मध्यप्रदेश में वैदिक विद्यापीठम्
मध्यप्रदेश में वैदिक विद्यापीठम्

विश्व का कल्याण और प्राणियों में सदभावना की कामना समूचे विश्व को वेदों की देन है। ऐसे वेदों की शिक्षा और उस पर शोध कार्य के लिए वैदिक विद्यापीठम् का निर्माण मध्यप्रदेश के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात  हरदा जिले के चिचोटकुटी में बनने वाले वैदिक विद्यापीठम् निर्माण के प्रथम चरण के शिलान्यास अवसर पर कही।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैदिक विद्यापीठम् का निर्माण बड़े सौभाग्य की बात है। नई पीढी को धर्म, वेदों का ज्ञान होगा, जो हमारे ऋषि-मुनियों एवं संतों ने सालों के तप से प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यहाँ घाट निर्माण के लिए 12 करोड़ 74 लाख रूपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने एनएचडीसी से कारपोरेट-सोशल रिफार्म के तहत 5 करोड़ रूपए दिलवाये जाने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बालिका गायक-दल को 25 हजार और गायक श्री 

कार्यक्रम में स्वामी जयंतानंद महाराज नांदवा कुटी, स्वामी मोक्षप्रदानंद महाराज मणिनागेश्वर गुजरात, श्री रोशनलाल सक्सेना मार्गदर्शक विद्याभारती मध्य क्षेत्र भोपाल उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सुरेश शा़स्त्री भागवत कथावाचक ग्वालियर ने की। मुख्य वक्ता पं. श्यामस्वरूप मनावत श्रीराम कथावाचक उज्जैन रहे। कार्यक्रम में सीएमडी एनएचडीसी श्री के एम सिंह और श्रीमती साधना सिंह भी मौजूद थीं। इस मौके पर संस्कृत संगीत बैंड द्वारा प्रस्तुति दी गई।

स्वागत भाषण में श्री सुजीत शर्मा ने बताया कि संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार, संरक्षण-संवर्धन और वैदिक ज्ञान को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए ग्रंथों का अध्ययन आदि उद्देश्य की पूर्ति के लिए वैदिक विद्यापीठ के निर्माण के पहले चरण में 11 करोड़ रुपए खर्च किए जायेंगे। इसमें 2 करोड़ रुपए खर्च कर 32 कक्ष का निर्माण करवाया जाएगा। साथ ही 20 आचार्य आवास, 16 कक्ष, सभागृह, नर्मदा घाट और वैदिक प्रदर्शनी का निर्माण होगा। योग एवं ध्यान केंद्र, यज्ञशाला, देवालय, गौशाला आदि की व्यवस्था भी होगी। 

Dakhal News 27 March 2017

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