लेखनी का लोहा,शब्दों की खदान दिनेश
dinesh malviya


माध्यम के महाप्रबंधक बने मालवीय
 प्रलय श्रीवास्तव

मध्यप्रदेश जनसम्पर्क संचालनालय में 34 साल की उल्लेखनीय सेवा के बाद 31 मई 2016 को उप संचालक  दिनेश मालवीय सेवानिवृत्त हो गये। 
श्री मालवीय कर्मठ, सेवाभावी, निष्ठावान अधिकारी रहे है। अनेक पुस्तकों का अनुवाद और विभिन्न विषय पर पुस्तक का प्रकाशन कर चुके श्री मालवीय की हिन्दी, अंग्रेजी के साथ-साथ उर्दू एवं संस्कृत भाषा पर अच्छी पकड़ रही। ज्ञान और शब्द संग्रह की मानों वे खदान है। संचालनालय के प्रत्येक महत्वपूर्ण लेखन कार्य अथवा प्रकाशन में उनकी लेखनी खूब चली। 
अनेक फिल्म की पटकथा अथवा विज्ञापन के मैटर का में, मालवीय  ने महत्वपूर्ण योगदान किया। अपनी विशिष्ट भाषा शैली, हिन्दी-अंग्रेजी का गहन ज्ञान और वित्तीय आंकड़े उन्हें सदैव कंठस्थ रहे, यही उनकी पहचान भी रही है। विशिष्ट व्यक्ति और वरिष्ठ अधिकारी श्री दिनेश मालवीय की लेखनी को लोहा मानते है, तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं है।
मालवीय जी के संघर्ष को मैने करीब से देखा और महसूस किया है। कार्य के प्रति उनकी लगन, जुझारूपन और निष्ठा सदैव नये युवा अधिकारियों को प्रेरित करेगी, ऐसा मेरा विश्वास है। मेरा मानना है कि अपर संचालक रहे स्व. श्री के.डी. झा के कृतित्व की छाप  दिनेश मालवीय पर पड़ी है, यही कारण है कि श्री झा साहब के जाने के बाद जनसम्पर्क के क्षेत्र में जो रिक्तता आई उसे भरने का प्रयास मालवीय जी ने अपने अथक परिश्रम और समर्पण भाव से की गई सेवा से किया। जनसम्पर्क में सर्विस की पारी खेल चुके दिनेश मालवीय को राज्य शासन ने उनकी सेवाओं को देखते हुए मध्यप्रदेश माध्यम में महाप्रबंधक के पद पर नियुक्त किया है। इस तरह उनकी सेवाएं सतत मिलती रहेगी।  दिनेश मालवीय को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ।

      जिसके लफजों में हमें अपना अक्स मिलता है।

      बड़े नसीब से दिनेश मालवीय जैसा शख्स मिलता है॥

Dakhal News 24 June 2016

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