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भोपाल। मध्य प्रदेश की पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि जिन्हें स्वाधीनता संग्राम में भाग लेने का मौका नहीं मिला, उन्हें आजादी के अमृत महोत्सव में सहभागिता का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। यह अमृत महोत्सव क्रांतिकारियों को याद करने और उनके जीवन चरित्र से प्रेरणा लेने का अनूठा अवसर है। अमृत महोत्सव को सफलता के चरम पर ले जाने के प्रयास करना सभी देशवासियों का नैतिक और राष्ट्रीय दायित्व है।
मंत्री उषा ठाकुर ने मंगलवार को नई दिल्ली के अशोक होटल में आयोजित संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रियों के दो-दिवसीय सम्मेलन “अमृत समागम" को संबोधित कर रही थीं। मंत्री उषा ठाकुर ने सम्मेलन सम्मेलन के द्वितीय-सत्र 'राज्यों की पहल और भागीदारी' को संबोधित करते हुए कहा कि 'हर घर झंडा' अभियान और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जैसे कार्यक्रमों में शत-प्रतिशत सहभागिता दर्ज कर देशवासी स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं।
मंत्री उषा ठाकुर ने आजादी के अमृत महोत्सव में मध्यप्रदेश द्वारा किए गए उल्लेखनीय प्रयोगों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अपने विधानसभा क्षेत्र में सभी 248 विद्यालयों का नामकरण विभिन्न क्रांतिकारियों के नाम पर किया है, जिससे विद्यार्थी इन क्रांतिकारियों से जुड़ सकें। उन्होंने बताया कि नागरिकों को अपने-अपने घरों की बैठकों में किसी एक क्रांतिकारी के चित्र लगाने की पहल भी मध्यप्रदेश में की गई है, जिससे आगंतुकों के साथ भावी पीढ़ी में राष्ट्रीयता का भाव भरा जा सके।
उल्लेखनीय है कि सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी, संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और मीनाक्षी लेखी सहित अन्य राज्यों के संस्कृति और पर्यटन मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सम्मेलन में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक शिल्पा गुप्ता भी उपस्थित रही।
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