भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले साल 19 जुलाई से 'शुद्ध के लिए युद्ध' चलाए गए अभियान में जहां मिलावटी अपनी आदत छोड़ने को तैयार नहीं हैं तो दूसरी ओर राज्य सरकार ने भी इन मिलावटखोरों से प्रदेश को पूरी तरह मुक्त करने का अभियान तेज कर दिया है।
सरकार ने मिठाई, दूध के अन्य उत्पादों के साथ ही फलों को घातक केमिकल से पकाये जाने वाले एवं उन्हें स्वादिष्ट बनाने के लिए उनमें मीठा पदार्थ डालने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। सरकार साग-सब्जियों को ताजा एवं बढ़िया दिखने के लिए उन पर स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक लेपों को लगाने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई कर रही है। इस मामले में 'शुद्ध के लिए युद्ध' प्रदेशभर में अभियान जारी है। इसमें कार्रवाई को लेकर भोपाल जिला प्रदेश में अव्वल बना हुआ है।
मध्य प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट ने इस अभियान को लेकर राजधानी में गुरुवार को बताया कि सरकार की गंभीरता आप इस बात से समझ सकते हैं कि पिछले साल दिसम्बर माह तक ही 32 मिलावटखोरों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई कर दी गई थी, जिसके बाद पिछले देढ़ माह में हमारा यह अभियान निरंतर जारी है। इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि देश के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी भी राज्य ने मिलवाटखोरों के खिलाफ इतने बड़े स्तर पर कार्रवाई की जा रही हो। उन्होंने कहा है कि जब तक मध्यप्रदेश से खाद् पदार्थों में मिलावट की आदत पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाती, सरकार का यह अभियान 'शुद्ध के लिए युद्ध' जारी रहेगा ।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के 52 जिलों में से कोई जिला ऐसा नहीं है, जहां पर मिलावटी सामान के नमूने खाद् विभाग ने न लिए हों, अब तक प्रदेशभर से इकट्ठे किए गए नमूनों में हर जिले से इन मिलावटखोरों की धर पकड़ एवं इन पर कानूनी कार्रवाई जारी है। राज्य के ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल, सागर, इंदौर, उज्जैन, रीवा, सतना, मुरैना, भिण्ड, होशंगाबाद, रतलाम, शिवपुरी, बुरहानपुर, शिवपुरी, गुना में मिलावटी खाद् पदार्थ के बड़े पैमाने पर अब तक सैंपल मिले हैं । राजधानी भोपाल में कलेक्टर तरुण पिथोड़े की निगरानी मे जिले में शुद्धता का अभियान चलाया जा रहा है। जिला दूध, मावा, पनीर सहित अन्य सभी खाद्य पदार्थों की शुद्धता की जांच के लिये 708 से अधिक नमूने लेकर भोपाल जिला प्रदेशभर में "शुद्ध के लिए युद्ध" अभियान में अभी शीर्ष स्थान पर बना हुआ है।