मध्यप्रदेश भाजपा चुनाव समिति ने राज्यसभा के लिए प्रत्याशियों के नामों पर विचार-विमर्श के बाद 12 लोगों के नाम दिल्ली भेज दिए हैं। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने संभावित उम्मीदवार और राज्यसभा की तीसरी सीट पर चुनाव लड़ने का सवाल टाल दिया, लेकिन सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस मुद्दे पर अभी विचार कर रही है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नामों के पैनल बनाकर भेज दिए हैं, अब अंतिम निर्णय दिल्ली से होगा। मप्र से खाली हो रही राज्यसभा की 3 में से 2 सीटें भाजपा के खाते में जाएंगी।
ऐसा माना जा रहा है कि एक सीट पर मौजूदा राज्यसभा सदस्य अनिल माधव दवे को रिपीट किया जा सकता है। दूसरी सीट पर दिल्ली से केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम संभावित है। बताया जा रहा है कि दवे के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पैरवी की है। तीसरी सीट हथियाने के लिए भाजपा को जोड़-तोड़ का सहारा लेना पड़ेगा। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने प्रारंभिक तौर पर अपनी असहमति जता दी है, लेकिन दिल्ली से यदि इस बात पर जोर दिया गया तो पार्टी इंदौर के पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे पर दांव लगा सकती है।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, प्रदेश संगठन प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, संगठन महामंत्री सुहास भगत, सांसद प्रभात झा, डॉ. सत्यनारायण जटिया, विक्रम वर्मा, कृष्णमुरारी मोघे, राजेन्द्र शुक्ला, सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते एवं रामकृष्ण कुसमरिया उपस्थित थे। केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, थावरचंद गेहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा एवं परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह बैठक में नहीं पहुंच पाए। लंबे समय बाद चुनाव समिति की बैठक में अरविंद मेनन शामिल नहीं थे।
बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष चौहान ने बताया कि समिति ने 12 नामों की पैनल बनाकर केन्द्र को अपनी अनुशंसा भेज दी है। उन्होंने नामों की जानकारी नहीं दी, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि इनमें अनिल दवे के अलावा कृष्णमुरारी मोघे, विक्रम वर्मा, डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, रघुनंदन शर्मा, कैलाश सोनी, धीरज पटैरिया, दीपक विजयवर्गीय एवं विनोद गोटिया का नाम शामिल है।
चौहान ने बताया कि चुनाव समिति ने सिंहस्थ के सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई भी दी। इस अवसर पर पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पाण्डे सहित श्रीमती कमला आडवानी, वरिष्ठ नेता मोहम्मद गनी अंसारी, श्रीमती गुलशनबाई उंटवाल के निधन पर व सिंहस्थ हादसे में मृत श्रद्धालुओं के लिए शोक प्रस्ताव पारित हुआ।
चुनाव समिति द्वारा जो 12 नामों का पैनल बनाया गया है उन्हें दिल्ली भेजे जाने को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं। भाजपा नेताओं में इस बात को लेकर चर्चा रही कि दिल्ली के सामने तो एक-दो नाम ही भेजे जाएंगे। फिर 12 नामों का पैनल बनाने का मतलब क्या है।