इंदौर। कोरोना वायरस से निपटने और इसकी रोकथाम के लिए सभी शासकीय विभाग के अधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। एक ओर जहां पुलिस जवान लगातार ड्यूटी कर रहे हैं तो वहीं डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग के साथ ही नगर निगम के भी अधिकारी-कर्मचारी दिन रात जुटे हुए हैं। ड्यूटी में लगे डाक्टर, कर्मचारियों और अन्य स्टाफ को कोरोना वायरस से बचाने के लिए एकेवीएन एंटी वायरस सूट बनवा रहा है। यह सूट एकेवीएन के जरिए अस्पतालों तक पहुंचाएंगे।
एकेवीएन के एमडी कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी, डाक्टर और नर्स दिन-रात ड्यूटी में लगे हैं। सबसे ज्यादा संक्रमित होने का खतरा इन लोगों को है। अभी तक सारा स्टाफ मास्क और सेनिटाइजर से ही काम चला रहा है। जैसे-जैसे कोरोना वायरस का चरण बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे खतरा भी बढ़ चला है। इससे निपटने के लिए एकेवीएन 5000 एंटी वायरस सूट तैयार करवा रहा है। पीथमपुर की कम्पनियों को एंटी वायरस सूट बनाने के आदेश दिए गए हैं।
इन एंटी वायरस सूट को सिर्फ एक बार ही उपयोग में लाया जा सकता है। इसे पहनने के बाद सिर से लेकर पैर तक पूरा शरीर ढंक जाता है, जिससे वायरस का खतरा नहीं रहता। मगर एक बार पहनने के बाद इसे दूसरी बार नहीं पहना जा सकता। जहां एकेवीएन अपने स्तर पर एंटी वायरस सूट बनवा रहा है, वहीं सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगपतियों के संगठन एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश ने भी 200 एंटी वायरस सूट बनवाए हैं, जो मुंबई से मंगाए जा रहे हैं। संगठन के अध्यक्ष प्रमोद डाफरिया के अनुसार मंगवाए जा रहे जो एंटी वायरस सूट दो क्वालिटी के हैं। इनकी कीमत 650 से 950 रुपए तक है।