दिग्विजय का बयान लॉकडाउन में फँसे लोगों की मदद के लिए सरकार ब्यूरोक्रेसी की पेचीदगियों से ऊपर उठकर काम करें
भोपाल। कोरोना के चलते देशभर में लगे लॉकडाउन ने आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। मप्र में लॉकडाउन के चलते लोग राशन और खाने पीने की चीजों के लिए परेशान हो रहे है। वहीं दूसरे राज्यों में फंसे मप्र के लोगों के लिए भी कामधंधा बंद होने से घर वापसी चुनौती बन गई है। ऐसे में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश सरकार से लोगों तक राशन और खाने पीने की चीजें पहुंचाने और दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने की व्यवस्था करने का आग्रह किया है।
शनिवार रात दिग्विजय सिंह ने एक विडियो के माध्यम से मप्र सरकार से लोगों को राशन मुहैया कराने और अलग -अलग जगहों पर फंसे लोगों के वापस लौटने की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। दिग्विजय ने कहा है कि पूरे भारतवर्ष में लॉकडाउन है। इन तीन दिनों में जो खास दिक्कत आ रही है कि वो यह है कि लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है। उनके खाने पीने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है।
प्रदेश सरकार ने 23 मार्च को ही निर्णय ले लिया था, कि कंट्रोल की दुकानों से लोगों को तीन महिने का अनाज एडवांस में मिलना चाहिए, लेकिन कंट्रोल की दुकानों पर भी पर्याप्त अनाज नहीं है। इस कारण काफी दिक्कत आ रही है।
राज्य से बाहर परेशान हो रहे नागरिकों की मदद की अपील करते हुए दिग्विजय ने कहा कि दूसरी दिक्कत यह है कि कई लोग मप्र के बाहर दूसरे राज्यों में फंसे हुए है। अलग अलग स्थानों पर मेरे पास 60- 70 आवेदन आए है। उसमें करीब 100 मजदूर जैसलमेर में फंसे हुए है। मैं राजस्थान सरकार को वहां फंसे लोगों की मदद करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। लेकिन प्रदेश सरकार को इस बारे में पूरा प्रयास करना चाहिए बाहर फंसे लोगों को अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचाने की। साथ ही यह ध्यान रहे कि उनका मेडिकल टेस्ट होना चाहिए। नेगिटिव रिपोर्ट आने पर घर भेजे और पॉजिटिव को यही क्वांरेटिन करें। उन्होंने कहा कि केन्द्र सराकर ने जो पैकेज दिया है, अच्छा है लेकिन उसे कार्यान्वित करने में तीन महिने का समय लगता है। ऐसे में मेरा आपसे आग्रह है कि लॉकडाउन में फँसे लोगों की मदद के लिए सरकार को ब्यूरोक्रेसी की पेचीदगियों से ऊपर उठकर काम करना होगा।