भोपाल। इस साल मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज हर रोज बदल रहा है। कभी ठंड तो कभी तेज गर्मी से तापमान में उतार-चढ़ाव बना हुआ है वहीं इन दिनों हवा दक्षिण से चलने लगी हैं। हवा की दिशा दक्षिण से होने से मौसम वैज्ञानिक भी हैरान हैं, क्योंकि आमतौर पर दक्षिण से हवा मई के महीने में चलती हैं और ये हवाएं ही क्षेत्र में मानसून लेकर आती हैं। फिलहाल मौसम विभाग स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह पा रहा है। लेकिन अभी दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।
सीहोर जिले के रिकार्ड में इस साल पहली बार सबसे अधिक बारिश हुई है। इस साल जिले में 175 सेमी औसत बारिश और सीहोर ब्लॉक में 205 सेमी से अधिक बारिश दर्ज हुई है। अच्छी बारिश के बाद सीजन में तेज ठंड की भी संभावना बन रही थी। लेकिन अपेक्षा के अनुसार इस साल ठंड कम पड़ी। आधे से ज्यादा फरवरी महीना बीत गया है लेकिन मौसम विभाग अभी सर्दी की विदाई को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह पा रहा है। आए दिन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाता है और बादल छा जाने से मौसम का मिजाज बदल जाता है। लेकिन इन दिनों एक बड़ा बदलाव सामने आ रहा है। चार दिन और हवा दक्षिण से ही चलेंगी। जबकि फरवरी या मार्च के महीने में दक्षिण से हवा नहीं चलती। पिछले कई सालों में ऐसा एक बार भी नहीं हुआ है।
दक्षिणी हवा का असर
वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ डॉ. तोमर के अनुसार दक्षिण से हवा आमतौर पर मई के महीने में चलती है। ये हवा अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से मानसून लेकर आती है। लेकिन इस साल फरवरी महीने में ही दक्षिण से हवा चलने लगी हैं। ऐसा पहली बार हुआ है।
तापमान बढ़ेगा, बादल छाए रहेंगे
डॉ. तोमर के अनुसार अब दिन और रात के तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। ऐसे में बादल युक्त मौसम रहेगा। दक्षिण से आ रही हवा से मौसम में क्या असर होगा इस पर अध्ययन किया जा रहा है।