Dakhal News
Dakhal News
पटना/ मुजफ्फरपुर। बिहार में पहले चरण के मतदान से पहले चुनाव प्रचार चरम पर है। राजनीतिक दलों के नेता प्रदेश की जनता से समर्थन मांग रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी रविवार को मुजफ़्फ़रपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने विपक्षी दलों को भी आड़े हाथों लिया। गृह मंत्री अमित शाह ने मुजफ़्फ़रपुर में साहेबगंज विधानसभा के आसपास के तीन राजग प्रत्याशियों की उपस्थिति में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आपको अपना वोट बिहार को 'जंगलराज' से बचने के लिए देना है। 'जंगलराज' से निकाल कर बिहार को विकास की ओर ले जाने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी ने किया है । लालू-राबड़ी के शासन में गोपालगंज के जिला अधिकारी (डीएम) जी. कृष्णानैया की हत्या कर दी गई थी। यदि महागठबंधन की सरकार फिर से बिहार में बनती है, तो तीन नए मंत्रालय खुलेंगे, उसमें अपहरण मंत्री बनाए जाएंगे, रंगदारी मंत्री बनाए जाएंगे और अपहरण के साथ खून मंत्री भी बनाए जाएंगे। अमित शाह ने कहा कि लालू जी और सोनिया जी में एक ही समानता है, लालू जी चाहते हैं कि उनका बेटा बिहार का मुख्यमंत्री बने और सोनिया जी चाहती हैं कि उनका बेटा भारत का प्रधानमंत्री बने, लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं होने वाला है, क्योंकि ना दिल्ली में प्रधानमंत्री की सीट खाली है और ना ही बिहार में मुख्यमंत्री की सीट खाली है। अमित शाह ने कहा कि उन्होंने कश्मीर से 370 हटाया, क्या वह हटाना चाहिए था या नहीं । सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और लालू यादव के जमाने में आतंकवादियों को बिरयानी खिलाकर रखते थे , वह नहीं चाहते थे कि कश्मीर से 370 हटे । अमित शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने हमारी माताओं-बहनों को धुएं वाले चूल्हे से आजादी दिलाई, तो नीतीश कुमार जी ने हर घर नल से जल पहुंचाया और जंगल राज से मुक्ति दिलाई । नीतीश कुमार ने पंचायती राज में महिलाओं को आरक्षण दिया। पुलिस में महिलाओं का आरक्षण दिया और हर घर बिजली पहुंचाने का काम किया। नीतीश कुमार ने जब हर महिलाओं के खाते में 10000 रुपये भेजें, तो राजद के एक सांसद हैं, वह चुनाव आयोग के पास चले गए और उन्होंने चुनाव आयोग से कहा कि यह पैसा वापस ले लेना चाहिए,तेजस्वी यादव सुन लो, यह नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार की जोड़ी है, पैसा वापस नहीं होगा। अमित शाह ने कहा कि आज बिहार विदेश में रेल इंजन भेजने वाला पहला राज्य बन गया है। हमने बेगूसराय में 'पीएम मित्र पार्क' बनवाया है।राजगीर की स्थिति देखिए, वहां कितना विकास हुआ है। मुजफ्फरपुर के लिए 20,000 करोड़ की लागत से 'मेगा फूड पार्क' बनाया जा रहा है। मुजफ्फरपुर-बरौनी और गोपालगंज-मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर की सड़कों को फोर लेन करने का काम किया है। आज गोरखपुर-हल्दिया एक्सप्रेसवे, जो 6 लेन का है, वह मुजफ्फरपुर होकर गुजरेगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मुजफ्फरपुर सहित तीन जिलों को मेट्रो भी मिलेगा। मुजफ्फरपुर में कैंसर अस्पताल दिया गया है और अब पूरे बिहार में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देंगे। किसानों को भी किसान सम्मन निधि की राशि 9000 दी जाएगी। 6000 रुपये तो पहले से प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत जी जा रही है और अब राज्य सरकार की तरफ से 3000 और दिया जाएगा। किसानों के खाते में पूरे 9000 रुपये भेजे जाएंगे । अमित शाह ने कहा कि लालू जी जब 2004 से 2014 तक केंद्र में मंत्री थे, तब अपने बिहार को क्या दिया? केवल 280000 (दो लाख अस्सी हजार करोड़ ) रुपये करोड़ दिया। लालू जी के शासनकाल में लालू जी ने बिहार को चारा घोटाला, लैंड फॉर जॉब घोटाला, नौकरी घोटाला, भर्ती घोटाला और होटल घोटाला किया। अमित शाह कहा, \" मैं आपसे एक बात कहना चाहता हूं फिर से एक बार राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (एनडीए) की सरकार बना दो, हम बिहार को बाढ़ से मुक्त कर देंगे ।
Dakhal News
पटना । बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच मोकामा के दुलारचंद यादव हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देर रात पटना पुलिस ने पूर्व बाहुबली विधायक और जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।एसएसपी की अगुवाई में पुलिस टीम ने अनंत सिंह को बाढ़ स्थित कारगिल मार्केट से हिरासत में लिया और उन्हें लेकर पटना पहुंची। उनके दो सहयोगी मणिकांत ठाकुर और रणजीत राम को भी गिरफ्तार किया गया है। तीनों को अदालत में पेश किया जाएगा। दुलारचंद यादव हत्याकांड के सिलसिले में जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। 30 अक्टूबर को मोकामा के तारतर इलाके में दो पक्षों में भिड़ंत हुई थी, जिसके बाद दुलारचंद यादव का शव बरामद हुआ। दोनों तरफ से इसे लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया था।पुलिस की शुरुआती जांच में साफ हुआ है कि घटना के समय अनंत सिंह अपने सहयोगियों के साथ मौके पर मौजूद थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट और गोली लगने के निशान मिले हैं। इस घटना में अनंत सिंह को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है। 75 साल के दुलारचंद यादव मोकामा के तारतर गांव के रहने वाले थे। मोकामा टाल क्षेत्र में दुलारचंद यादव का काफी प्रभाव था और खुद भी कई बार विधानसभा चुनाव लड़ा था। उन्हें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का करीबी माना जाता था। इस विधानसभा चुनाव के दौरान दुलारचंद यादव जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार कर रहे थे। इसी दौरान यह घटना हुई।
Dakhal News
Dakhal News
भोपाल । मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को एक ऐतिहासिक सौगात मिली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ‘अभ्युदय मध्यप्रदेश’ कार्यक्रम के दौरान ओंकारेश्वर अभयारण्य की घोषणा की। यह अभयारण्य राज्य का 27वां अभयारण्य होगा, जो खंडवा और देवास जिलों को मिलाकर बनाया जाएगा। इसका कुल क्षेत्रफल 611.753 वर्ग किलोमीटर होगा, जिसमें खण्डवा जिले का 343.274 वर्ग किलोमीटर एवं देवास जिले का 268.479 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र शामिल होगा। डूब क्षेत्र को अभयारण्य से बाहर रखा गया है, जिससे स्थानीय मछुआरों और ग्रामीणों की आजीविका प्रभावित न हो।जनसंपर्क अधिकारी के.के. जोशी ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ओंकारेश्वर अभयारण्य में बाघों की भी उपस्थिति रहेगी। इस क्षेत्र में पहले से ही तेंदुए, भालू, सांभर, हाइना, चीतल और कई प्रकार के जीव मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य प्रदेश की प्राकृतिक संपदा को संरक्षित करना और पर्यावरण संरक्षण के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना है।असम से आएंगे जंगली भैंसे और गैंडेओंकारेश्वर अभयारण्य में असम से जंगली भैंसे और गैंडे लाने की योजना पर भी काम चल रहा है। मध्य प्रदेश जैव-विविधता के क्षेत्र में अग्रणी है। प्रदेश में “चीतों का सफल पुनर्स्थापन हो चुका है, अब नौरादेही अभयारण्य में नामीबिया से आए चीते छोड़े जाएंगे''।ओंकारेश्वर अभयारण्य का स्वरूपवन विभाग की कार्ययोजना के अनुसार सामान्य वनमंडल खंडवा के अंतर्गत पुनासा, मूंदी, चांदगढ़, बलडी परिक्षेत्र तथा देवास वनमंडल के सतवास, कांटाफोड़, पुंजापुरा और उदयनगर परिक्षेत्र शामिल होंगे। इसमें कोई भी राजस्व ग्राम एवं वनग्राम शामिल नहीं है।अभयारण्य में 52 टापूअभयारण्य में 52 छोटे-बड़े टापू हैं। मूंदी रेंज में 31 और चांदगढ़ रेंज में 21 टापू शामिल होंगे। बोरियामाल और जलचौकी धारीकोटला को ईको-टूरिज्म केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा।वन्यजीव और वनस्पतियहां की प्रमुख वनस्पतियों में सागौन, सालई और धावड़ा शामिल हैं। मुख्य मांसाहारी जीवों में बाघ, तेंदुआ, रीछ, सियार और लकड़बग्घा हैं। शाकाहारी जीवों में मोर, चीतल, सांभर, चिंकारा, भेड़की, सेही, खरगोश और बंदर मौजूद हैं।ईको-पर्यटन से बढ़ेगा रोजगार, समृद्ध होंगे ग्रामीण क्षेत्रओंकारेश्वर अभयारण्य में पर्यावरण संरक्षण के साथ पर्यटन और ग्रामीण विकास को भी प्राथमिकता दी गई है। यहां होटल और रिसोर्ट की स्थापना, पशुधन एवं कुक्कुट फार्मों का विकास, लघु वनोपज का संग्रहण, सड़कों का चौड़ीकरण, पहाड़ी ढालों और नदी तटों का संरक्षण, रात्रिकालीन यातायात प्रबंधन और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी गतिविधियां की जाएंगी। अभयारण्य में पारिस्थितिक पर्यटन (ईको-टूरिज्म) को बढ़ावा देकर स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा। इन पहलों से ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति और जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार होगा। पर्यटकों के आगमन से स्थानीय लोगों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ेगा, जिससे पारंपरिक जीवनशैली, खानपान और धार्मिक मान्यताओं के प्रसार के साथ सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का भी विस्तार होगा। ओंकारेश्वर क्षेत्र अब न केवल जैव विविधता का केंद्र बनेगा, बल्कि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर ग्रामीण पर्यटन का भी नया मॉडल प्रस्तुत करेगा।अभयारण्य क्षेत्र में पर्यटन और रोजगारओंकारेश्वर अभयारण्य की स्थापना से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा बल्कि आसपास के 20 गांवों में पर्यटन आधारित रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इनमें अंधारवाडी, चिकटीखाल, सिरकिया, भेटखेडा, पुनासा और नर्मदानगर जैसे गांव शामिल हैं।ईको-टूरिज्म, होटल-रिसोर्ट की स्थापना, लघु वनोपज का संग्रहण, पशुधन फार्म और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी गतिविधियां स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करेंगी और पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को नया जीवन मिलेगा।
Dakhal News
भोपाल । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि ‘मध्यप्रदेश@2047: विजन डॉक्युमेंट राज्य को आर्थिक रूप से सशक्त, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और नागरिक जीवन की गुणवत्ता को उच्चतम स्तर तक पहुँचाने का रोडमैप है।मुख्यमंत्री ने कहा है कि विज़न डॉक्युमेंट में वर्ष 2047 तक प्रदेश को 2.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाले राज्य के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही प्रति व्यक्ति आय 22 लाख रुपये, औसत आयु 84 वर्ष और साक्षरता दर 100 प्रतिशत तक बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया गया है। कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को औद्योगिक और सेवा क्षेत्र के साथ संतुलित कर राज्य को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की रूपरेखा तैयार की गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत@2047’ के विज़न से प्रेरित यह दृष्टिपत्र, संपन्न, सुखद और सांस्कृतिक जड़ों को सहेजे मध्यप्रदेश की परिकल्पना को साकार करने का आधार बनेगा।जनभागीदारी से तैयार ‘समृद्ध मध्यप्रदेश@2047’ दृष्टिपत्रजनसंपर्क अधिकारी अशोक मनवानी ने रविवार को बताया कि यह विजन डॉक्युमेंट राज्य की अब तक की सबसे बड़ी जनभागीदारी प्रक्रिया के माध्यम से बनाया गया है। इसमें चार लाख से अधिक नागरिकों, किसानों, विद्यार्थियों, उद्योगपतियों, विशेषज्ञों और सामाजिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी रही है। राज्यभर में आयोजित जनसंवाद, निबंध प्रतियोगिताएँ, उद्योग जगत से परामर्श, शैक्षणिक सत्र और साइट इंस्पेक्शन से प्राप्त सुझावों को इसमें समाहित किया गया है। यह देश में अपनाई गई अनूठी प्रक्रिया है।मुख्य सचिव अनुराग जैन के अनुसार“यह दस्तावेज़ केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि नागरिकों की आकांक्षाओं और राज्य की सामूहिक दृष्टि का प्रतिबिंब है।चार मार्गदर्शक सिद्धांतों पर आधारित है विजन डॉक्युमेंट‘समृद्ध मध्यप्रदेश@2047’ विजन डॉक्युमेंट चार प्रमुख मार्गदर्शक सिद्धांतों पर केन्द्रित है1. आर्थिक विकास पर फोकस – राज्य की अर्थव्यवस्था को तीव्र गति से आगे बढ़ाने, रोजगार सृजन और प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने पर विशेष फोकस रखा गया है।2. क्षेत्रीय दृष्टिकोण और स्थानीय विशिष्टताओं का समावेश – प्रदेश के विविध भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक स्वरूप को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक क्षेत्र के लिए अलग रणनीति बनाई गई है।3. विकसित भारत@2047 के राष्ट्रीय विज़न में योगदान पर ध्यान – मध्यप्रदेश को भारत की विकास यात्रा का प्रमुख भागीदार बनाना इस विजन डॉक्युमेंट का प्रमुख उद्देश्य है।4. सहभागी और समावेशी दृष्टि – यह दृष्टिपत्र नागरिकों, विशेषज्ञों, उद्योगों और प्रशासन के संयुक्त परामर्श से तैयार हुआ है, जिससे प्रत्येक हितधारक इस परिवर्तन यात्रा का भागीदार बने।इन चार सिद्धांतों ने इस दृष्टिपत्र को संतुलित, व्यापक और यथार्थवादी दिशा प्रदान की है, जिससे यह केवल एक योजना नहीं बल्कि राज्य के भविष्य का जीवंत संकल्प बन गया है।यह रोडमैप 6 प्रमुख पड़ाव अगली पीढ़ी कीकृषि और संबद्ध क्षेत्र, सतत औद्योगिक प्रगति, सेवा क्षेत्र का विस्तार, शहरी और ग्रामीण बुनियादी ढाँचे का विकास, विश्वस्तरीय शिक्षा और कौशल विकास और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाओं से विकसित मध्यप्रदेश का लक्ष्य हासिल करेगा।इनके साथ दो महत्वपूर्ण कारक कुशल शासन एवं नागरिक सेवा प्रदाय व्यवस्था’ और ‘नवाचार युक्त वित्तीय प्रबंधन एवं निवेश संवर्धन’ को भी विजन डॉक्युमेंट में शामिलकिया गया है।‘उद्योग एवं रोजगार वर्ष 2025’: आत्मनिर्भरता की दिशा में निर्णायक कदमराज्य सरकार ने वर्ष 2025 को ‘उद्योग एवं रोजगार वर्ष’ घोषित किया है। इस पहल का उद्देश्य युवाओं के लिए नए अवसर सृजित करना, औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देना और ‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ की दिशा में निर्णायक कदम बढ़ाना है। इसके अंतर्गत औद्योगिक क्षेत्रों का विस्तार, स्टार्टअप प्रोत्साहन, कौशल प्रशिक्षण और तकनीकी शिक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।संस्कृति और परंपरा के साथ आधुनिकता का संगममुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि विकास का अर्थ केवल आर्थिक प्रगति नहीं, बल्कि समाज की सांस्कृतिक आत्मा और आध्यात्मिक पहचान को भी सशक्त करना है। “मध्यप्रदेश अपनी गौरवशाली विरासत, कला, संस्कृति और नर्मदा जैसी जीवनदायिनी परंपराओं के बल पर भारत के विकास में मार्गदर्शक भूमिका निभाएगा।”सामूहिक प्रयासों से होगा ‘समृद्ध मध्यप्रदेश’ का सपनामुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नागरिकों, युवाओं, उद्योगपतियों और सामाजिक संगठनों से आह्वान किया कि वे इस दृष्टिपत्र को एक जन आंदोलन के रूप में अपनाएँ। “यह विजन डॉक्युमेंट हमारी आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में पहला ठोस कदम है। सामूहिक प्रयासों से हम 2047 तक एक ऐसे मध्यप्रदेश का निर्माण करेंगे जो आत्मनिर्भर, समृद्ध और विश्व में अग्रणी होगा।”
Dakhal News
Dakhal News
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार को सबसे भारी 'बाहुबली' रॉकेट जीसैट-7 लॉन्च करके इतिहास रचा दिया। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन केंद्र से अंतरिक्ष में भेजा गया यह उपग्रह भारतीय नौसेना के लिए बहुत खास है। स्वदेश में डिजाइन और विकसित इस उपग्रह से न केवल समुद्री इलाकों में संचार सुविधा मिलेगी, बल्कि अंतरिक्ष में नौसेना के लिए तीसरी आंख का काम करेगा। इसरो ने आज शाम को निर्धारित 5.26 बजे अपना अब तक का सबसे भारी सैटेलाइट सीएमएस-03 देश को जमीन से लॉन्च कर दिया। यह सैटेलाइट 4410 किलो वजन का है और इसे एलवीएम3-एम5 रॉकेट के माध्यम से गेसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (जीटीओ) में भेजा गया है। यह भारत के लिए एक अहम उपग्रह माना जा रहा है, क्योंकि ऑपरेशन 'सिंदूर' जैसे महत्वपूर्ण अभियानों से सीखे गए सबकों को इससे मजबूती मिलेगी। इस उड़ान में भारत का सबसे भारी संचार उपग्रह सीएमएस-03 अंतरिक्ष में भेजा गया है। सीएमएस-03 एक बहु-बैंड संचार उपग्रह है, जो भारतीय भूभाग सहित एक विस्तृत महासागरीय क्षेत्र में सेवाएं प्रदान करेगा। भारतीय नौसेना के मुताबिक यह भारतीय नौसेना का अब तक का सबसे उन्नत संचार उपग्रह होगा। यह उपग्रह नौसेना की अंतरिक्ष आधारित संचार और समुद्री क्षेत्र जागरुकता क्षमताओं को मजबूत करेगा। स्वदेश में डिजाइन और विकसित इस उपग्रह में कई अत्याधुनिक घटक शामिल हैं, जिन्हें विशेष रूप से भारतीय नौसेना की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विकसित किया गया है। जटिल होती सुरक्षा चुनौतियों के इस युग में जीसैट-7आर आत्मनिर्भरता के मार्ग पर चलते हुए उन्नत प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग कर राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा करने के भारतीय नौसेना के अटूट संकल्प का प्रतीक है। नौसेना के मुताबिक जीसैट-7आर उपग्रह हिंद महासागर क्षेत्र में व्यापक और बेहतर दूरसंचार कवरेज प्रदान करेगा। इसके पेलोड में ऐसे उन्नत ट्रांसपोंडर लगाए गए हैं, जो विभिन्न संचार बैंडों पर ध्वनि, डेटा और वीडियो लिंक को सपोर्ट करने में सक्षम हैं। उच्च क्षमता वाली बैंडविड्थ के साथ यह उपग्रह भारतीय नौसेना के जहाजों, विमानों, पनडुब्बियों और समुद्री संचालन केंद्रों के बीच सुरक्षित, निर्बाध तथा वास्तविक समय संचार को सुनिश्चित करेगा, जिससे नौसेना की सैन्य क्षमता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी। एलवीएम3 के पिछले मिशन ने चंद्रयान-3 मिशन का प्रक्षेपण किया था, जिसमें भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक उतरने वाला पहला देश बना था।
Dakhal News
फलोदी/भोपाल। राजस्थान के फलोदी-बीकानेर नेशनल हाइवे-11 पर शुक्रवार देर रात सड़क किनारे खड़े टेम्पो को एक तेज रफ्तार ट्रॉले ने पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में टेम्पो सवार मध्य प्रदेश के चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ड्राइवर को छोड़कर सभी मृतक और घायल मध्य प्रदेश के रतलाम के रहने वाले हैं। फलोदी के थाना प्रभारी भंवराराम ने बताया कि सभी मजदूर मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के आलमपुर ठीकरिया गांव के रहने वाले थे और फसल कटाई के लिए फलोदी के बाप तहसील स्थित ग्राम सहारणपुरा जा रहे थे। शुक्रवार देर रात फलोदी के मलार रोड पर भादू रेस्टोरेंट के सामने बीकानेर की तरफ जा रहे ट्रॉले ने टेम्पो को टक्कर मार दी। घटना के बाद आस-पास लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही 108 एम्बुलेंस के कोऑर्डिनेटर भंवरलाल कुमावत दो एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंचे। सभी घायलों को फलोदी जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से उन्हें जोधपुर रेफर किया गया। टेम्पो में सवार मध्य प्रदेश के रहने वाले राहुल ने बताया कि गाड़ी में सवार सभी लोग मध्य प्रदेश के थे। मलार रोड पर भादू रेस्टोरेंट के पास ड्राइवर ने दुकान से कुछ सामान लेने के लिए टेम्पो को सड़क किनारे रोका था। इसी दौरान पीछे से आए ट्रॉले ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि सभी लोग उछलकर सड़क पर जा गिरे। चीख-पुकार मच गई। फलोदी जिला अस्पताल में पीएमओ डॉ.अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि देर रात सभी घायलों को जोधपुर के एमडीएम हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया था। सीआई भंवराराम और अन्य पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। थाना प्रभारी भंवराराम ने बताया कि इस हादसे में टेम्पो सवार टीना (12) पुत्री राय सिंह और जगदीश (32) पुत्र रामजी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पूजा (30) पत्नी जगदीश को जोधपुर रेफर किया गया था। रास्ते में ही ओसियां के पास उसने दम तोड़ दिया। इसके अलावा टेम्पो ड्राइवर गोपीलाल की जोधपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह मोटाई, चाखू (फलोदी) का रहने वाला था। पूजा और जगदीश पति-पत्नी थे। हादसे के बाद ट्रॉले का ड्राइवर भगवाना राम पुत्र देवाराम फरार है। वह पल्ली, मतोड़ा (फलोदी) का रहने वाला है। ट्रॉले और क्षतिग्रस्त टेम्पो को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। हादसे में भोला (8), अशोक (8), रामूबाई (35), बाबूलाल (35), किंजन (14), सुगनबाई (30), रोशनी (8), ममता (30), अर्जुन (8), अमृत (59), राहुल (21), कन्हैयाबाई (60) घायल हुए हैं, जिनका उपचार जारी है।
Dakhal News
Dakhal News
मन्दसौर । मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के विधायक विपिन जैन के नेतृत्व मे निरंतर चल रहे शिवना शुद्धिकरण अभियान के 69 वें दिन भगवान पशुपतिनाथ के घाट, नदी के किनारे, पुलिया के आसपास शिवना योद्धाओं द्वारा साफ सफाई की गई। रविवार के इस श्रमदान में नगर के समाजसेवी, ग्रामीण क्षेत्र के लोग, युवा, महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस दौरान वर्षा ऋतु के बाद नदी में बह कर आए कचरा, गाद और गंदगी को भी श्रमदानियों ने नदी से बाहर निकाला। इस दौरान विधायक विपिन जैन ने मेले में लग रही दुकानों के मालिकों से साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने व नियत स्थान पर ही कचरा डालने का आग्रह किया। जैन ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि शिवना नदी मंदसौर की जीवनधारा है हम सब का इसे स्वच्छ रखने का नैतिक कर्तव्य है। मैं मंदसौर वासियों से अनुरोध करता हूं कि हर रविवार को प्रात: 7:30 बजे श्रमदान करने जरूर पधारे। आज के इस श्रमदान में नगर के समाजसेवी, ग्रामीण क्षेत्र के लोग, युवा, महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया । इस दौरान वर्षा ऋतु के बाद नदी में बह कर आए कचरा, गाद और गंदगी को भी श्रमदानियों ने नदी से बाहर निकाला।
Dakhal News
ग्वालियर में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस....... बड़े उत्साह और देशभक्ति के माहौल में मनाया गया.......“रन फॉर यूनिटी” मैराथन, एकता रैली और शपथ कार्यक्रमों के माध्यम से एकता का संदेश दिया गया.......इस अवसर पर SSP धर्मवीर सिंह ने नागरिकों को राष्ट्रीय एकता और अखंडता की शपथ दिलाई.......और लोगों को साइबर अपराधों से सतर्क रहने की अपील की....... राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर ग्वालियर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर....... लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई....... इस दौरान ग्वालियर के LNIPE में “रन फॉर यूनिटी” मैराथन का आयोजन किया गया .......जिसका शुभारंभ सांसद भारत सिंह कुशवाह ने किया....... इस अवसर पर युवाओं को राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सरदार पटेल के आदर्शों के प्रति प्रेरित करने का संदेश दिया गया.......विजेता प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.......महाराज बाड़ा पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में एसएसपी धर्मवीर सिंह ने अधिकारियों, पुलिस कर्मियों और नागरिकों को एकता एवं अखंडता की शपथ दिलाई.......उन्होंने कहा कि भारत की एकता और सुरक्षा बनाए रखना हर नागरिक का सर्वोच्च कर्तव्य है.......इस अवसर पर उन्होंने साइबर जागरूकता पर विशेष जोर देते हुए कहा कि....... किसी भी संदिग्ध कॉल या लिंक से सतर्क रहें.......और किसी भी ऑनलाइन धोखाधड़ी की स्थिति में राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज करें.......
Dakhal News
Dakhal News
दुनियाभर में 2 नवंबर का दिन शाहरुख खान के नाम लिखा जाता है। इसे अब हर साल 'एसआरके डे' के तौर पर मनाया जाता है, और इस बार का जश्न कुछ ज्यादा ही खास रहा। वजह भी उतनी ही खास है, किंग खान के जन्मदिन पर डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद ने उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म 'किंग' का टाइटल रिवील वीडियो जारी कर दिया, जिसने इंटरनेट पर धमाल मचा दिया है। पहले से भी ज्यादा दमदार अवतार में नजर आएंगे शाहरुख फिल्म 'किंग' एक हाई-ऑक्टेन एक्शन एंटरटेनर है, जो स्टाइल, थ्रिल और करिश्मे का नया कॉम्बिनेशन पेश करेगी। सिद्धार्थ आनंद इसे अब तक का अपना सबसे बड़ा प्रोजेक्ट बता चुके हैं। फिल्म में शाहरुख खान एक ऐसे किरदार में दिखाई देंगे जिसे देखकर दर्शक कहेंगे, 'अब ये है असली किंग।' रिवील वीडियो में शाहरुख खान का सिल्वर बालों वाला, शार्प ईयररिंग्स से सजा और क्लासिक ब्लैक सूट में नजर आने वाला लुक पहले से बिल्कुल अलग है। उनके हाथ में किंग ऑफ हार्ट्स का कार्ड दिखाई देता है, जिसे वह हथियार की तरह थामे हैं, जैसे यह उनके असली टाइटल 'दिलों के बादशाह' का प्रतीक हो। डायलॉग ने फैंस में मचा दी सनसनी वीडियो में शाहरुख की आवाज गूंजती है, सौ देशों में बदनाम, दुनिया ने दिया सिर्फ एक ही नाम… किंग।\" 'किंग’ का यह टाइटल रिवील सिर्फ एक फिल्म की घोषणा नहीं, बल्कि शाहरुख की शाही पहचान का जश्न है। सिद्धार्थ आनंद ने इसे फैंस के लिए एक जन्मदिन तोहफ़े की तरह पेश किया है, जहां रील और रियल दोनों का किंग, अपने ही नाम से एक नई दास्तान शुरू करने जा रहा है। 2026 में जब 'किंग' रिलीज होगी, तब दुनिया देखेगी कि उम्र सिर्फ एक नंबर है, और असली बादशाह कभी रिटायर नहीं होते, वे बस नया रूप लेकर लौटते हैं, पहले से ज्यादा ख़तरनाक अंदाज़ में।
Dakhal News
शाहरुख खान भले ही 60 पार कर गए हों, लेकिन उनके आकर्षण, ऊर्जा और दीवानगी में ज़रा भी कमी नहीं आई। मुंबई की रात जैसे सिर्फ एक नाम किंग खानसे जगमगा उठी । उनके चाहने वालों के लिए यह कोई आम दिन नहीं है, बल्कि एक ऐसा जश्न, जो किसी त्योहार से कम नहीं लगा। मन्नत के बाहर उमड़ा जनसैलाब जैसे ही घड़ी ने 12 बजाए, मुंबई के बैंडस्टैंड पर समंदर की लहरों जैसी भीड़ उमड़ पड़ी। जापान, दुबई, मिस्र, जर्मनी और भारत के कोने-कोने से आए प्रशंसकों ने मन्नत के बाहर अपनी मौजूदगी से माहौल को जश्न में बदल दिया। हाथों में 'डीडीएलजे', 'पठान', 'जवान' और 'दिल से' के पोस्टर, झंडे और लाइट बोर्ड लिए फैंस बार-बार एक ही नाम पुकार रहे थे, शाहरुख, शाहरुख! सोशल मीडिया पर मन्नत के बाहर के वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं, जिनमें हजारों फैंस 'हैप्पी बर्थडे किंग खान' के नारे लगाते, डांस करते और एक झलक पाने की उम्मीद में आसमान की ओर कैमरे उठाए दिख रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए मन्नत के बाहर सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है ताकि भीड़ को संभाला जा सके। जन्मदिन जो बन गया परंपरा हर साल की तरह इस बार भी शाहरुख का जन्मदिन किसी ग्लोबल इवेंट से कम नहीं रहा। देश-विदेश से आए फैंस ने पूरे दिन शाहरुख के पोस्टर लगाए, केक काटे, फिल्में चलाईं और उनके डायलॉग्स को दोहराया। कुछ फैंस ने तो खास तौर पर 'बार-बार दिन ये आए' गाकर अपने सुपरस्टार को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
Dakhal News
Dakhal News
इंदौर । मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में शनिवार की रात हुई अग्नि दुर्घटना को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए प्रशासन पूर्ण रूप से सजग और सतर्क है। कलेक्टर शिवम वर्मा के निर्देशन में जिले में अग्नि सुरक्षा के मानकों की समीक्षा के लिए विशेष जांच अभियान प्रारंभ किया गया है। अभियान के अंतर्गत रविवार को जिले के सभी एसडीएम द्वारा विभिन्न औद्योगिक, व्यावसायिक और भंडारण प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर अग्नि सुरक्षा उपकरणों की अनुपलब्धता, अग्निशमन की तैयारी में कमी तथा अन्य अनियमितताएं पाई गईं। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर 10 कारखानों, गोदामों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सील किया गया है। राऊ क्षेत्र में एसडीएम गोपाल वर्मा के दल द्वारा रविवार को विभिन्न प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया। फायर सेफ्टी से संबंधित मानक का उल्लंघन होने के अलावा अन्य अनियमितता पाए जाने पर कॉटन सीड ऑयल का उत्पादन करने वाली चार फैक्ट्रियों को सील किया गया। दल द्वारा राऊ क्षेत्र की हनुमान ऑयल मिल, श्याम ऑयल मिल, जय श्री नेचुरल प्राइवेट लिमिटेड और घीया ऑयल प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड को मौके पर जाँच उपरांत सील किया गया। दल द्वारा ग्राम तेजपुर गड़बड़ी चोईथराम स्कूल के पीछे अवैध रूप से भण्डारित एसिड पर कार्यवाही करते हुए लगभग 45000 लीटर एसिड जप्ती की कार्यवाही की गई। साथ ही ग्राम पिगडम्बर में अवैध रूप से संचालित एक प्लास्टिक फैक्ट्री को सील करने की कार्यवाही व निर्धारित मानकों के अनुसार संचालन नहीं होने से तीन आईल फैक्ट्री को सील किया गया है। इसी तरह जूनी इंदौर, सांवेर, मल्हारगंज, महू, बिचौली तहसील क्षेत्र में भी एक-एक प्रतिष्ठानों को सील किया गया। जूनी इंदौर क्षेत्र में एसडीएम प्रदीप सोनी के दल द्वारा पालदा स्थित एस एम पेंट्स में अग्नि सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने पर इकाई को सील किया गया। इसी प्रकार सांवेर क्षेत्र में एसडीएम घनश्याम धनगर की टीम द्वारा फायर सुरक्षा उपकरण न होने से डकाच्या क्षिप्रा स्थित अपोलो टायर में गोडाउन को सील किया गया। गोडाउन में लगभग 40 हज़ार टायर बिना सुरक्षा मानक का पालन किए रखे हुए थे। इसी तरह मल्हारगंज क्षेत्र में शांति नगर सेक्टर ई सांवेर रोड पर फेशियल नामक साबुन और क्रीम बनाने वाली रतन ऑर्गेनिक कंपनी पर एसडीएम मल्हारगंज निधि वर्मा और डीसी विभाग के संयुक्त टीम द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया की रतन ऑर्गेनिक द्वारा अग्नि सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं किया जा रहा था। इसके साथ ही यहां पर ज्वलनशील केमिकल एथेनॉल पाया गया। अग्नि सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं किए जाने के कारण फैक्ट्री को मौके पर सील किया गया। डॉ. अम्बेडकर नगर महू क्षेत्र में एसडीएम राकेश परमार और टीम द्वारा जाँच की कार्रवाई की गई। अग्नि सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करते पाये जाने पर ग्राम पिपलिया लोहार, तहसील महु स्थित कृष्णांगी एग्रो फूड प्रायवेट लिमिटेड की इकाई को सील किया गया। इसी प्रकार बिचौली क्षेत्र में केलौद करताल स्थित साँझ इंटरप्राइजेज द्वारा संचालित कमर्शियल एसिड तैयार करने की फैक्ट्री में अमानक स्थितियां पाई जाने पर एसडीएम अजय शुक्ला, तहसीलदार श्री बलबीर राजपूत और दल द्वारा निरीक्षण कर कार्रवाई करते हुए यूनिट को सील किया गया। इस तरह आज की गई कार्रवाई में 10 कारखाने/गोडाउन सील किये गए। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अग्नि सुरक्षा मानकों में लापरवाही को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कलेक्टर श्री वर्मा ने सभी उद्योगपतियों और व्यापारिक प्रतिष्ठान संचालकों से आग्रह किया है कि वे अपने संस्थानों में अग्नि सुरक्षा उपकरणों की नियमित जांच कराएं और सुरक्षा के सभी प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करें।
Dakhal News
कटनी-सिंगरौली रेल मार्ग के देवरा ग्राम स्टेशन के पास पचोर जीरो पुल के नीचे जलभराव की समस्या से स्थानीय लोग परेशान हैं...... निर्माणाधीन THDC कोल कंपनी पानी सही ढंग से नहीं निकाल पा रही......पुल पार करने वाले लोग और स्कूल के बच्चे लगातार खतरे में हैं...... प्रशासन और कंपनी को कई बार आवेदन देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है ...... सिंगरौली जिले के कटनी-चोपन रेल मार्ग पर देवरा ग्राम स्टेशन के पास पचोर जीरो के पास निर्माणाधीन टीएचडीसी कोल कंपनी के कार्य क्षेत्र में पुल के नीचे लगातार जलभराव की समस्या बनी हुई है......स्थानीय लोग कई बार जिला प्रशासन और कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक A K शर्मा को आवेदन देकर समस्या के बारे में बता चुके है ...... लेकिन कम्पनी इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है ...... जलभराव की वजह से पुल पार करना खतरनाक हो गया है......और कई लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं......पुल के उस पार स्थित चाणक्य स्कूल एकेडमी के बच्चों का आवागमन भी बाधित हो रहा है...... स्कूल प्रबंधन ने रेल DRM जबलपुर को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि...... अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ......तो बच्चों की सुरक्षा खतरे में रहेगी और कानून-व्यवस्था पर भी असर पड़ेगा...... स्थानीय लोग अब कंपनी का काम बंद कराने के लिए मजबूर हो सकते हैं......
Dakhal News
|
All Rights Reserved © 2025 Dakhal News.
Created By:
Medha Innovation & Development |