भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव से पहले राजनेताओं बदजुबानी खूब चर्चा में है। आरोप प्रत्यारोप की राजनीति से ऊपर उठकर राजनेता अभद्र भाषा का खूब प्रयोग कर रहे हैं। अभी पूर्व सीएम कमलनाथ द्वारा डबरा से भाजपा प्रत्याशी और प्रदेश सरकार में मंत्री इमरती देवी को आयटम कहने का मामला थमा नहीं था कि मंत्री बिसाहुलाल ने भी विवादित बयान देते हुए कांग्रेस प्रत्याशी विश्वनाथ सिंह की पत्नी को रखैल कह दिया है। इससे प्रदेश की राजनीति का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। बिसाहूलाल के बिगड़े बोल पर खेद जताते हुए प्रदेश के गृृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने माफी मांगी है।
मंत्री मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने भाजपा सरकार के मंत्री बिसाहुलाल सिंह जी का बयान सुना नहीं है। लेकिन यदि उन्होंने कोई आपत्तिजनक बात कही है तो संसदीय कार्य मंत्री के नाते मैं माफी मांगता हूँ। इसके साथ ही उन्होंने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि लेकिन क्या कमलनाथ अपने बयान के लिए माफी मांगेंगे, या दिग्विजय सिंह कमलनाथ के बयान के लिए माफी मांगेंगे? चुनाव में कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं, ताकि कोई 15 महीनों के हिसाब ना मांग लें। मंत्री मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के नेता उपचुनाव में हल्के शब्दों का प्रयोग कर जनता के असल सवालों से बच रहे हैं। दरअसल उनके पास बताने लायक कोई उपलब्धि है ही नहीं, इसलिए वे भाजपा को कोसकर वोट बटोरना चाह रहे हैं।
ग्वालियर-चंबल की जनता को असम्मान बर्दाश्त नहीं
इस दौरान गृह मंत्री ने कहा कि मंत्री इमरती देवी के खिलाफ अपशब्द बोलने पर कमलनाथ ने खेद जताया है लेकिन माफी नहीं मांगी है। इससे साफ है कि अनुसूचित जाति की महिला के अपमान पर उन्हें दिल से अफसोस नहीं है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की जनता सब-कुछ बर्दाश्त कर सकती है लेकिन असम्मान नहीं। मंत्री इमरती देवी के अपमान के लिए जनता कांग्रेस को माफ नहीं करने वाली। 03 नवंबर को वह जरूर सबक सिखाएगी।