उज्जैन में ‘पर्यटन विमर्श’ में सार्थक चर्चा
पर्यटन विकास की दिशा में बेहतर कार्य के उद्देश्य से पर्यटन विकास निगम द्वारा उज्जैन में ‘पर्यटन विमर्श’ किया गया। विमर्श में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचन्द गेहलोत, निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष बाबूलाल जैन, सांसद मनोहर ऊँटवाल एवं सुधीर गुप्ता, राज्य सभा सदस्य डॉ. सत्यनारायण जटिया सहित संभाग के विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष और नगर निगमों के महापौर उपस्थित रहे।
टोल फ्री नम्बर घोषित करने का सुझाव
थावरचंद गेहलोत ने ‘विमर्श’ की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने विमर्श में जन-प्रतिनिधियों द्वारा दिये गये सुझावों को लिखित रूप में भी निगम को भेजने को कहा। श्री गेहलोत ने कहा कि पर्यटन विकास निगम को टोल फ्री नम्बर घोषित करना चाहिये, ताकि देश के साथ ही विदेशी पर्यटक भी पर्यटन स्थलों के साथ सुविधाओं की जानकारी सरलता से प्राप्त कर सकें। मंत्री श्री गेहलोत ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये तैयार की गई कार्य-योजना को अमल में लाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रस्ताव तैयार करे, केन्द्र सरकार से प्रस्तावों की स्वीकृति एवं धनराशि उपलब्ध करवाने के लिये हम प्राथमिकता पर कार्य करेंगे।
तपन भौमिक ने कहा कि हमारा उद्देश्य मध्यप्रदेश को विश्व पर्यटन पटल पर लाना है। इसके लिये ‘पर्यटन विमर्श’ का यह प्रयास प्रदेश में सहभागिता के साथ पर्यटन को आगे बढ़ाने का काम करेगा। श्री भौमिक ने कहा कि पर्यटन विमर्श का पहला कार्यक्रम उज्जैन में किया जा रहा है। अगले क्रम में सात संभाग में यह किया जायेगा।
प्रबंध संचालक हरि रंजन राव ने 'प्रदेश में पर्यटन विकास में चुनौतियाँ एवं प्रयास' पर अपना प्रेजेंटेशन किया। उन्होंने प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं, पर्यटन के लिये आवश्यक संसाधनों, पर्यटन नीति, चुनौतियाँ और किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं के उद्देश्य से होम स्टे योजना में काम किया जा रहा है। अब तक 75 होम स्टे पंजीकृत किये जा चुके हैं। जिलों में भी जिला पर्यटन संवर्धन परिषद का गठन किया गया है। इसके अध्यक्ष प्रभारी मंत्री हैं।
मंदसौर के सांसद सुधीर गुप्ता ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये विजन प्रस्तुत करने की बात कही। उन्होंने विभिन्न उदाहरण देते हुए कहा कि प्रदेश में संभावनाएँ बहुत हैं। सांसद मनोहर ऊँटवाल ने माँ चामुण्डा की नगरी देवास में आस्था एवं पर्यटन की संभावनाओं पर बात की। पर्यटन के विकास के लिये जन-सहभागिता को महत्वपूर्ण बताया। बाबूलाल जैन ने पर्यटन विकास की कार्य-योजना के लिये सुझावों को प्राप्त करने के लिये प्रारम्भ किये गये ‘पर्यटन विमर्श’ की सराहना की। उन्होंने सिंहस्थ के दौरान उज्जैन को मिली सौगातों को सहेजकर रखने की बात कही।
जन-प्रतिनिधियों ने दिये सुझाव
‘पर्यटन विमर्श’ में उज्जैन सहित संभाग के सभी जिलों से आये जन-प्रतिनिधियों ने संभाग में पर्यटन विकास की दिशा में बेहतर कार्य संबंधी सुझाव दिये। कार्यक्रम में विधायक डॉ. मोहन यादव अन्य विधायक एवं नागरिकों ने भी सुझाव दिये। श्री तपन भौमिक ने बताया कि इन सुझावों पर आधारित पुस्तिका का प्रकाशन भी किया जायेगा।