भड़का किसान आंदोलन , 8 बसों और डायल 100 में लगाई आग
भड़का किसान आंदोलन

 

देवास जिले में 1 जून से जारी किसानों का आंदोलन सातवे दिन बुधवार को उग्र हो गया। चापड़ा में आंदोलनकारी किसानों ने एसडीएम, एसडीओपी एवं डायल 100 में तोड़फोड़ कर उसमें आग लगा दी। बंद दुकानों के सामने खड़े ठेलों को रोड पर लाकर आग लगा दी गई। इसके बाद किसान बाइक रैली के रूप में हाटपीपल्या पहुंचे, जहां थाने में तोड़फोड़ की। नेवरी फाटे के पास प्रदर्शनकारियों ने 2 चार्टर्ड सहित 8 बसों को आग लगा दी, इसमें बैठे सभी यात्री जान बचाकर खेतों में भाग गए।

थाना परिसर में खड़े बाइक, ट्रक सहित अन्य करीब 50 वाहनों में आग लगा दी। पुलिस ने हवाई फायर भी किए। इसके बाद किसान नेवरी पहुंचे, जहां नेवरी पुलिस चौकी में भी तोड़फोड़ कर आग लगा दी। इधर सोनकच्छ में भी स्थिति विकट रही।

आंदोलनकारी किसानों ने इंदौर-भोपाल राजमार्ग पर पत्थर जमा दिए। कई पेड़ों को भी हाईवे के बीचोबीच पटक दिए। नेवरीफाटा पर दुकानों पर पत्थर फेंके और हाईवे को जाम कर दिया। किसानों द्वारा कलेक्टर से झूमाझटकी करने की सूचना भी मिली है। हाईवे पर जाम की वजह से हाइवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रही।

मंदसौर में पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद आंदोलन ने और उग्र रूप ले लिया है। किसान संगठनों ने बुधवार को आधे दिन का प्रदेश बंद का आव्हान किया, कांग्रेस भी इसका समर्थन कर रही है। देवास में प्रदर्शनकारियों ने मक्सी-इंदौर ट्रेन को रोककर उसके कांच फोड़ दिए। इसमें साथ ही मालवा-निमाड़ अंचल में बंद का सबसे ज्यादा असर देखने को मिला। नीमच के हड़कियाकला में पुलिस चौकी में किसानों ने आग लगा दी। वहीं उज्जैन पुलिस और किसानों के बीच झड़प में 5 पुलिसकर्मी और तीन किसान घायल हो गए।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंदसौर आने वाले थे, लेकिन उनका दौरा रद्द हो गया। अब वे गुरुवार को वहां जा सकते हैं। नीमच की हवाई पट्टी पर उनका विमान उतरना था, लेकिन एसपी मनोज कुमार का कहना है कि उनका दौरा स्थगित हो गया है, अब वे कल आएंगे।सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने किसी भी वीआईपी के मंदसौर जिले में प्रवेश पर रोक लगा दी है। कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन किसानों के अंतिम संस्कार में शामिल होने मंदसौर जा रही थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। नीमच से मंदसौर को जोड़ने वाली सड़कों को बैरिकेट लगा दिए गए हैं।

जबलपुर में किसान आंदोलन के बंद का असर नहीं दिखा। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उधर युवा कांग्रेस नेता शशांक दुबे के घर बड़ी संख्या में सुबह से ही पुलिस बल तैनात कर उन्हें नजरबंद कर दिया गया। सभी एसडीएम, सीएसपी अपने इलाकों में तैनात रहे।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव मंदसौर के लिए रवाना हो गए। अजय सिंह ने सीएम द्वारा मृत किसानों के परिवार को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की बात पर कहा कि सरकार इस पर राजनीति कर रही है। उन्होंने घटना की जांच के लिए 8 विधायकों की कमेटी बनाई है। मंदसौर जाने से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि हम किसानों के साथ हैं। शिवराज सरकार किसानों के साथ हमेशा धोखा करती है। उन्होंने कहा हम लोग मंदसौर जाएंगे, प्रशासन रोकने की कोशिश करेगा तो भी हम जाएंगे।

बंद के दौरान किसानों ने नीमच-कोटा रोड पर डिकेन में चक्काजाम कर दिया। जिसके बाद सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। यहां एक ट्रक से सब्जियां निकालकर रास्ते में फेंक दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस किसानों को हटाने के लिए मौके पर पहुंची। मोरवन-मनासा रोड पर किसानों ने चक्काजाम कर गाड़ि‍यों में रखा दूध सड़क पर फेंक दिया गया। नीचम के पास से निकलने वाले एनएच 71 पर भी किसानों ने जाम लगा दिया है। हड़कियाकला फंटे पर किसानों को समझाने पहुंचे एसडीएम को उन्होंने वापस लौटा दिया।

किसानों का कहना है कि हम उस एसडीएम से बात नहीं करेंगे जिसने हमारी गाड़ि‍यों को जेसीबी से क्षतिग्रस्त करवाया है। इसके बाद एसडीएम वहां से रवाना हो गए। इस दौरान किसानों ने वहां से गुजर रही जर्दे से भरी वैन को रोककर उसके कांच फोड़ दिए और जर्दे को लूट लिया। मालखेड़ा फंटे पर भी किसानों ने जाम लगा दिया।खरगोन में बंद के आव्हान पर सुबह से ही दुकानें बंद रही। उधर कांग्रेस नेता और जनप्रतिनिधि भी शहर में घूमकर लोगों से बंद में समर्थन देने का आव्हान किया।

बड़वानी में शराब दुकान बंद कराने को लेकर तोड़फोड़ हो गई। यहां पूरा बाजार सुबह से ही बंद रहा, सिर्फ मेडिकल और फल-सब्जी की दुकानें खुली रहीं। यहां होटलों से नाश्ता उठाकर लोगों में बांट दिया गया।

सतना जिले में भी बंद का असर दिखा, कई कस्बों में दुकानें नहीं खुली। कांग्रेस और किसान संगठनों ने बाजार बंद का समर्थन किया।शाजापुर और आगर के बाजार भी किसानों आंदोलन के समर्थन में बंद रहे।

महू में बंद का व्यापक असर दिखा, बंद को लेकर यहां कुछ जगह विवाद भी हुआ। कांग्रेसियों ने रैली निकालकर लोगों से बंद का समर्थन करने की अपील की। किसानों ने मानपुर-लेबड़ फोरलेन बंद कर दिया। इसके साथ ही एबी रोड और मानपुर, सिमरोल से गुजरने वाले हाईवे को बंद करने की कोशिश की।देवास में बाजार बंद कराने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। बागली भी पूरी तरह बंद रहा। प्रदर्शनकारियों ने मक्सी-इंदौर ट्रेन रोक ली और स्टेशन पर कांच भी फोड़ दिए।

 

Dakhal News 7 June 2017

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