भोपाल। विंध्य महोत्सव से ठीक पहले एक बार फिर विंध्य को प्रदेश बनाने की मांग उठी है। इस बार मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने मध्य प्रदेश से अलग होकर विंध्य प्रदेश बनाने की मांग उठाई है। अलग विंध्य प्रदेश बनाने को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भी लिखा है।
भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि मध्य प्रदेश से अलग कर विंध्य को नया प्रदेश बनाने की हमारी मांग है। आने वाले बजट सत्र में सरकार से अलग प्रदेश बनाने को लेकर प्रस्ताव लाकर केंद्र सरकार को भेजने की मांग करुंगा। उन्होंने कहा कि विंध्य प्रदेश बनाने को लेकर विंध्य से भोपाल तक जन आंदोलन होगा। जिसमें दलगत राजनीति से उठकर सभी दलों के जनप्रतिनिधियों से संवाद करेंगे। भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि जो लोग विंध्य क्षेत्र को बनाने के साथ है विंध्य की जनता उनके साथ है और साथ नहीं देने वालों का बहिष्कार किया जाएगा। एक एक मतदाता विंध्य प्रदेश को लेकर जबाब देगा।
पहले भी उठ चुकी है मांग
गौरतलब है कि इससे पहले भी विंध्य को अलग प्रदेश बनाने की मांग उठ चुकी है। मध्यप्रदेश विधानसभा ने 10 मार्च 2000 को संकल्प पारित कर 'विंध्य प्रदेश' अलग राज्य गठित करने केन्द्र सरकार से मांग की थी। यह संकल्प विधानसभा में अमरपाटन के तत्कालीन विधायक शिवमोहन सिंह ने प्रस्तुत किया था। जिसका विंध्य के सभी विधायकों ने समर्थन कर इस क्षेत्र के दावे के बारे में बताया था। उस दौरान कांग्रेस की सरकार थी, इस संकल्प का समर्थन भाजपा के विधायकों ने भी किया था। सर्व सम्मति से पारित किए गए इस प्रस्ताव के बाद तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी ने केन्द्र सरकार से कई बार इस पर विचार करने की मांग की थी। अब तक करीब 19 वर्ष का समय बीत गया लेकिन विंध्यप्रदेश के पुनर्गठन की संभावनाएं अभी मरी नहीं हैं। केन्द्र सरकार की ओर से इस पर स्वीकृति या अस्वीकृति का कोई निर्णय नहीं दिया गया है।