ओरछा के साथ मप्र को मानचित्र में ऊंचाइयों पर लाने के लिए प्रयासरत कमलनाथ सरकार मंत्री राठौर
भोपाल। मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड अंचल में स्थित प्रसिद्ध भगवान राम की ऐतिहासिक नगरी ओरछा में 6 मार्च से तीन दिवसीय 'नमस्ते ओरछा' महोत्सव प्रारंभ होने जा रहा है। आगामी 6 से 8 मार्च तक होने वाले नमस्ते ओरछा महोत्सव के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही है। मुख्य कार्यक्रम बेतवा नदी के कंचना घाट, शीशमहल प्रांगण और कल्प वृक्ष के परिसर पर आयोजित होगा। नमस्ते ओरछा के लिए प्रदेश सरकार ने करीब 50 करोड़ का बजट दिया है, जिससे यह आयोजन किया जाना है। पर्यटन नगरी में नमस्ते ओरछा महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री कमलनाथ करेंगे।
गुरुवार को वाणिज्य कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में ओरछा महोत्सव की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ओरछा मप्र का प्रवेश द्वार है और यहां तीन नदियों का संगम स्थल भी है। ऐसे में पर्यटन की दृष्टि से ओरछा के साथ मध्य प्रदेश को मानचित्र में किस तरह उचाईयों पर लाया जाए इसका पूरा प्रयास प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। मंत्री राठौर ने कहा कि इसी मंशा के साथ 6,7,8 मार्च को ओरछा महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ स्वयं ओरछा महोत्सव को लेकर बेहद गंभीर है।
इस दौरान भाजपा पर हमला करते हुए वाणिज्य मंत्री राठौर ने कहा कि यहां भगवान राम राजा के रूप में रहते है। जिन लोगों ने राम के नाम पर वोट मांगे और सरकार बनाई उन्होंने कोई ऐसा काम नही किया लेकिन कांग्रेस ने राम के नाम पर वोट नही मांगा लेकिन इस क्षेत्र के विकास की बात जरूर की। बुंदेलखंड पैकेज में हुए भ्रष्टाचार पर उन्होंने कहा कि जिस तरह से विकास होना चाहिए बुंदेलखंड का वो नहीं हुआ। बुंदेलखंड दो भागों में बंटा है, आधा यूपी और आधा एमपी में है। पूर्व की मनमोहन सरकार ने बुंदेलखंड को विशेष पैकेज दिया था जो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। मंत्री राठौर ने कहा कि भ्रष्टाचार की जांच ईओडब्ल्यू से होनी चाहिए।
वाणिज्य कर मंत्री बृजेन्द्र राठौर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग करते हुए कहा कि वे बुंदेलखंड से सौतेला व्यवहार ना करें और बुंदेलखंड में पलायन, सूखा की तरफ ध्यान दिया जाए। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से प्रधानमंत्री समान व्यवहार रखे। उन्होंने कहा कि कोई भी शुभ काम होता है तो राजा राम के दरबार में मत्था टेका जाता है। मेरी मांग है कि पीएम मोदी वहां आकर मत्था टेके।
ऑनलाइन शराब घर-घर बेचने वाली बात हास्यास्पद
विपक्ष द्वारा सरकार की नई आबकारी नीति के तहत ऑनलाइन शराब बिक्री पर सवाल उठाए जाने पर मंत्री राठौर ने कहा कि ऑनलाइन शराब घर-घर बेचने वाली कोई बात नही है, जो इस तरह के बयान दे रहे है वो हंसी के पात्र बन रहे है। उन्होंने कहा कि पहले जिन लोगो के पॉकेट में पैसा जाता था वो हम बंद कर रहे है। हम राजस्व बढ़ाने के मकसद से काम कर रहे है ताकि जनता के हित की योजनाएं चला सकें। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हम चोरी को रोककर राजस्व बढ़ा रहे है इसमें किसी को क्या तकलीफ हो रही है, यह समझ से परे है।