दुर्लभ संयोग में मनेगी महाशिवरात्रि शिवालयों में गुंजेगे जयकारे
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बुरहानपुर। शुक्रवार को जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। शिवरात्रि से पहले भोले के दरबार को सजाया गया। जिलेभर के शिव मंदिरों पर फूलों, लाइट से सजावट की गई है। एक दिन पहले गुरुवार को मंदिरों में शिवरात्रि की तैयारियां चलती रही।  
 
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहरों में से एक है। शिव भक्त साल भर अपने आराध्य भोले भंडारी की विशेष आराधना के लिए इस दिन की प्रतीक्षा करते हैं। इस दिन शिवालयों में शिवलिंग पर जल, दूध और बेल पत्र चढ़ाकर भक्त शिव शंकर को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन जो भी भक्त सच्चे मन से शिविलंग का अभिषेक या जल चढ़ाते हैं उन्हें महादेव की विशेष कृपा मिलती है। कहते हैं कि शिव इतने भोले हैं कि अगर कोई अनायास भी शिवलिंग की पूजा कर दे, तो भी उसे शिव कृपा प्राप्त हो जाती है। यही कारण है कि भगवान शिव शंकर को भोलेनाथ कहा गया हैं। 
 
दुर्लभ संयोग में मनेगी महाशिवरात्रि
 
बुरहानपुर से रावेर जाते हुए मुख्य मार्ग पर स्थित शिव धाम बहादरपुर में महाशिवरात्रि की तैयारिया पूर्ण कर ली गयी है। मंदिर संरक्षक पंडित वीरभान चतुर्वेदी ने बताया कि प्रतिवर्ष अनुसार शिव धाम में महाशिवरात्रि की तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। महाशिवरात्रि पर ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 4 बजे पंडित वीरभान चतुर्वेदी के परिवार द्वारा अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद ओमकारेश्वर से कावड़ यात्रा द्वारा लाए गए मां नर्मदा के जल से अभिषेक पूरे दिवस जारी रहेगा। 
 
शिव धाम के गुरुजी पंडित योगेश चतुर्वेदी ने बताया कि इस वर्ष महाशिवरात्रि दुर्लभ संयोग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग लेकर आ रही है। विशेषकर विष योग और सर्प दोष से  पीडि़त जातकों के लिए यह  सुनहरा अवसर रहेगा। यह योग विगत 117 और 28 वर्ष बाद महाशिवरात्रि पर हमें प्राप्त हो रहा है। इस योग में भगवान शिव का पूजन करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होगी। योगेश गुरुजी ने बताया कि विष योग से पीडि़त जातकों को प्रदोष काल में भगवान शिव का पूजन करने से विशेष लाभ प्राप्त होगा। साथ ही सर्प दोष से पीडि़त व्यक्तियों को भगवान शिव पर चांदी का नाग नागिन का जोड़ा अर्पण करने से सर्प दोष के प्रभाव में कमी आएगी। भगवान शिव का पूजन महाशिवरात्रि के दिन महानिशीथकाल रात्रि में विशेष फलदाई होता है। 
 
गुरुजी ने बताया कि शिव धाम बहादरपुर में महाशिवरात्रि की रात 12 बजे भगवान शिव का समस्त भक्तो के लिए  अभिषेक पूजन कर  विशेष शृंगार और महाआरती की जाएगी। भक्तों को साल भर सुख, शांति, आरोग्य, व्यापार में उन्नति और भगवान शिव की कृपा प्राप्ति के लिए आशीर्वाद स्वरूप  सिक्का, फूल, चावल प्रदान किए जाएगे। 
 
कावड़ यात्रा पहुंची शिवधाम
 
महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर कावडि़ए माँ नर्मदा का जल लेकर बहादरपुर स्थित शिवधाम पहुंचे। शोभालाल शर्मा और उमेश शाह के नेतृत्व में 30 वर्षों से कावड़ यात्रा निकाली जा रही है। ओंकारेश्वर से माँ नर्मदा का जल कावड़ में भरकर पद यात्रा प्रारंभ की जाती है। महाशिवरात्रि पर तड़के भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाता है। कावड़ यात्रा में करीब 120 कावडि़ए शामिल हुए।
 
महाशिवरात्रि का विशेष सत्संग आज 
 
आध्यात्मिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा शुक्रवार रात्रि 8:30 बजे पाकीजा मॉल के पीछे स्थित मोहन नगर में संस्था सदस्य राजेंद्र चौकसे के निवास स्थान पर महाशिवरात्रि पर्व का विशेष सत्संग आयोजित किया गया है। केंद्र प्रमुख और प्रशिक्षक संतोष देवताले एवं इंजीनियर प्रवीण चौकसे ने बताया कि महाशिवरात्रि के निमित्त आयोजित इस विशेष सत्संग में बेंगलुरु आश्रम की परंपरा अनुसार कर्नाटक शैली में मंत्रोचार के साथ रूद्र पूजा संपन्न होगी। तत्पश्चात स्थानीय व्यक्ति विकास केंद्र के साधक भरत श्राफ, विजय मेहता, राजरानी मेहता, राजेंद्र पवार, विपिन जैन, ईश्वरीय आराधना एवं शिव भक्ति पर आधारित मनमोहन भजनों की प्रस्तुति देंगे। 
 
इस अवसर पर साधकों को ओम नम: शिवाय चेटिंग के साथ-साथ गुरु वाणी में शिव ध्यान भी कराया जाएगा तथा फलीयारी प्रसादी का वितरण भी होगा। लक्ष्मण मित्तल, योगेश श्रॉफ, विजय दुमबानी, रविंद्र पंडित ने समस्त संस्था सदस्यों और नगर वासियों से इस महाशिवरात्रि पर्व के विशेष सत्संग में उपस्थिति का आग्रह किया है।
 
Dakhal News 20 February 2020

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