इंदौर। नवागत कलेक्टर मनीष सिंह ने रविवार को बिना किसी देरी के शहर में कंप्लीट लॉक डाउन के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर अब धीरे-धीरे प्रशासन शक्ति बढ़ाता जाएगा। जनता से अनुरोध है कि कुछ दिनों थोड़ी परेशानियों का सामना कर लें, क्योंकि कोविड- 19 को आज संयमित नहीं किया गया तो कल वह बहुत ही भयावह स्थिति बन कर उभरेगा।
ज्यादा केस वाले स्थान पूर्ण रूप से प्रतिबंधित
कलेक्टर ने बताया कि ऐसे स्थान जहां पर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या ज्यादा है वे पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेंगे। रानीपुरा, नयापुरा ,चंदन नगर ,हाथीपाला, दौलतगंज आदि स्थानों पर ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। आज रानीपुरा को टेकओवर किया जा रहा है। इस स्थान के आसपास की रोड को लॉक डाउन करके स्क्रीनिंग भी की जाएगी। स्क्रीनिंग के पश्चात दवाइयां भी बटवाई जाएंगी। इस प्रकार चयनित स्थानों पर ऐसे व्यक्ति जिनकी उम्र 55 साल से अधिक है तथा जिन्हें हृदय रोग अथवा डायबिटीज की परेशानी है, उन्हें दवा का कितना डोज देना है, यह भी निश्चित किया जा रहा है।
प्राइवेट अस्पतालों से पूर्ण सहयोग की अपेक्षा
जिलाधीश ने बताया कि हमारी प्राथमिकता ऐसे मरीजों को अलग करना है जो हाई रिस्क कैटेगरी में आते हैं अर्थात जिन्हें क्वॉरेंटाइन करने की जरूरत है। ऐसे मरीजों को आइसोलेट करके रखा जाएगा। इसके लिए अलग से दो-तीन हॉस्पिटल तय कर मरीजों को शिफ्ट किया जाएगा। क्वॉरेंटाइन के लिए मैरिज गार्डन भी लिए जा रहे हैं जहां मरीजों के भोजन संबंधी उचित व्यवस्थाएं भी रहेंगी।
स्वयंसेवी संस्थाओं को दी गई छूट निरस्त
गरीब, विकलांग, वृद्ध, आश्रित लोगों के सेवा कार्य की इच्छुक सामाजिक संस्थाओं के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश में छूट दी गई थी। पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुसार कुछ निश्चित संस्थाएं गरीबों, आश्रितों,वृद्धों एवं विकलांगों की मदद हेतु भोजन पैकेट, दवाइयां आदि उपलब्ध करा सकेंगे। कलेक्टर मनीष सिंह ने इस आदेश को निरस्त किया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन अलग से लगभग 10 हजार भोजन पैकेट की व्यवस्था कर रहा है। जिसके द्वारा जरूरतमंदों की मदद की जाएगी साथ ही दवा तथा इलाज संबंधी व्यवस्था भी बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस समय प्रशासन का मुख्य उद्देश्य लोगों को घरों में रहने के लिए प्रेरित करना है जिससे कि कोरोना वायरस के संक्रमण की जंजीर को तोड़ा जा सके।
वाहनों के लिए शुरू किया गया ऑड-इवन क्लोज आदेश भी निरस्त
वहीं, वाहनों के लिए शुरू किया गया ऑड-इवन, क्लोज आदेश निरस्त किया गया है। इसका उद्देश्य लोगों को घर में रहने के लिए प्रेरित करना एवं सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना है। इंदौर कोरोना वायरस के संक्रमण की जिस स्टेट से गुजर रहा है उस समय यह अतिआवश्यक है कि लोग घर में ही रहें और बाहर बिल्कुल भी ना जाएं।
उन्होंने बताया कि हॉस्टल में रहने वाले बच्चों की भोजन व्यवस्था हॉस्टल मालिकों तथा मजदूरों के लिए इसी प्रकार की व्यवस्था ठेकेदार के द्वारा की जाएगी। उन्होंने बताया कि यह हॉस्टल मालिकों तथा ठेकेदारों की जिम्मेदारी बनती है कि वे समुचित व्यवस्था बनाएं अन्यथा उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने लोगों से अपील की कि, इस वक्त ज्यादा हरी सब्जियां भी ना खरीदें। क्योंकि सब्जियां भी कई स्तर से होते हुए घर में पहुंचती है तथा इनमें भी वायरस पाए जाने की संभावना बनी रहती है। अत: इस घड़ी में कम साधनों में आवश्यकता की पूर्ति करना ही बेहतर है।
संभागायुक्त एवं एडीजी ने किया खजराना एवं रानीपुरा इलाके का निरीक्षण
इधर, सम्भागायुक्त आकाश त्रिपाठी और एडीजी विवेक शर्मा ने रविवार को शहर के खजराना और रानीपुरा इलाकों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कर्फ्यू व्यवस्थाएं देखीं। उल्लेखनीय है कि करोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले में धारा 144 के अंतर्गत जिले में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। शहर में कर्फ्यू के दौरान सारी व्यवस्थाएं नियमित रूप से जारी रहें तथा कोई भी व्यक्ति कर्फ्यू का उल्लंघन ना करें इसके लिए कमिश्नर, कलेक्टर, नगर निगम तथा पुलिस विभाग द्वारा नियमित रूप से भ्रमण किया जा रहा है।