भोपाल । मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र राजस्थान में बने चक्रवात से प्रदेश के लगातार रुक-रुक कर मौसम में परिवर्तन हो रहा है। इससे राजधानी भोपाल सहित शाजापुर, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, होशंगाबाद, ग्वालियर, जबलपुर, सागर और खुजराहो में कभी कोहरा तो कभी दिन में तेज धूप निकल रही है। इसी के साथ कई स्थानों पर हल्की फुहारें भी पड़ रही हैं। रुक-रुक कर हो रही इस बारिश को कृषि वैज्ञानिकों ने फसल के लिए अच्छा माना है । मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी प्रदेश में कुछ दिन के लिए सर्दी और बढ़ेगी।
प्रदेश के इन सभी जिलों में बुधवार से रुक-रुककर बारिश जारी है। इससे तापमान में गिरावट आई है और ठंड में इजाफा हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि इस सप्ताह में आगे भी हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। इन जिलों में चक्रवात के असर के चलते गुना में 35.2, राजगढ़ में 15, अशोकनगर में 8.75 और ग्वालियर में 6.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है ।
उधर, राजधानी में गुरुवार को दिनभर हल्की बूंदाबांदी, कोहरा और छाए रहे बादलों से शुक्रवार को निजात मिलना शुरू हुआ और सुबह होते ही मौसम खुला-खुला नजर आया । यहां इस माह के बीते 16 दिन में से 10 दिन सुबह के वक्त कोहरा रहा है लेकिन शुक्रवार को धूप पूरी तरह से खिली। हालांकि जिले में कई स्थानों पर बादल छाए हुए हैं। यहां भोपाल में सुबह का तापमान आज सुबह 9:30 बजे तक 21 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया है ।
मौसम में आ रहे इस परिवर्तन को लेकर कृषि वैज्ञानिक डॉ. मुकेश भार्गव ने बताया कि जिस तरह से मावठे की बारिश हो रही है, यह फसलों के लिए बहुत लाभदायक है। उन्होंने कहा कि चना, गेहूं, अलसी, मटर आदि फसलों के लिए यह वर्षा अच्छी है। इससे इन फसलों को पर्याप्त पानी एवं नमी मिलने से फसलें किसानों को अच्छा लाभ देकर जाएंगी। कृषि वैज्ञानिकों का कहना यह भी है कि प्रदेश के चंबल क्षेत्र मुरैना, भिण्ड, एवं ग्वालियर में अधिकांश किसानों ने अपने खेतों में सरसों बोई है, ऐसे में यदि अधिक बारिश होती है तो इसके लिए नुकसान करेगी ।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ उदय सरवटे प्रदेश के मौसम में हो रहे इस परिवर्तन को लेकर कहते हैं कि मध्य प्रदेश से सटे राज्य राजस्थान पर 1.5 किमी. की ऊंचाई पर अभी एक चक्रवात सक्रिय है। इसलिए पूरे वातावरण में नमी छाई हुई है। इसका सीधा असर राज्य के कई जिलों में देखने को मिल रहा है। इसके कारण से इन जिलों में बादल छाए हुए हैं और कुछ स्थानों पर बरसात भी हो रही है। नमी के कारण अधिकांश स्थानों पर सुबह के वक्त घना कोहरा भी छा रहा है। उन्होंने बताया है कि यह सिस्टम शुक्रवार को राजस्थान की तरफ ओर खिसका है, जिससे थोड़ी राहत है लेकिन फिर रविवार को पश्चिमी विक्षोभ के असर से एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ेगा। इससे कई स्थानों पर बरसात हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में हो रहे इस मौसमी परिवर्तन का असर फ्लाइट्स और रेल सहित अन्य आवागमन के साधनों पर सीधे तौर पर पड़ रहा है। गुरुवार एवं शुक्रवार सुबह तक कोहरा होने के चलते कई ट्रेनें करीब दो से चार घंटे तक अपने गंतव्य पर पहुंची हैं। फ्लाइट के रूट भी बदले गए। मौसम की वजह से भोपाल आने वाली कई फ्लाइट लेट रहीं। एआई 435 - दिल्ली-भोपाल 4.34 घंटे, 6ई 7121 - हैदराबाद-भोपाल 1.10 घंटे, 6ई 2035 - दिल्ली-भोपाल 3.33 घंटे, एआई 633 - मुंबई-भोपाल 4.23 घंटे और 6ई 5301 - मुंबई-भोपाल 2.58 घंटे विलम्ब से पहुंची हैं। यही हाल कई ट्रेनों का है।