भाजपा विधायक का बयान राम मंदिर निर्माण पर पत्र लिखने का दिग्विजय को कोई अधिकार नहीं
भोपाल। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गत दिवस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाए जाने पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मंदिर निमार्ण के लिए रामालय ट्रस्ट पहले से है तो नया ट्रस्ट बनाने की क्या जरूरत थी। दिग्विजय सिंह के पत्र को लेकर विपक्ष में बैठी भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाते हुए निशाना साधा है।
मंगलवार को भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह ने कभी भी श्रीराम मंदिर के लिए या कार सेवकों के लिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त नही की। वह जब भी बोले बाबरी मस्जिद और मुसलमानों के पक्ष में विधवा विलाप करते नजर आए है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने आज भी जो पत्र लिखा है उसमें श्रीराम मंदिर की चिंता नही अपितु बाबरी मस्जिद टूटने का दर्द छलक रहा है। वह दर्द वैसा ही है जैसा दर्द पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को होता है। दिग्विजय सिंह और पूरी काँग्रेस वर्षो तक श्रीराम मंदिर में रोड़ा बनी रही। यह वही दिग्विजय सिंह जी है जिन्होंने कार सेवकों की मौत पर मुलायम सिंह का धन्यवाद दिया था। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्देश दिए है मोदी सरकार उसका अक्षरश: पालन कर रही है। दिग्विजय सिंह को कम-से-कम श्रीराम मंदिर निर्माण पर पत्र लिखने का कोई अधिकार नहीं है।