली प्रदर्शनी में इंदौर मेट्रो रेल परियोजना (येलो लाइन), भोपाल मेट्रो रेल परियोजना (ऑरेंज और ब्लू लाइन), रोलिंग स्टॉक (ट्रेन) देशी तकनीक से निर्मित आधुनिक मेट्रो ट्रेनें, सूचनात्मक पैनल को प्रदर्शित किया गया जिसके माध्यम से कल के शहरों में आवागमन के सशक्त साधन को दिखाया गया है। टेक्नोलॉजी आधारित प्रकल्प टेक्नोलॉजी आधारित विकास की पांच परिवर्तनकारी नीतियाँ आईटीईएस एवं ईएसडीएम निवेश प्रोत्साहन नीति 2023, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) नीति 2025, ड्रोन प्रोत्साहन एवं उपयोग नीति 2025, एवीजीसी-एक्सआर (एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी) नीति 2025, सेमीकंडक्टर नीति 2025 का प्रदर्शन किया। मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम इंदौर द्वारा एक विशेष प्रदर्शनी भी प्रस्तुत की गई जिसमें राज्य के प्रमुख अधोसंरचना परियोजना के गतिशील औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र, तेजी से विकसित होती आईटी अवसंरचना, और समावेशी शहरी विकास को प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी में विशेष रूप से इंदौर-पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर, आईटी पार्क-3, इंदौर, आईटी पार्क-4, सुपर कॉरिडोर, इंदौर कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास, रेडीमेड गारमेंट कॉम्प्लेक्स में प्लग एंड प्ले सुविधा को प्रदर्शित किया गया। हरित विकास नवाचार प्रदेश में हरित विकास को बढ़ावा देने वाली विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के नवाचारों को भी प्रदर्शनी में शामिल किया गया। मध्य भारत में पॉलीकार्बोनेट शीट जो पूर्णतः हरित उत्पाद है के माध्यम से घरों में प्राकृतिक रोशनी आसानी से उपलब्ध होगी। शहरी क्षेत्रों में पार्किंग की समस्या के निराकरण के लिए रोबोटिक पार्किंग सिस्टम बनाए जाने के संबंध में मॉडल, इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कचरा संग्रहण एवं कचरा निस्तारण के लिए ईवी का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इन कार्यों में लगे प्रदेश के उद्योगपतियों की सराहना की। प्रदर्शनी में हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड, भोपाल विकास प्राधिकरण, उज्जैन विकास प्राधिकरण, अमृत हरित अभियान आदि प्रदर्शनियों का प्रदर्शन किया गया जो प्रदेश के गतिशील औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र एवं नवाचारों का प्रोत्साहन, तेजी से विकसित होती आईटी अवसंरचना, शहरी सुदृढ़ अधोसंरचना एवं समावेशी शहरी विकास शामिल है। प्रदर्शनी में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट सहित अनेक जनप्रतिनिधि, निवेशक आदि उपस्थित थे।
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भोपाल । खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत सभी पात्र हितग्राहियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिये ई-केवायसी करवाई जा रही है। गत 5 माह में एक करोड़ से अधिक हितग्राहियों की ई-केवायसी कराई जा चुकी है और अब लगभग 20 लाख नवीन पात्र हितग्राहियों को पात्रता पर्ची दी जा सकेगी। इन नवीन हितग्राहियों को पात्रता पर्ची जारी करने के लिये विंडो ओपन किया जा रहा है।खाद्य विभाग के आयुक्त कर्मवीर शर्मा ने शुक्रवार को जानकारी दी है कि प्रदेश की लगभग 27 हजार उचित मूल्य दुकानों पर लगाई गई पीओएस मशीन से पात्र हितग्राहियों के ई-केवायसी करने की व्यवस्था के अतिरिक्त वृद्ध, बच्चों के तथा हितग्राही द्वारा घर बैठे ई-केवायसी करने की सुविधा भारत सरकार के मेरा ई-केवायसी एप से फेस एथेंटिकेशन द्वारा करने की सुविधा दी गई है। सभी हितग्राहियों को ई-केवायसी कराने के लिये प्रतिमाह 2 से 3 बार एसएमएस किए गए। उचित मूल्य दुकानो पर इस संबंध में सूचना प्रदर्शित की गई। समाचार पत्रो में ई-केवायसी कराने के लिये समाचार प्रकाशित कराए गए।ई-केवायसी करने विशेष अभियान चलाया गयाई-केवायसी करने विशेष अभियान चलाया गया। अभियान के तहत ई-केवायसी से शेष हितग्राहियों की सूची स्थानीय निकाय, खाद्य विभाग एवं जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई गई। ग्राम एवं मोहल्ले में कैम्प लगाए गए। दिव्यांग/वृद्ध की घर-घर जाकर ई-केवायसी की गई। कैम्प में उचित मूल्य दुकान के विक्रेता एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग/नगरीय निकाय के अमले को लगाया गया। हितग्राही के ग्राम में ही पीओएस मशीन के माध्यम से ई-केवायसी किए गए। वर्तमान में सम्मिलित हितग्राहियों में से मृत/अस्तित्वहीन/दोहरे/अपात्र पाए जाने वाले हितग्राहियों का चिन्हांकन किया गया। जिन पात्र हितग्राहियों के आधार डाटा अपग्रेड नहीं थे, उनको केम्प में भेजकर अपग्रेड कराया गया। अभियान की लगातार मॉनिटरिंग की गई।विभाग द्वारा ई-केवायसी के लिये किए गए इन प्रयासों के फलस्वरूप विगत 5 माह में 1 करोड़ से अधिक पात्र हितग्राहियों के ई-केवायसी कराए गए। अभी तक 90 प्रतिशत हितग्राहियों के ई-केवायसी किए जा चुके है। कुल पात्र हितग्राही 5 करोड़ 32 लाख हैं। खाद्य सुरक्षा अधिनियम अंतर्गत 29 श्रेणी के 20 लाख नवीन पात्र हितग्राहियों को जोड़ने हेतु कुशन प्राप्त हो सका है। ई-केवायसी होने पर स्मार्ट-पीडीएस अंतर्गत पात्र परिवारों को राशन का वितरण करने में सुविधा होगी।
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जबलपुर । गढ़ा थाना क्षेत्र स्थित आमनपुर में शुक्रवार दोपहर 57 वर्षीय प्रोफेसर प्रज्ञा अग्रवाल की उनके घर में संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिलने से हड़कंप मच गया। जानकारी के मुताबिक प्रोफेसर प्रज्ञा अग्रवाल के घर उनकी मेड जब काम करने के लिए पहुंची तो उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। कई बार कोशिश करने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला, तो उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही गढ़ा थाना पुलिस टीम मौके पर पहुँची। पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए दरवाजा तोड़ा और जब घर के अंदर दाखिल हुई तो प्रोफेसर प्रज्ञा अग्रवाल को मृत अवस्था में पाया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर मर्ग कायम किया और पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजकर घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि प्रोफेसर घर पर अकेली रहती थीं। मृतका प्रोफेसर प्रज्ञा अग्रवाल जिले के होम साइंस कॉलेज में वनस्पति शास्त्र पढ़ाया करती थीं। हाल ही में उनका ट्रांसफर जबलपुर से दमोह हुआ था। मृतका प्रज्ञा अग्रवाल अविवाहित थीं। उनके छोटे भाई भोपाल में रहते हैं। प्रज्ञा अग्रवाल की हत्या की गई है या उन्होंने आत्महत्या की है, यह पुलिस के लिए अब भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है। जिस स्थान पर उनका शव मिला, वहां पास में एक चाकू भी पड़ा था। पुलिस की पूछताछ में मेड ने बताया कि वह कई सालों से उनके घर पर काम कर रही है। प्रज्ञा ने उसे घर की एक चाबी भी दे रखी थी, जिससे वह दिन में दो से तीन बार आकर काम करती और चली जाती थी। एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि प्रज्ञा अग्रवाल होम साइंस कॉलेज में पढ़ाया करती थीं। कुछ दिनों पहले ही उनका ट्रांसफर दमोह हो गया था, इस कारण वे अभी कॉलेज नहीं जा रही थीं। मृतका के गले और हाथ में चाकू से कटने के निशान मिले हैं। प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है, इसलिए मौके पर एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है।
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इंदौर । मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि विद्यार्थी मन लगाकर पढ़ें और सिर्फ अपनी पढ़ाई की ही चिंता करें। विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए बहुत सी योजनाएं प्रारंभ की हैं। सरकार की योजनाओं की मदद से गरीब से गरीब विद्यार्थी भी अपनी उच्च शिक्षा जारी रख सकता है। वंचित वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने तक की सुविधा प्रदेश सरकार ने उपलब्ध कराई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह बात शुक्रवार को इंदौर के बास्केटबॉल कॉप्लेक्स परिसर में \"हिंद रक्षक संगठन\" द्वारा आयोजित \"पुण्योदय प्रकल्प\" कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों के लिए आयोजित पुस्तिका वितरण कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों से कही। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया, विधायक उषा ठाकुर, विधायक मालिनी गौड़, विधायक गोलू शुक्ला, इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि मौजूद थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को पुस्तिकाएं वितरित की। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हायर सेकेंडरी परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले हजारों मेधावी विद्यार्थियों को सरकार हर साल लैपटॉप वितरित कर रही है। स्कूल में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली विद्यार्थियों को स्कूटी वाहन वितरित किए जा रहे हैं। गांव के बच्चों को स्कूल जाने के लिए निशुल्क साइकिलें वितरित की जा रही हैं। हर साल लगभग पांच लाख साइकिलें विद्यार्थियों को निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। स्कूली विद्यार्थियों को निशुल्क गणवेश और निशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण की योजना भी सरकार ने शुरू की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर कहा कि वर्ष 2003 में प्रदेश में केवल पांच मेडिकल कॉलेज ही थे, जो कि अब बढ़कर 37 हो चुके हैं। मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के लिए गरीब मेधावी विद्यार्थियों की फीस सरकार भर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार ने सर्व सुविधा युक्त सांदीपनि स्कूल शुरू किए हैं, जिनमें विद्यार्थियों को उत्कृष्ट स्तर की शिक्षा उपलब्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश सक्षम, सशक्त और सबल बना है। वर्ष 2047 तक भारत विश्व में सर्वाधिक विकसित देश बने, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर पूर्व मंत्री स्व. लक्ष्मण सिंह गौड़ का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवनकाल में समाज सेवा के क्षेत्र में बहुत से उल्लेखनीय कार्य किये। विद्यार्थियों को निशुल्क कॉपियां वितरण का कार्य भी उन्हीं में से एक है। उन्होंने कहा कि इंदौर में हर वर्ष रंगपंचमी मनाने का अपना अलग आनंद होता है। इस आयोजन की शुरुआत भी पूर्व मंत्री स्व. लक्ष्मण सिंह गोंड ने ही की थी। इससे पूर्व कार्यक्रम के आयोजक \"हिंद रक्षक संगठन\" के संयोजक एकलव्य लक्ष्मण सिंह गौड ने अपने स्वागत उद्बोधन में \"पुण्योदय प्रकल्प\" के बारे में बताते हुए कहा कि वर्ष 2003 से इंदौर शहर के लगभग 300 समाजसेवी परिवार मिलकर हर वर्ष साढे तीन लाख से अधिक कॉपियां विद्यार्थियों को मात्र एक रुपए के सांकेतिक शुल्क पर वितरित करते हैं। उन्होंने इस कार्य में भागीदारी करने वाले सभी परिवारों के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को कॉपी वितरण का यह कार्य हर वर्ष 11 जुलाई से 11 अगस्त तक एक माह तक जारी रहता है। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों से अपील की कि निशुल्क वितरित की गई सभी कॉपियों का भरपूर सदुपयोग करें और कॉपियों का एक भी पेज व्यर्थ न जाए यह प्रयास करें।
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आज से सावन का पवित्र महीना शुरू हो गया है ... . सावन महीने के पहले से ही पूरे प्रदेश में रिमझिम बारिश देखने को मिली है ... . जिसके कारण मध्य प्रदेश के पूर्वी जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं... . वहीं, आज भी कई जिलो में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है... मौसम विभाग के अनुसार शहडोल, उमरिया, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, सहित कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी है ..तो वही शिवपुरी, विदिशा, मैहर, सतना सहित बाकी के जिलों में मौसम विभाग ने तेज बारिश की संभावना जताई है.... और रायसेन, सागर,के अलावा कई जिलों में बिजली के साथ बारिश की सम्भावना है .....
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भाेपाल । भोपाल जिला पंचायत की बैठक में शुक्रवार काे सदस्यों ने जर्जर स्कूलों का मुद्दा उठाया। सदस्यों ने कहा कि कई स्कूल भवन बहुत ही जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं, और यदि कोई हादसा होता है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? बैठक में सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष से इन जर्जर भवनों की मरम्मत या पुनर्निर्माण के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना पंचायत की जिम्मेदारी है और इस मामले में लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। सदस्यों ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर चिंतित हैं और यदि जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। भोपाल जिला पंचायत की साधारण सभा की बैठक में उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट, सदस्य विनय मेहर, विक्रम बालेश्वर, बिजिया राजौरिया ने यह मुद्दा उठाया। सदस्यों के इस मुद्दे पर डीपीसी आरके यादव ने कहा कि ऐसी बिल्डिंग की जांच करवाई जा रही है। निरीक्षण में डोगरा जागीर में टपकती छत के नीचे बच्चे बैठे मिले। पिपलिया में भी यही स्थिति थी। रात 8 बजे छत की सफाई करवाई। जितने संसाधन है, उनसे काम करवा रहे हैं। उपाध्यक्ष माेहन सिंह जाट ने कहा कि सभी स्कूलों का निरीक्षण करें। जबकि सदस्य बिजिया राजौरिया ने कहा कि अभी तो बोल देंगे लेकिन बाद में कोई काम नहीं करेंगे। सदस्य विनय मेहर ने कहा कि पथरिया का स्कूल की बिल्डिंग 25 साल पुरानी है। पिछले तीन साल से बारिश के माैसम में यहां तालाब की स्थिति बन जाती है, छत से पानी टपकता है और बच्चे ऐसे हालात में पढ़ने काे मजबूर है।उन्हाेंने शासन से मरम्मत करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल के बच्चे प्राइवेट स्कूल में इसलिए जा रहे कि स्कूल बिल्डिंग जर्जर है। जिस पर सीईओ इला तिवारी ने कहा कि पथरिया में नई बिल्डिंग बनी है, लेकिन कोई उपयोग नहीं हो रही। यदि कोई और सरकारी बिल्डिंग है तो बच्चों को शिफ्ट करें। सदस्य भोलेश्वर ने कहा कि भामरा में स्कूल की दीवार गिर चुकी है। सांप भी निकलते हैं। बावजूद टूटे हुए स्कूल में बच्चों को बैठाया जाता है। ऐसी क्या मजबूरी है? डीपीसी आप निरीक्षण करें। बच्चे 10 का पहाड़ा नहीं सुना पाएंगे।बैठक में एसडीएम और पुलिस अधिकारियों को बुलाने की बात सदस्यों ने उठाई बैठक में सदस्याें ने एसडीएम और पुलिस अधिकारियों को बुलाने की बात उठाई। इसी मुद्दे पर सीईओ तिवारी और फंदा जनपद अध्यक्ष प्रमोद सिंह राजपूत के बीच नोकझोंक भी हो गई। सीईओ ने लिखित में प्रस्ताव देने की बात कहीं। इस पर राजपूत ने कहा कि हमने पूर्व में लिखित में दिया था। सदस्य भोलेश्वर ने भी अधिकारियों को बुलाने की बात कही। इस बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, पीएचई, कृषि, पीडब्ल्यूडी, आदिम जाति, वन, महिला एवं बाल विकास विभागों की समीक्षा होगी। इससे पहले होने वाली सामान्य प्रशासन समिति की मीटिंग में प्रतिनिधियों की एंट्री नहीं हुई।
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आने वाले समय में कई बड़ी फिल्मों के सीक्वल दर्शकों का दिल जीतने आ रहे हैं। इन्हीं में से एक है- 'सन ऑफ सरदार 2', जिसकी रिलीज़ का फैंस लंबे समय से इंतज़ार कर रहे थे। फिल्म में एक बार फिर अजय देवगन मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। इससे पहले वह अपनी सुपरहिट फिल्म 'रेड' के सीक्वल 'रेड 2' के जरिए बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त वापसी कर चुके हैं। अब अजय देवगन अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म 'सन ऑफ सरदार 2' के साथ एक बार फिर बड़े पर्दे पर धमाका करने के लिए तैयार हैं। हाल ही में फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ कर दिया गया है, जिसे दर्शकों से शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। जब अजय देवगन साल 2012 में 'सन ऑफ सरदार' लेकर आए थे तो उन्होंने अपनी दमदार कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर दिया था। अब एक बार फिर वह जस्सी रंधावा के किरदार में शानदार वापसी कर चुके हैं। हाल ही में रिलीज़ हुए 'सन ऑफ सरदार 2' के ट्रेलर में अजय ने जबरदस्त कॉमेडी के साथ-साथ धमाकेदार एक्शन का भी तड़का लगाया है। ट्रेलर देखकर साफ है कि यह सीक्वल पहले भाग से भी ज्यादा धमाल मचाने वाला है। वहीं, मृणाल ठाकुर और नीरू बाजवा की मौजूदगी ने फिल्म को लेकर दर्शकों का उत्साह और भी बढ़ा दिया है। अब देखना होगा कि यह फिल्म थिएटर्स में कितनी धूम मचाती है।
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बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ना सिर्फ अपने दमदार अभिनय के लिए पहचानी जाती हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी वह बेहद एक्टिव रहती हैं। वह अक्सर अपने फिटनेस वीडियो, फोटोशूट और खास रेसिपीज़ फैन्स के साथ शेयर करती रहती हैं। इन दिनों शिल्पा अपनी अपकमिंग फिल्म 'केडी' को लेकर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म में उनके साथ संजय दत्त, विजय सेतुपति और नोरा फतेही जैसे बड़े सितारे नजर आएंगे। हाल ही में शिल्पा शेट्टी और संजय दत्त फिल्म 'केडी' के प्रमोशन के सिलसिले में एक इवेंट में पहुंचे। इस कार्यक्रम के दौरान शिल्पा ने मराठी भाषा और संस्कृति को लेकर अपनी भावनाएं भी जाहिर कीं, जो दर्शकों को काफी पसंद आईं।रिपोर्ट्स के अनुसार फिल्म 'केडी' के प्रमोशनल इवेंट के दौरान जब अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी से मराठी-हिंदी विवाद को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने संयमित प्रतिक्रिया दी। शिल्पा ने पहले मुस्कराते हुए कहा, \"इस पर संजय दत्त बेहतर जवाब देंगे।\" इसके बाद उन्होंने स्पष्ट किया, \"मैं मराठी जानती हूं। आखिर मैं महाराष्ट्र की ही लड़की हूं, लेकिन आज हम यहां अपनी फिल्म 'केडी' के बारे में बात करने के लिए जुटे हैं, इसलिए किसी भी विवादास्पद मुद्दे पर चर्चा करना सही नहीं होगा।\" फिल्म को लेकर उत्साहित शिल्पा ने आगे बताया, \"हमारी फिल्म कई भाषाओं में रिलीज़ हो रही है। इसलिए हम इसे मराठी में भी रिलीज़ कर सकते हैं।\" उनका यह संतुलित और समझदारी भरा जवाब सोशल मीडिया पर भी चर्चा में है।शिल्पा शेट्टी करीब 20 साल बाद फिल्म 'केडी' के जरिए कन्नड़ सिनेमा में वापसी कर रही हैं। यह फिल्म बैंगलोर की एक सच्ची घटना पर आधारित बताई जा रही है, शिल्पा के लिए यह फिल्म खास है, क्योंकि यह उन्हें एक नई भाषा और दर्शकों के साथ दोबारा जुड़ने का मौका दे रही है। इससे पहले शिल्पा शेट्टी 'सुखी', 'निकम्मा' और 'हंगामा 2' जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। शिल्पा शेट्टी 90 के दशक की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में शुमार रही हैं और उन्होंने उस दौर में कई सुपरहिट फिल्मों में काम करके अपने अभिनय का लोहा मनवाया है। 'केडी' के साथ एक बार फिर वह बड़े पर्दे पर अपने फैंस को चौंकाने के लिए तैयार हैं।
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अंबिकापुर । मानसून के अनुकूल होने के साथ झमाझम वर्षा से उत्तर छत्तीसगढ़ में मक्का की बुआई में किसान पिछड़ गए है, वहीं टमाटर की नर्सरी भी गल कर नष्ट हो गई है। जानकारी अनुसार, मौजूदा समय में मक्का का लगभग 75 फीसदी रकबा खाली है। मक्का की बोनी के लिए उचित समय के निकल जाने के बाद किसान अब आशंकित है कि यदि इस समय मक्के की बोनी की जाए तो उपज होगी या नहीं। हालांकि अभी भी किसान इस उम्मीद में रिस्क उठा रहे हैं कि संभवतः 75 फीसदी भी उपज हो तो परिवार के लिए कुछ तो सहारा बनेगा। बताया जा रहा है कि, सरगुजा जिले में मक्का का लक्ष्य 23 हजार 315 हेक्टेयर है। जबकि अभी तक मात्र 8 हजार 112 हेक्टेयर में मक्का की बोनी हुई है। जबकि अभी भी 25 हजार 203 हेक्टेयर रकबा खाली है। किसानों ने कहा-इस बार आय होगी प्रभावित धौरपुर क्षेत्र के किसान मंगलुराम ने कहा कि, मक्का बुआई के सीजन में मूसलाधार वर्षा हो रही थी। बाड़ी में भी पानी भरा हुआ था। जिसके चलते मक्का की बुआई के लिए अनुकूल मौसम नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि वे एक सीजन में कम से कम डेढ़ लाख रुपये तक की मक्के से आय अर्जित कर लेते थे। यह आय सीधे तौर पर प्रभावित होगी। लोधिमा के किसान जयकुमार राजवाड़े ने कहा कि, उनका भी मक्के का रकबा खाली है। मंहगा बीज आने के चलते मौसम बीतने के बाद बुआई की हिम्मत नहीं हो रही है। हालांकि कई किसान अभी भी मक्के की बाेनी कर रहे हैं। टमाटर के पौधे गल गए किसानों ने कहा कि लगभग एक माह तक लगातार बारिश होने के चलते लगभग 80 फीसदी टमाटर के पौधे गल गए जिससे किसानों को सीधे नुकसान उठाना पड़ा। किसानों का कहना है कि उनके द्वारा टमाटर की नर्सरी तैयार करने के बाद मेड़ बनाते हुए बुआई की गई थी, मगर अत्यधीक बारिश होने के चलते यह मेड़ भी डूब जाने के चलते फसल बर्बाद हो गया। प्रभावितों के द्वारा शासन से मुआवजा की भी मांग की गई है। सरगुजा में सामान्य से 150 मिर्मी अधिक हुई बारिश मौसम विज्ञान केंद्र प्रभारी सुशांत कुमार मंडल ने आज शुक्रवार को बताया कि, सरगुजा में एक जून से दस जुलाई की अवधि में सामान्य तौर पर 400 मिमी की वर्षों होनी चाहिए, मगर इस बार 542 मिमी वर्षा हो चुका है। वर्तमान समय में मानसून का प्रभाव उत्तर छत्तीसगढ़ में कम होने के साथ दक्षिण और मध्य छत्तीसगढ़ में अधिक प्रभावित है। हालांकि सरगुजा सहित उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में अभी भी एक दो दिनों तक मध्यम से भारी वर्षा की भी संभावना है।
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भोपाल । राजधानी भोपाल के ईटखेड़ी इलाके में चौरसिया ढाबे के सामने युवक की गुरुवार देर रात खून से लथपथ लाश मिली है। पुलिस शुरुआती जांच में एक्सीडेंट से मौत होना मानकर चल रही है। वहीं मृतक के परिजनों ने मौत को संदिग्ध बताया है। उनका कहना है कि मौत की सूचना एक अनजान महिला ने दी और वह मौके पर भी मौजूद थी। शुक्रवार काे पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महेंद्र सिंह दांगी पुत्र किशन लाल दांगी (38) लांबाखेड़ा शारदा नगर वाइन शॉप पर काम करता था। मृतक के भतीजे रवि दांगी ने बताया कि गुरुवार रात काे एक महिला ने चाचा की मौत की सूचना फाेन पर दी। परिजन जब माैके पर पहुंचे तो वहां महिला मौजूद थी। परिजनाें के मुताबिक महिला ने ही बताया कि उसे महेंद्र ने उन्हें लिफ्ट दी थी। तभी बाइक बेकाबू होकर एक गढ्ढे में गिरी। इससे चाचा की मौत हो गई। रवि का कहना है, एक्सीडेंट के समय जब गाड़ी पर महिला मौजूद थी तो चोटें उसे क्यों नहीं आई, जबकि उसके चाखा की माैत हाे गई। मामले की बारीकी से जांच जोना चाहिए। वहीं इस पूरे मामले पर एडिशनल एसपी नीरज चौरसिया ने बताया कि घटना स्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने महेंद्र का एक्सीडेंट होने की पुष्टि की है। एक्सीडेंट में ही उसकी जान गई है। चोटों से अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी भारी वाहन ने उन्हें टक्कर मारी है। परिजनों के आरोपों की तस्दीक कराएंगे कि उनके साथ मौजूद महिला कौन थी। फिलहाल मर्ग कायम कर जांच शुरू की है।
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