अशोकनगर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस दिग्विजय सिंह सोमवार, 24 फरवरी को अशोकनगर आएंगे। वैसे तो दिग्विजय सिंह का अशोकनगर के पड़ोसी जिला गुना का राधौगढ़ ग्रह निवास है, लेकिन उनका अशोकनगर आगमन 17 वर्षों के बाद हो रहा है।
15 अगस्त वर्ष 2003 में उनके द्वारा गुना से अलग कर अशोकनगर को जिले की सौगात देने के अवसर पर उनका आगमन कुछ विशेष परिस्थितियों में हुआ था। जैसे की अशोकनगर आगमन पर किसी मुख्यमंत्री की पद से हटने के अंधविश्वास की चुनौती को स्वीकार करते हुए उनका यहां आगमन हुआ था और उनके अशोकनगर आगमन के पश्चात वह मुख्यमंत्री के पद से हट भी गए थे, फिर मुख्यमंत्री नहीं बन सके थे। अब इतने अंतराल के बाद दिग्विजय सिंह का अशोकनगर आगमन हो रहा है।
नहीं करायेंगे फूल मालाओं से स्वागत
वैसे तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चंदेरी विधायक गोपाल सिंह चौहान के यहां शादी समारोह के पश्चात दोपहर अशोकनगर के पूर्व विधायक स्व.बलबीर सिंह कुशवाह के यहां श्रद्धांजली हेतु पहुंचेंगे। यहां आगमन पर उनके अधिकृत कार्यक्रम में विशेष तौर पर एक नोट दर्शाया गया है जिसमें कार्यकर्ताओं,प्रशंषकों, समर्थकों से अनुरोध कर कहा गया है कि उनके आगमन के सगत अवसर पर ढोल-ढमाके, फूल मालायें,पटाखे, फ्लैक्स आदि का उपयोग करने पर किसी प्रकार का व्यय न किया जाए, इनके बिना ही उन्हें सभी से मिलने में प्रशन्नता होगी।
सिंधिया के स्वागत में क्वुंटलों फूलों से हुआ था स्वागत
जहां एक तरफ दिग्विजय सिंह ने उनके यहां आगमन पर स्वागत सत्कार से परहेज किया है, वहीं गत 14 फरवरी को पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने क्वुंटलों फूलों से अपना स्वागत कराया था और पूरे नगर को बैनर-पोस्टरों से पाट दिया गया था। इस तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा बड़े स्तर पर स्वागत-सत्कार कराने के पश्चात कांग्रेस में उनके प्रतिद्धंदी कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह द्वारा सादगी का परिचय देना राजनैतिक हल्कों में चर्चा का विषय है।