लोगों ने लिया नर्मदा रक्षा का संकल्प
नर्मदा रक्षा का संकल्प

 

 

“नमामि देवि नर्मदे” - सेवा यात्रा आज जबलपुर के शहपुरा विकास खंड के बिलपठार ग्राम में पहुँची। यहाँ यात्रा का जन-जन ने स्वागत किया। इसके बाद विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह ने नर्मदा सेवा यात्रा समिति बिलपठार, रमखिरिया के सदस्यों की घोषणा की। उन्होंने जन-समुदाय को नर्मदा रक्षा का संकल्प भी दिलवाया।

कमलगिरि बने तिलक बाबा

श्री कमलगिरि अब तिलक बाबा के नाम से जाने जाते हैं। वे महेश्वर जिला खरगोन से नर्मदा यात्रा में 4 मार्च को शामिल हुए और यात्रा के अगले पड़ाव पहुँचने के पहले पहुँच कर लोगों को तिलक लगा रहे हैं। उन्होंने स्वयं की गाड़ी से लगभग एक हजार किलोमीटर और लगभग ड़ेढ लाख लोगों को तिलक लगाया है। वह यात्रा मार्ग में काँटें आदि की साफ-सफाई भी स्वेच्छा से कर रहे हैं। श्री विनय सिंह ने बताया कि उनके चंदन के तिलक से ठंडक प्राप्त होती है। लोग उनसे खुशी-खुशी तिलक लगवा रहे हैं।

संत अखिलेश्वरानंद जी महाराज ने जन-संवाद में यात्रा का अध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि पर्यावरणविद पर्यावरण की रक्षा करने को कहते हैं, यह कार्य प्रकृति के साथ छेड़-छाड़ नहीं करने से ही हो सकता है। इसके लिए पॉलीथिन का उपयोग करना मानव को बंद करना होगा। महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा यात्रा के उद्देश्य में स्वच्छता, पौध-रोपण, नशामुक्ति का संकल्प आदि का समावेश कर यात्रा को अभियान का रूप दिया है। उनके संकल्प के साथ उनकी पत्नि श्रीमती साधना सिंह यात्रा में शामिल रहती हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उनकी पत्नि द्वारा गोमती नदी के संरक्षण के लिए जिस प्रकार सत्-युग में मनु-सतरूपा ने काम किया था, उस प्रकार नर्मदा की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं। उनके साथ ऋषि-मुनि भी इस अभियान में जुड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री का संकल्प आज जन-जन का संकल्प बन गया है। उन्होंने नशामुक्ति के लिए शराबबंदी कर मुख्यमंत्री राजस्व संग्रहण का जल्द ही दूसरा विकल्प भी ढूंढेंगे। नर्मदा की निर्मल अविरल धारा के लिए यह अभियान अनुष्ठान बन गया है और अनुष्ठान से शक्ति प्राप्त होती है। महाराज ने कहा कि 2 जुलाई को एक करोड़ पौध-रोपण का काम किया जाएगा, जो 15 करोड़ पौधे लगाकर पूरा होगा। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री ने जनता, संत-महात्मा और शासन-प्रशासन का त्रिभुज बनाया है। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को महामंडलेश्वर बोलना चाहिए। उनकी वाणी से धारा-प्रवाह सदवचन निकलते हैं।

यात्रा के प्रदेश संयोजक डॉ जितेन्द्र जामदार ने कहा कि माँ नर्मदा से प्राप्त बिजली से प्रदेश रोशन हो रहा है। नर्मदा-जल से प्रदेश की जल आपूर्ति हो रही है और प्रदेश की 60 प्रतिशत भूमि को सिंचित कर भोजन की व्यवस्था कर रही है। ऐसी बिजली, पानी और भोजन देने वाली नर्मदा की जन-जन को चिंता करनी होगी। वृक्ष नर्मदा के लिए बैंक का काम करते हैं। वृक्षों के जरिए ही नर्मदा को जल प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि किसानों को रसायनिक कृषि छोड़कर जैविक कृषि अपनानी होगी।

संचालन जिला भाजपा (ग्रामीण) अध्यक्ष श्री शिव पटेल ने किया। कार्यक्रम में लोगों के हाथों में स्वच्छता का संदेश दिखा। इस मौके पर मंडी अध्यक्ष श्री नीरज सिंह, सरपंच, जन-प्रतिनिधि सहित जन-समुदाय उपस्थित था।

 

Dakhal News 12 April 2017

Comments

Be First To Comment....

Video
x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved © 2024 Dakhal News.