पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलायन कर रहे गऱीब मज़दूरों व छात्रों के लिए पीएम को लिखा पत्र
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। अपने पत्र में कमलनाथ ने देश के विभिन्न हिस्सों से अपने घर की ओर पलायन कर रहे मप्र समेत पूरे देश के गऱीब मज़दूरों व छात्रों की और ध्यान दिलाया है और उनके रहने- खाने व सकुशल वापसी के इंतजाम करने का आग्रह किया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि एक कंट्रोल रूम बनाकर इस पर काम होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे अपने पत्र में कमलनाथ ने लिखा है कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए हमके आपके साथ है और अपनी पूरी क्षमताओं के साथ इस विभीषिका के खिलाफ लड़ाई के लिए तैयार है। अपने पत्र में आगे कमलनाथ ने कहा है कि इस वक्त मप्र सहित समूचे भारत के विभिन्न राज्यों के पलायन करने वाले मजदूरों एवं छात्रों के सामने भीषण संकट खड़ा हुआ है। वे जहां रहते थे या काम करते थे वहां उन्हें जीवन की बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। ऐसे समय में वे अपने गांव-घर पहुंच कर सुरक्षित हो जाऐंगे। यहीं कारण है कि लाखों मजदूर और छात्र पैदल ही अपने घरों तक सैकड़ों मील पैदल चलकर पहुंचने की कोशिश कर रहे है। उनके पास खाने पीने का कोई साधन नहीं है। कई मॉएं अपने दूध पीते बच्चों को कंधे पर लेकर चल रही है। उनकी बेबसी देखकर असहनीय पीड़ा हो रही है।
कमलनाथ ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा है कि केन्द्र सरकार तत्काल राज्य सरकारों से समन्वय स्थापित करके देश के सभी हिस्सों में प्रवासी मजदूरों और छात्रों को पहले भरोसा दिलाए कि वे जहां हैं उन्हें वहां कोई तकलीफ नहीं होगी और खाने पीने का इंतजाम किया जाएगा। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ उनके रहने और खाने के लिए स्कूलों और धर्मशालाओं का प्रङ्क्षध किया जाए। इस काम में जनप्रतिनिधि और सामाजिक संस्थाओं से मदद ली जाए। कमलनाथ ने प्रवासी मजदूरों और छात्रों की स्क्रीनिंग करने के साथ ही उन्हें घर तक पहुंचने के लिए परिवहन व्यवस्था करने और ऐसे लोगों को तीन माह का राशन और 7500 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से आर्थिक सहायता करने का आग्रह किया है। अपने पत्र के अंत में कमलनाथ ने इस पूरी प्रक्रिया के लिए एक सक्रिय नियंत्रण कक्ष हर राज्य में खाद्य असुरक्षा, भूखमरी और पलायन के प्रभावों को नियंत्रित करने के लिए बनाए जाने का आग्रह किया है।